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Channel: Indian Bhabhi Hindi Incest Savita Vellamma Naughty Sex Stories
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बॉस की सेक्सी बहु को चोदा

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हेलो दोस्तों, मैं आपका संकेत वापस आ गया हूं आपके लिए मेरी नई सेक्सी हॉट और मजेदार चुदाई  का किस्सा लेकर. यह आज की कहानी मैंने और मेरी रंडी लंड की प्यासी फ्रेंड निशि मेंहरा ने साथ में लिखी है..

आप सभी का मुझे बहुत प्यार और बहुत कमेंट मिले मेरी पिछली कहानियों के लिए..


मैं लखनऊ में रहता हूं और यहां पर जॉब करता हूं, अगर किसी लड़की को लखनऊ में मुझसे चुदवाना हो तो कांटेक्ट करें कई लड़कियों ने मुझसे लखनऊ में चुदवाया और कई लड़कियों ने फोन सेक्स कीया.

अब चलते हैं मेरी कहानी की तरफ.. यह स्टोरी कैसे मैंने अपने बॉस की रंडी बहु निशि को सिड्यूस करके उसकी चुदाई की उसके बारे में है..

जैसा कि आप सब जानते हैं मैं मेरी बहन और उसकी सहेली की धमाकेदार चुदाई कर चुका हूं, और अब वह दोनों बिना मेरे लंड के रह नहीं पाती है इस वजह से मैं कई दिनों से ऑफिस नहीं जा पाया था.

जब मैंने वापस ऑफिस जाना शुरु कर दिया और पता चला कि बॉस के घर पर पार्टी है जहां हमें जाना है..

मैं पार्टी के लिए तैयार होकर निकल ही रहा था कि दिशा और निशिता दोनों घर रिटर्न आए और मुझे रेडी देख कर कहने लगे कि मैं बहुत हॉट दिख रहा हूं.

फिर दोनों ने पूछा कहां जा रहे हो? तो मैंने बताया की पार्टी है बॉस के घर.. वहां जा रहा हूं और लेट से आऊंगा.. दोनों ने मुझे किस किया और ओके करके चली गई, मैं पार्टी के लिए निकल गया..

पार्टी में पहुंचकर मैं अपने कलिग के साथ खड़ा था, मेरे सभी कलिग ने मेरी तारीफ की कि मैं काफी स्मार्ट लग रहा हूं..

फिर बॉस आए और उन्होंने हमें अपनी फैमिली से इंट्रोड्यूस करवाया..

उनकी वाइफ उनके बेटे को तो हम जानते ही थे.. फिर उनकी बहु नीशी को देखा तो उसको देखते ही मेरी आंखें खुली रह गई..

एकदम हॉट और सेक्सी माल थी.. साड़ी में सेक्सी बिकनी ब्लाउज और खुले बालों में वह सेक्स बम लग रही थी. ब्लैक ट्रांसपरेंट साड़ी में उसकी बोडी चमक रही थी.

उसने मुझसे हाथ मिलाते वक्त स्माइल किया और मैंने उसका हाथ एक सेकंड लेट तक पकडा. इसका उसने कोई भी विरोध नहीं किया और स्माइल करती रही..

फिर मैंने उसकी तारीफ करते हुए कहा कि आप काफी ब्यूटीफुल है तो वह देख कर बस शरमा के थैंक्यू बोली.

फिर पार्टी आगे बढ़ी.. म्यूजिक ऑन था.. सब डांस कर रहे थे, तो मैंने अपने बॉस के बेटे से पूछा..

मैं – इफ यू डोंट माइंड कैन आई बोरो युअर ब्यूटीफुल वाइफ फॉर अ डांस??

अमित – इफ शी डोंट माइंड, आई हैव नो प्रॉब्लम..

वह लोग काफी अमीर और खुले विचारों वाले थे.

फिर मैंने नीशी से पूछा डांस के लिए.. और उसने हां कह कर हाथ आगे बढ़ा दिया फिर हम डांस करने लगे..

मैंने उसकी कमर पर हाथ रखा और दूसरे हाथ में उसका हाथ था.

हम डांस करते हुए बातें कर रहे थे.

मैं – आप बहुत ब्यूटीफुल हो और साड़ी में काफी सेक्सी लग रही हो..

निशि – अच्छा थैंक्यू वैसे आप भी काफी हैंडसम और चर्मिंग हो..

फिर मैंने मौका देखकर उसकी कमर पर हाथ से सहलाने लगा और सोचा क्यों न साली को सिड्यूस किया जाए??

उसने भी कुछ नहीं कहने पर मैंने उसकी कमर पर मसलने लगा और दूसरे हाथ को भी कमर पर रख कर सहलाने लगा..

और वह मदहोश सी होने लगी फिर मैंने उसके कान के पास जाकर बोला.

मैं – तुम्हारी कमर बहुत सॉफ्ट है और उसकी पीठ को सहलाने लगा और चुपके से कानों को बाइट कर दिया..

वह मचल उठी और मेरे कंधों को जोर से दबाने लगे.

फिर उसने मुझे कहा – कोई यहां देख लेगा तो पंगा हो जाएगा.. आप अंदर चलो मैं आती हूं..

मेरी तो खुशी का ठिकाना नहीं रहा, और मैं अंदर चला गया बाथरुम के बहाने से..

थोड़ी देर में निशि आ गई और मुझे पकड़कर एक रूम में ले गई..

मैं – तुमको तो कुछ ज्यादा ही जल्दी है..

निशा – बस तुम्हारे टच ने जादू सा कर दिया है..

मैंने उसके बूब्स पकड़कर मसलना शुरु किया और कहा तो आओ देर कैसी.

फिर हम किस करने लगे और मैं उसके मस्त बड़े-बड़े बूब्स को साड़ी के ऊपर से ही दबाने लगा और वह मेरे लंड को ऊपर से ही पकड़ कर दबाने लगी.

फिर मैंने उसकी गर्दन को किस करना शुरू कर दिया और किस करते करते उसके बूब्स तक पहुंचा और उसकी साड़ी का पल्लू हटाया और ब्लाउज के ऊपर से नीचे की लाइन पर चाटने लगा और बूब्स दबाने लगा..

निशि – अहह ऊ हूह हहह औऊ ओह्ह हहह यस हहह ह हहह ओह्ह हहह उऔउ और चाटो खा जाओ इन्हें आजाद करो मेरे पंछियों को..

मैंने उसके पेट को चूमते हुए नीचे नाभी के पास गया और उसे चाटने लगा और साथ ही उसका ब्लाउज ऊपर करके उतारने लगा..

निशि ने कहा अहह ऊ हूह हहह औऊ ओह्ह हहह यस हहह ह हहह ओह्ह हहह उऔउ अहह ऊ हूह हहह औऊ ओह्ह हहह यस हहह ह हहह ओह्ह हहह उऔउ यार अब तक तुम कहा थे. बहुत मजा आ रहा है यार…

फिर मैं ऊपर आया और उसके ब्लाउज को उतार कर फेंक दिया उस के बड़े बड़े परफेक्ट साइज के बूब्स मेरे सामने थे.. मैंने उसके एक बूब्स को मुंह में लिया और चूसने लगा और दूसरे को दबाने लगा..

निशि मेरा सर अपने बूब्स पर दबाकर बोल रही थी अहह ऊ हूह हहह औऊ ओह्ह हहह यस हहह ह हहह ओह्ह हहह उऔउ आऊऊ चुसो जोर से चूसो मेरा निकम्मा पति तो बस आता है लंड डालकर चला जाता है.. तुम तो बहुत मजे दे रहे हो अहह ऊ हूह हहह औऊ ओह्ह हहह यस हहह ह हहह ओह्ह हहह उऔउ खा जाओ फिर दूसरा बोबा भी चूसने लगा..

फिर उसने मुझे धकेल कर बेड पर गिरा दिया और मेरी पैंट खोलने लगी और मेरे लंड को निकाल कर देखने लगी..

मैं – देख क्या रही हो जानेमन.. तुम्हारा ही है.. खा जाओ इसे

वह मुस्कुराई और बोली आज तो इसका सारा रस मेरे अंदर ही होगा.. निचोड़ दुन्गी इसे.

वह मेरे लंड को प्यार से चाटने लगी ऊपर से नीचे और फिर पूरा मुंह में लेकर जोर से चूसने लगी..

मैं – क्या मस्त चुस्ती है यार तू.. कई लंड लिए है लगता है. और वह हंसने लगी और लंड चूसती रही लॉलीपॉप की तरह..

फिर उसने मेरे गोटियो को चूसना शुरू किया मैं खड़ा हुआ और उसका पेटीकोट एक झटके में उतार कर उसकी पैंटी फाड़ दी और उसको अपने ऊपर ले कर किस करने लगा.

फिर मैंने उसको उल्टा कर कर 69 पोजीशन में कर दिया और मैं उसकी चूत को चाटने लगा और वह मेरा लंड चूसने लगी..

मैंने उसकी गांड में अपनी उंगली डाल कर चुत की चुदाई कर रहा था उसे और भी मजा आने लगा..

दोनों की सिसकियां कमरे में गूंज रही थी..

मैं उसके ऊपर बैठकर अपना लंड उसके दोनों चूचो के बीच में रगड़ने लगा और वह दोनों चूचो को पकड़कर उनसे से चुदाई करवाने लगी, जैसे ही लंड उपर जाता उस पर किस कर देती..

फिर मैंने उसे सीधा लेटाया और उसकी चूत में अपना लंड पकड़ कर रगडने लगा वह तड़प कर बोल रही थी..

निशि- अब रहा नहीं जाता.. प्लीज चोदो मुझे.. अंदर डाल दो अपने लंड को. चोदो मुझे

मैं लंड को रगड़ते हुए उसके बूब्स दबाने लगा.

मैंने धीरे से एक धक्का लगाया और लंड अंदर डाल दिया.. वह चिल्लाने वाली थी तो मैंने उसे किस कर दिया.

और डबल स्पीड से धक्के देकर चोदना शुरू कर दिया और वह मजे से मुझे किस कर रही थी.

निशि- चोदो मुझे चोदो अपनी रंडी बना लो.. बहुत प्यासी है मेरी चूत और जोर से चोदो..

मैं – क्या मस्त चूत है तेरी रांड कितनी मस्त है मखमली चूत है..

मैं लगातार बड़ी जोरों से चोद रहा था और बीच बीच में हम दोनों किस भी कर रहे थे.

फिर मैंने उसे उसके पीछे से लेट कर चोदना शुरू किया और उसके बूब्स दबाने लगा..

और उसके कानों के पास किस करने लगा माहौल काफी गर्म हो चुका था.

फिर मैंने उसे डॉगी स्टाइल में किया और उसकी चूत में लंड डालकर चोदना शुरू किया और साथ ही गांड पर थप्पड़ लगाने लगा..

निशी- अहह ऊ हूह हहह औऊ ओह्ह हहह यस हहह ह हहह ओह्ह हहह उऔउ बड़ा दर्द दे कर चोदते हो.. पर यह दर्द अच्छा लगा.. जोर से और जोर से चोदो मेरे राजा..

फिर मैं उसे चोदते हुए वह दो बार पानी छोड़ चुकी थी और मैं उसकी गांड में उंगली से चोद रहा था. उसकी सिसकिया बढ़ गई.. बड़े बदमाश हो तुम..

जब वो तीसरी बार जड़ गई तो मैंने अपना लंड निकाल दिया..

निशि कितना दम है यार.. मैं तीन बार झड़ गई और यह एक बार भी नहीं.. मैं चूस कर तुम्हारा निकाल देती हूं..

मैं – नहीं अभी तो तेरी गांड बाकी है..
फिर मैंने उसे वापस डौगी स्टाइल में किया और उसकी गांड पर थूका और थोड़ा सा चाटने लगा..

निशि- अब तो में तेरी रंडी हो गइ जब जहां बोलोगे आके चुदूंगी..

फिर मैंने अपना लंड उसकी गांड पर रखा और धक्का मारा उसकी गांड में जाते ही वह चिल्लाने लगी और मैंने उसका मुंह पकड़कर जोर से धक्के लगाने लगा..

२ मिनट के बाद उसे भी मजा आने लगा और वह गांड पीछे करके मरवाने लगी.

मैंने २० मिनट उसकी गांड मारी और वह दो बार जड गई मैंने उसे कहा कि मेरा होने वाला है.

तो उसने कहा मुंह में लेना चाहती है मेरा माल..

उसने फट से घूम कर मेरा लंड चूसना शुरू कर दिया और मेरे लंड ने पचा पच मलाई की धार उसके मुंह में मारने शुरू की और वह सब का सब पीने लगी.. निशि ने मेरे लंड की एक एक बूंद चूस कर निकाल ली..

लास्ट का रस उसने अपने बूब्स पर गिराकर मसलना शुरू कर दिया..

फिर उसने कहा चलो पार्टी में चलते हैं सब ढूंढ रहे होंगे.

फिर हम वापस कपड़े पहनकर पार्टी में आ गए, और पूरे टाइम एक दूसरे को देख कर स्माइल करते रहे.

फिर मैंने उसे और भी कई बार उसके घर जाकर चोदा, और उसको अपने घर बुलाकर भी चोदा.. अपनी बहन और दिशा के साथ ग्रुप सेक्स करवाया.. वह कहानी फिर कभी आज के लिए इतना ही..

स्टूडेंट की सेक्सी माँ को चोदा

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हेलो दोस्तों मैं संजू अहमदाबाद गुजरात से हु. इस घटना की शुरुआत २०१७ की अप्रैल में हुई थी. मैं अपनी बीएससी फाइनल साल में था और अपने खर्च निकालने के लिए स्कूल स्टूडेंट के ग्रुप को पढ़ाया करता था..

एक स्टूडेंट की मां मुझे अपने फोन  से पॉजिटिव थॉट वाले मैसेज भेजा करती थी जो आगे बढ़कर सेक्सुअल कॉमेडी वाली बन गई मैं थोड़ी सोच में पड़ गया.


दिखने में भाभी एकदम सेक्स देवी थी उसके ३४ साइज के बूब्स देख कर किसी का भी खड़ा हो जाए, मैं कोई गलत सोच नहीं रहा था क्योंकि वह मेरे स्टूडेंट की मॉम थी. एक दिन उसने मुझे सेक्शुअली हॉट फोटो व्हाट्सअप पर भेजी तो उसे कैसे रिप्लाई किया जाए मुझे पता नहीं चला.

तो मैंने रिप्लाई में कुछ नहीं कहा, वैसे तो मैं हमेशा उनके जोक की तारीफ या कोई स्माइली भेजा करता था, तो उसके दुसरे मैसेज में उन्होंने मुझे पूछा कि आप कोई गर्लफ्रेंड क्यों नहीं है मेंटेन करते हो..

मैंने जवाब में यह कहा कि कहां मेरे पास इतना टाइम है गर्लफ्रेंड के लिए.. तो उन्होंने जो कहा मैं कभी सोच नहीं सकता था, क्यों कोई सेक्सी फीलिंग नहीं होती है आपको? उसके जवाब में मैंने कहा मेरी सिचुएशन के हिसाब से अपने आप को काबू में रखना जरूरी है.

भाभी ने कहा जो मैंने कभी किसी सेक्सी हॉट भाभी से सुनने की उम्मीद नहीं की थी क्योंकि मैं ना इतना हैंडसम दीखता हूं और ना कोई अच्छी फिजिक्स है, क्यों काबू में रखते हो? मैं हूं ना शेयर करो तुम्हारी फीलिंग चाहे सेक्शुअल ही सही..

मैंने कहा क्या मजाक करते हो जी? कहां में कहां आप इतनी ब्यूटीफुल लेडी हो, जिसके जवाब में उन्होंने कहा क्या कुछ है की नहीं तुम्हारे अंदर?

मुझे थोड़ा हर्ट सा फील हुआ तो मैंने अपने ६.५ इंच के लंड की पिक्स खींची और उन्हें फॉरवर्ड कि, जिसके रिप्लाई में उन्होंने कहा कल इसे मुझे रियल में देखना है, में तो पागल हो गया यह सुनकर तो मैंने कहा क्यों नहीं जी देख लीजिएगा..

फिर रात को काम से फ्री होने के बाद उनके साथ चैट करते हुए मुझे  पता चला कि भाभी के पति बिजनेस के चक्कर में उनकी सेक्सुअल लाइफ पर बिल्कुल ध्यान नहीं दे रहे थे, तो वह मुझसे अगले दिन मिलना चाहती थी, जब से उन्होंने मेरे लंड को देखा था.

मैंने हां कहा लेकिन लास्ट में गुड नाइट देने से पहले मुझे और शॉकिंग चीज़ बोला कि वह मुझे सुबह उनके जिम जाने से पहले मिलना चाहती थी, बस १ मिनट के लिए क्यों ना हो..

मैंने हां कहा और सोने से पहले मेरे नसीब में इतनी सेक्सी भाभी आ रही है यह सोचकर एक्साइट हो गया था. फिर मैं सो गया सुबह ५:३० बजे भाभी जी की कॉल से उठ गया और उन्होंने कहा कि वह घर से निकल गई है..

मैंने ट्रैक पैंट पहनकर एक सिंपल सी टीशर्ट पहनकर अपनी गाड़ी लेकर उन्होंने जिस जगह आने को कहा वहां पहुंच गया, मेरे घर के पास में और उनकी कार में बैठा तो उन्होंने एक सुनसान जगह जहा थोड़ी अंधेरा जरूर था लेकिन सेफ्टी के लिए वहां गए.. और भाभी जी ने लेट ना करते हुए कहा प्लीज जल्दी तुम्हारा हथियार दिखाओ..

मैंने एक्साइटमेंट में ट्रैक को नीचे किया और कहा आगे आप ही देख लो. जोकी के अंदर मेंरा लंड तना हुआ था जिसे देखते ही भाभी ने अपने हाथ से छुआ और जोकि को नीचे कर दिया.

मुझे थोड़ी शर्म  हुई फिर सोचा जब भाभी खुद कर रही है तो मुझे क्यों शर्म.. और भाभी ने जब अपने हाथ मेरे लंड पर लगाये तब मुझे एक शौक सा लगा और मैंने अपने हाथ भाभी के बूब्स पर रख दिया और दबाया..

भाभीने जरा सा आह उऔ ओह हहह मोन किया आया ऊऊ आराम से करो तो मैं और जोर से करने गया, तो भाभी मेरे लंड को ऊपर नीचे करने लगी, उनके सॉफ्ट हाथ से क्या मजा आया.

में उनके बूब्स को जोर से दबाने लगा, तो भाभी ने कहा प्लीज मैं यहां टी-शर्ट उतार नहीं सकती, तो ऐसा करते हैं शाम को मैं तुम्हारे घर पर आती हूं, तभी जो तुम्हारी मर्जी कर लेना, मैंने तो यह सपने में भी नहीं सोचा था.

तो हम वापस मेरे घर के थोडे नजदीक पहुंच कर मुझे उन्होंने ड्रॉप किया और बाय कहकर मैं घर लौटा. घर पर आ कर फ्रेश होकर मैंने अपने लंड के बाल को साफ किया और भाभी जी की कॉल का इंतजार करने लगा..

करीब दोपहर २ बजे भाभी जी का कॉल आया कि वह अभी मेरे घर के वहां पहुंच रही है,  मैं एक भाड़े के मकान में रहता हूं तो मैंने भाभी से कार कुछ दूर की जगह पार्क करवाया कि किसी को शक ना लगे.

मैं उनको मेरे एक दोस्त की तरह घर पर लाया. दरवाजा खोलकर मैं अंदर गया और फिर भाभी आ कर दरवाजा बंद कर रही थी. जब मैंने अपने सामने इतनी सुंदर भाभी को देखा तो अपने आप को रोक नहीं पाया, मैंने उन्हें पीछे से पकड़ा और नेक पर किस करते हुए दोनों हाथ से उसके बूब्स को एक साथ प्रेस करने लगा.

मेरा लंड उसकी गांड को चुभ रहा था, भाभी नशीली आंखों से मुझे देखते हुए मेरी और मुड़कर मुझे किस किया और मैंने भी किस किया. फिर मैं अपने दोनों हाथों से उनके बूब्स को प्रेस करने लगा. भाभी ने उनकी ड्रेस की हुक पीछे से खोल दी जिससे ड्रेस थोड़ी लूज होकर नीचे आ गई, मैं सरप्राइस हुआ उनकी वॉयलेट कलर की ब्रा देखकर.. एक्साईट होकर मैंने तुरंत पूरी ड्रेस को नीचे कर दिया क्या नजारा था?? बड़े बूब्स सेक्सी ब्रा में और सेक्सी दिख रहे थे.

में पागल हो गया और उनके बूब्स को ब्रा के ऊपर से ही चूसने लगा और मैंने भाभी के पीछे से ब्रा के हुक को खोल दिया और अब उसके सेक्सी बूब्स मेरे सामने थे, उसकी ब्राउन निप्पल बहुत ही सुंदर दिख रही थी.. मैं अपने होंठ से उसे चूसने लगा और दूसरे को अपने हाथ से मसलने लगा..

वह बहुत इंजॉय कर रही थी और बीच में उन्होंने कहा मुझे तुम्हारा लंड सक करना है, मैं सरप्राइज था क्योंकि मैं जब पोर्न मूवीस में देखा था तो लगा कोई विदेशी कल्चर में होता होगा.. लेकिन भाभी मेरा लंड चूसने को कहेगी यह मैंने सोचा नहीं था. फिर मैं उसकी बात सुनकर नीचे सो गया और भाभी मेरे पैरों की तरफ सर रखकर सो गई. हम 69 की पोजिशन में आ गए और मैं जब उनकी लेगी नीचे खींच लिया तो एकदम गरम हो गया था क्योंकि उनकी पैंटी ट्रांसपरंट थी.

भाभी ने मेरे लंड को अपने मुंह में लिया तो मुझे एक करंट सा लगा. मैंने भी भाभी की पैंटी को साइड पर कर के उनकी चूत को होठ लगाया तो वह सिहर उठी और मैं उसे चाटने लगा, और वह मजा लेने लगी और  अहह उऔ उओह हां ये ययय यस यस्य्स्य गैग उह गैग यया ऐऔइ उऔउ यस य्य्स हहह कहने लगी प्लीज फिर से करो.

मैंने मेरी दो उंगली से उनकी चूत को अलग करके भाभी की गुलाबी चूत के अंदर मैंने अपनी जीभ डाली और अंदर बाहर करने लगा, भाभी एकदम तड़पने लगी, कुछ ही सेकंड में भाभी ने अपना पानी निकाल दिया, मुझे उनका पानी नमकीन सा लगा, लेकिन बहुत ही मस्त टेस्ट था.. और मैं सारा पानी पी गया.. मेरा पानी अभी निकला नहीं था लेकिन भाभी जी के लिप्स और गर्म सांस के सामने मेरा भी पानी निकलने वाला ही था मैंने भाभी से कहा

तो उन्होंने कहा कि उनको मुंह में लेना है, और जैसे ही भाभी ने कुछ तीन चार बार सक किया मेरा पानी उनके मुंह में छूट गया और वह पूरा पानी पी गई, क्या एक्सपीरियंस रहा और मैं उनकी और बढ़ा मैंने भाभी को थैंक यू कहा, जिसमें उसने नोटि स्माइल दिया और मेरे कान काटने लगी, और उन के बूब्स देख कर मेरा लंड फिर से खड़ा हो गया.

मैंने भाभी जी को पूछा कि प्लीज मुझे चोदने दो.. जिसमें भाभीजी ने कहा तुम्हारा ६.५ इंच का लंड अपनी चूत में लेने के लिए कब से इंतजार कर रही हूं.

भाभी की यह बात सुनकर मैंने टाइम वेस्ट ना करते हुए उनको नीचे सीधा लेटने को कहा और वह सो गई. मैंने उनकी टांगे फैला कर उनके बीच में पहुंच गया और मेरे लंड को पोजीशन करके थोड़ा सा धक्का दिया, लेकिन उनकी चूत टाइट थी क्योंकि भाभी ने पिछले २ महीने से सेक्स नहीं किया था.

मैंने दोबारा धक्का दिया जरा जोर से दिया था उनकी चूत पानी से ऑलरेडी गीली थी और जोर से धक्का दिया तो मेरा पूरा लंड उनकी चूत में चला गया, भाभी जी ने चीख निकाली आह उऔउ अह्ह्ह औउ माँ आमामा और मौन कर रही थी बीच में मैं उनके बूब्स दबा रहा था..

फिर वह बोलने लगी आह हू इई ओअः हह्ह्हा और जोर से चोदो.. बहुत मजा आ रहा है और जोर से प्लीज.. यह सुनकर मैं भी जोश में आ गया और जोर जोर से चोदने लगा.. भाभी हर एक शॉर्ट पर जोर जोर से मोन करने लगी और पानी निकाल रही थी जिससे मेरा लंड पूरी तरह भीग चूका था.

थोड़ी देर करने के बाद मैंने उनको धीरे से कहा कि मुझे डॉगी स्टाइल में चोदना है, भाभी ने कहा ठीक है. और वह उल्टा मुड़कर डॉगी बन गई. फिर मैं पीछे से उनकी चूत में अपना लंड डाल दिया और भाभी जी को मैंने उनकी कमर को पकड़ कर रखा था, और अपना लंड अंदर बाहर करने लगा, और वह जोर शोर आह हौउअ ओऊ हाहाह यस्स हहह औउ ओऊ हहह मोन करने लगी.

और भाभी एक बार और पानी छोड़ने वाली थी और मेरा भी पानी छूटने वाला था तो मैंने भाभी जी से पूछा क्या करूं? उन्होंने कहा कि उनके अंदर ही पानी छोड़ दो, तो मैंने जोर से एकदम धक्का मारा और भाभी जी और मैंने एक साथ पानी छोड़ दिया.. मेरा पानी का फव्वारा एकदम अंदर तक गया था, और मैं अभी भी चोद रहा था और भाभी औ उय्य्य अय्याय ये य्य्स सह्ह्ह ओह हहह मोन कर रही थी मेरे होठों को किस करने लगी.

मुझे थैंक्यू कहां और जल्दी से सब सेट करके उनको जल्दी घर जाना था तो ड्रेस पहन लिया और मुझे भी ट्यूशन जाना था तो एक किस करके उन्हें कार तक छोड़कर बाय करके आ गया.

पति के दोस्त को सेक्स की गोली दे के चुदवाया

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मुनीश ने मुझे एक तिरछी नजर से देखा, चूत के बाल के साथ साथ मेरी चुचियों के अग्रभाग में भी जलन सी दौड़ उठी. मैंने मुनीश के सामने अपने बूब्स को हिलाए और गांड भी बहुत मटकाई लेकिन वो मेरे हाथ नहीं आ रहा था. पति का ये दोस्त मुझे भाभी कहते हुए थकता नहीं था. लेकिन अपनी इस प्यासी भाभी की चूत में लंड घुसाने की औकात नहीं दिखा रहा था. वो मेरे पति से 7 8 साल छोटा था पर दोस्ती काफी थी दोनों में. मैं मचल रही थी उसका लौड़ा लेने के लिए! लेकिन वो था की कभी गन्दी नजर से देखता ही नहीं था.

मैं मौके की तलाश में थी की कब उसे अपनी बाहों में ले के अपनी चूत चटवाऊ और उसका लौड़ा खड़े खड़े अपनी बुर म डलवाऊ. और वो मौका मुझे पुरे 1 साल की तपस्या के बाद मिला. पति अपनी कम्पनी की कोंफेरेंस के लिए मुंबई जा रहे थे. उन्होंने मुझे भी साथ में जाने के लिए कहा. लेकिन मैने कहा नहीं जी मैं वहां पर बोर होती हूँ इसलिए नहीं आना मुझे. मैंने कहा की मैं अपने पापा के घर चली जाउंगी दो दिन के लिए. पति ने कहा ठीक है. वो मुझे छोड़ के गए और मैंने जाने का फैसला बदल लिया.


मैं वही अपर रुकी शाम को मैंने मुनीश को कॉल किया. और उसको बताया की आप के भाई मुंबई गए हैं. वो बोला हां मुझे पता हैं बताया था मुझे. मैंने कहा मुझे पापा के घर जाना था लेकिन कुछ तबियत खराब थी इसलिए गई नहीं.

वो बोला, ओह!

मैं कहा, एक काम करोगे आप मेरा?

वो बोला, हां बोलो ना भाभी.

मेरे लिए खाना दे जाओगे आप, होटल से.

वो बोला हां स्योर.

मैंने कहा, आप का भी पार्सल करवा लेना, साथ में बैठ के खायेंगे, मुझे अकेले खाने में मजा नहीं आएगा.

वो कुछ बोला नहीं और उसने फोन काट दिया.

उसके आने से पहले मैं नहाने गई मैंने अपनी सब से सेक्सी नाइटी डाली जिसके अन्दर मेरी चुचिया कुछ एक्स्ट्रा ही बड़ी दिखती थी. और निचे की और बगल की झांट साफ़ कर दी. मैं बाथरूम से निकली ही थी की घंटी बजी दरवाजे की. मुनीश ही होगा वो मैं जानती थी. गिले बालों को मैंने अपने शोल्डर पर रख दिया जिसके अन्दर से अभी भी पानी टपक रहा था. मैंने नाइटी के अन्दर ना ही ब्रा पहनी थी ना ही पेंटी. और मैं जानती थी की मेरी नाइटी गांड की फांक में फसेगी और मुनीश वो देखेगा जरुर.

नहाने जाने से पहले मैं ओरेज ज्यूस बनाया था और एक ग्लास के अंदर मेल सेक्स की दवाई घोल दी थी. आज मैं मुनीश से कुछ भी कर के चुदवाना ही चाहती थी.

दरवाजा खोला तो उसने मुझे ऊपर से निचे देखा. मैंने उसके हाथ से पार्सल लिया और आगे आगे चली. मैं गांड में फंसी हुई नाइटी उसे दिखाना चाहती थी. वो आ के सोफे पर बैठ गया. मैं किचन से दो ग्लास ज्यूस ले आई. मुनीश को पूरा निचे झुक के ग्लास दिया. बिना ब्रा के मेरा क्लीवेज और बूब्स उसके सामने थे. उसने वहां देखा लेकिन फिर नजरें हटा दी, भोंदू कही का!

वो ओरेंज ज्यूस पी रहा था और मैं उसे ही देख रही थी. मेरा पति उम्र में पकने लगा था और बिस्तर में उसका दम अब कम हो चला था. मुनीश के मजबूत कंधे और मस्त बॉडी को देख के मेरी चूत में पानी चूत रहा था. मुनीश ने ज्यूस पिने के बाद 10 मिनिट में ही खाने के लिए कहा. मैं जानती थी की 10-15 मिनिट और में तो उसका लंड खड़ा होना ही होना था.

खाने के दौरान मैंने उसे बहुत जिद्द की और जिद्द के अन्दर थोड़ी खिंचातानी भी. मैंने जानबूझ के उसके लौड़े को टच कर लिया. मुनीश ने मुझे देखा और फिर मेरी बूब्स की गली को. मैंने सेकंड के फ्रेक्सन जितना हाथ उसके लंड पर रखा और फिर उसे हटा लिया. लेकिन उतना टच उसे गरम करने के लिए काफी था. वो अब उठा और उसने मुझे कमर से पकड लिया. मैं भी कुछ ऐसा ही चाहती थी उस से. उसका लंड मेरी नाइटी से मेरी गांड को टच हो रहा था. अंदर पेंटी नहीं थी इसलिए लौड़े का गरम गरम टच एकदम करीब लग रहा था. मुनीश ने हाथ आगे कर के मेरे बूब्स मसल दिए. मैं तो जैसे कब से अपनी बाहों को उसके लिए खोल के बैठी थी. आज मुझे उसे इनटोक्सीकेट कर के अपना काम करवाना पड़ा!

मुनीश ने मुझे अपनी तरफ घुमा लिया. मैं उसकी आँखों में देखने लगी. उसकी आँखों में हवस भरी हुई थी. उसने मुझे कान के पास धीरे से कहा, आई लव यु भाभी.

मैंने उसके लंड को हाथ में पकड़ लिया. और कहा, आई लव यु टू मुनीश.

वो बोला: कम ओन मेरे लंड को बहार निकालो जल्दी से.

मैंने उसकी पेंट की क्लिप को खोला और फिर ज़िप को निचे किया. अन्दर हाथ डाल के जब उसके लौडे को बहार निकाला तो मेरी आँखे खुली की खुली रह गई. उसका लंड पुरे 7 इंच का था और चमकदार भी.

मैंने उसे हाथ में भर के ऊपर निचे स्ट्रोक किया. वो बेताब था. उसने मेरी नाइटी को डोरी को पकड़ के खिंच दिया. मेरी नाइटी एक ही सेकंड में निचे गिर गई. और उसको मेरी चूत को देख के चुदाई का अलग ही नशा चढ़ गया. उसने हाथ से मेरी मखमली क्लीन शेव्ड चूत को पकड़ा और हिलाने लगा मेरी चूत की फांके एकदम गीली थी.

और फिर उसने मुझे अपनी बाहों में उठा लिया. और मुझे एकदम होर्नी फिल हुआ जब उसने एकदम मजबूती से मुझे पूरा उठा के अपने कंधो के ऊपर बिठा दिया. मेरा बुर उसके मुहं के सामने था. मैंने हाथ से उसके बालों को पकडे हुए थे. और वो मेरी चूत चाटने लगा.

सच में देर आये दुरस्त आये, सब्र का फल मीठा होता हैं वो दोनों कहावतो का सच होने का अनुभव हुआ मुझे. मुनीश एकदम होर्नी था और ऐसे चूत चाटने से उसने ये भी दिखा दिया था की आज मुझे एक अलग ही सेक्स का अनुभव होना था.

उसने मुझे दिवार की तरफ बढ़ा दिया. मेरी कमर दिवार को टच हो रही थी. और मुनीश बड़े ही सेक्सी ढंग से मेरी चूत को चाट रहा था. अरे चाटना क्या वो तो अपनी जुबान से मेरी चूत को चोद ही रहा था. पूरी जबान अन्दर डाल के वो मुझे मजे दे रहा था. और अपने हाथ से मेरे मम्मे भी मसल रहा था.

और फिर 10 मिनट तक उसने मेरी चूत को ऐसे ही चाटी. एक बार मेरे झड़ने के बाद उसने चूत को चाट के साफ़ कर दिया. और फिर मुझे निचे उतारा. मैंने भी उसके लंड को उसी वक्त अपने मुहं में ले लिया और चूसने लगी. उसका लौड़ा एकदम सख्त था. और उसने भी आजकल में ही झांट बनाई थी ऐसा लग रहा था. हलके हलके उगे हुए बाल मुझे फिल हो रहे थे.

मैंने लौड़े को गले तक भर के मुनीश को बड़ा ही मजा करवाया. मैं जानती थी की उसका लौड़ा सेक्स के पावर की गोली की वजह से जल्दी खाली नहीं होगा. इसलिए मैं बिंदास्त चुस्ती रही.

कुछ देर के बाद मुनीश ने मेरे बाल पकडे और ऊपर किया. फिर उसने मेरे बूब्स को अपने मुहं मेंले लिया. वो बूब्स को लिक कर रहा था और उसके हाथ मेरी गांड की फांक में थे. वहां से हाथ को वो अन्दर ले गया. और मेरी गांड के होल को और चूत के होल को अपने हाथ से हिलाने लगा. मैं तो जैसे मदहोश होने लगी थी. मैंने उसके लंड को हाथ से पकड़ा और हिलाते हुए कहा, कम ओन फक मी नाऊ.

ये सुन के मुनीश ने मुझे घोड़ी बना दिया. पीछे से मेरी गांड को खोल के एसहोल को और चूत को हलके से लिक किया. और फिर अपने लौड़े को उसने मेरी चूत में घुसा दिया अह्ह्ह्हह क्या फिलिंग थी इतना बड़ा लंड पहली बार लेने की! मेरे मुहं से कराहने का आवाज निकल गई. मुनीश ने मुझे कंधे से पकड लिया और वो मुझे आगे पीछे कर के मस्त मौला चुदाई करने लगा. उसका बड़ा लंड बड़ा ही बवाल मचा रहा था.

मुनीश मुझे धक्के देते हुए आगे पीछे कर रहा था और उसका लंड मजे से मेरी चूत में अन्दर बाहर हो रहा था. मुझे बहुत ही मजा आ रहा था उस गर्म गर्म लंड को मेरी बुर में घिसवाने का.

कुछ देर तक मुनीश ने मुझे खूब चोदा. और फिर हम दोनों अलग हुए. अब वो निचे बैठ गया और मुझे अपनी गोदी में चढ़ा दिया. मैं बूब्स को हिलाते हुए उसके ऊपर उछल उछल के चुदवा रही थी. और मुनीश जोर जोर से धक्के दे के मेरी चूत को मजे से पेलता जा रहा था.

10 मिनिट और चुदवाने के बाद मैंने अपने चूत का पानी एक बार फिर से मुनीश के लोडे पर बहा दिया. और अब की उसके लौड़े ने भी मेरे साथ बहना मुनासिब सा समझा. हम दोनों एक दुसरे से चिपक के सो गए.

मुनीश का लंड अभी भी ठंडा तो नहीं हुआ था. मैंने उसको एक रात के लिए मेरे साथ ही रुकने को कह दिया. अब वो खड़े लंड के साथ थोड़े ही अपने घर जाता!

मम्मी पापा, जवान कामवाली और ड्राईवर का ग्रुपसेक्स

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मम्मी ने अपने घाघरे को ऊपर किया और ड्राईवर निमेश ने अपनी जबान को उसकी पेंटी के ऊपर घुमानी चालू कर दी. सामने सोफे के ऊपर मेरे पापा एक हाथ में शराब का ग्लास उठाये हुए थे. और दुसरे हाथ से वो हमारी 19 साल की कामवाली दिया के बूब्स मसल रहे थे. दिया और निमेश एक ही गाँव से थे. और निमेश ही दिया को काम के लिए लाया था. लेकिन वो लोग भी मेरे मम्मी पापा के स्वेपिंग वाले चक्कर में फंस चुके थे. जी हां मेरी मम्मी पापा को कपल स्वेपिंग का बड़ा चस्का हैं. और घर के नोकरो को पैसे का लालच दे के वो उनको अपनी ओर्गी में शामिल कर लेते हैं. दिया उनका सब से नया शिकार थी.

निमेश हमारे यहाँ डेढ़ साल से हैं. और पहले जो कामवाली थी, जिसका नाम शान्ति था, उसके और मम्मी पापा के साथ उसने ओर्गी कर रखी थी. मम्मी ने निमेश के माथे को अपनी चूत पर जोर से दबा दिया. निमेश ने अपनी जबान को चूत के ऊपर टटोला जैसे. और फिर उसने अपनी जबान से ही उस हल्की पेंटी को निचे की तरफ खिंचा. मम्मी की आह निकल गई. दिया फटी हुई आँखों से ये सब देख रही थी. लेकिन दो हजार एक्स्ट्रा के चक्कर में वो बुरी फंसी हुई थी.


पापा ने अब खड़े हो के उसके सामने अपने लंड को निकाला. लंड की साइज़ और गर्थ को देख के दिया की जाबां बहार आ गई. वो बोली: साहिब इ तो बहुत ही बड़ा हैं.

मम्मी ने बिच में कहा: बड़े लेगी तभी तो बड़ी होगी जल्दी से, साहब बड़े लौड़े से मजे भी खूब देंगे तुझे.

दिया के हाथ को पापा ने अपने हाथ में लिया और उसके अन्दर अपना लंड पकडवा दिया. दिया ने मुठ्ठी तो बंद की लेकिन वो लंड इतना बड़ा था की उसकी मुठ्ठी से बहार आ रहा था.

पप्पा ने शराब की एक चुस्की ली और बोले, हिला इसे.

दिया अपने नन्हे नन्हे हाथो से लौड़े को मसलने लगी.

उधर निमेश ने मम्मी की पेंटी निचे कर दी थी. और वो किसी अच्छे ब्रिड के कुत्ते के जैसे बड़ी जुबान को बहार कार के मम्मी की फांक को लिक कर रहा था. मम्मी ने उसके माथे को अपने भोसड़े के ऊपर दबाया और बोली, अन्दर डाल दे जबान को.

पापा के लौड़े को हिलाती हुई दीया मम्मी को और निमेश को ही देख रही थी. पापा ने उसके टॉप को उतारा और उसके नन्हे बूब्स ब्रा में थे. वो ब्रा सडक के किनारे मिलने वाली चिप ब्रा के जैसे रंग वाली ही थी. दिया 19 साल की जरुर थी लेकिन एकदम दुबली सी थी. और उसके मम्मे अभी छोटे ही थे. पापा ने दिया के मम्मे हाथ से फेरने के बाद कहा, मालकिन के जैसे करवाना हैं?

दिया कुछ भी नहीं बोली, उसकी चुप्पी को पापा ने हां समझ लिया. और उसके बाकी के कपडे भी खोल दिए. दिया की चूत किसी छोटी आम की फांक के जैसी थी. उसके ऊपर हलके घुंघराले काले बाल थे. पापा ने चूत की फांक को दो ऊँगली से खोला और अन्दर की चमड़ी को एक प्यार भरी पप्पी दे दी. दिया सिहर उठी, उसकी आँखे बंद हो गई और उसने पापा का माथा पकड़ लिया.

वो इस ख़ुशी को बर्दाश्त नहीं कर सकी थी. पापा ने अब उसको निचे लिटा दिया. और उसकी टांगो को खोला. दिया को थोड़ी थोड़ी शर्म आ रही थी.

उधर मम्मी के मम्मो को दबाते हुए निमेश ने जीभ को पूरी चूत में कर दी थी. वो मस्ती से ममिया रही थी. और फिर उसने निमेश को धक्का दे के चूत के पास से उठा दिया. वो झड़ गई थी ड्राईवर के मस्त चूत चाटने की वजह से.

अब निमेश सोफे के ऊपर बैठ गया. मम्मी ने उसके काले लंड को हाथ में पकड़ा और हिलाने लगी. निमेश का लंड फुल जोश में था जिसे मेरी माँ ने अपने मुहं में भर लिया. अंडे तक के लंड को वो आधी ही मिनिट में अपने मुहं में ले चुकी थी. अपनी जबान को कभी बिच बिच में निकाल के लंड पर घुमाती थी. और फिर वो लौड़े को पूरा मुहं में भर लेती थी. निमेश की हालत एकदम बिगड़ गई थी. भला किसी को ऐसा ब्लोव्जोब मिले फिर वो कैसे खुद के उपर कंट्रोल कर सकता हैं.

उधर दिया की चूत की फांक से कुछ देर खेलने के बाद पापा ने अपनी जबान उसके ऊपर टिका दी. दिया की सिसकियाँ मादक थी और पुरे कमरे में उसकी सिसकियाँ ही सब से ज्यादा आवाज वाली थी. ये जवान कामवाली ने पहली बार चूत चटवाई थी अपनी लाइफ ने. तो उसकी ख़ुशी उसको कितनी मिलती होगी वो आप समझ ही सकते हो!

मम्मी ने कुछ देर लंड को मस्त चूसा. और फिर वो लंड को एक हाथ से हिलाते हुए उसके ऊपर बैठ गई. उसने चूत के होल में लंड को सेट कर दिया था. वो जैसे ही उसके ऊपर बैठी लंड चूत की गहराई में घुस गया. मम्मी के बूब्स को पकड के निमेश ने निचे से धक्के दिए. दिया वो सब देख रही थी अपनी चूत पापा से चटवाते हुए.

पापा के मुहं में झड़ने से पहले वो बहुत छटपटाई और उसका बदन खूब झटके मार रहा था. चूत का पानी निकलने के बाद वो उठी और पापा ने कहा, मुहं में ले लो मेरा.

पापा ने उसे निचे घुटनों के ऊपर बिठा दिया. और अपने लंड को उन्होंने दिया के मुहं में घुसा दिया. वो लंड बहुत बड़ा था इस लड़की के लिए तो. आधा ही लंड मुहं में ले सकती थी वो. लेकिन फिर भी पापा जैसे जबरदस्ती से पूरा घुसाने की फिराक में ही थे. दिया को दर्द हो रहा था और नाखुशी उसके चहरे पर दिख रही थी. लेकिन पापा को फ़िक्र नहीं थी उसकी. दिया के बाल पकड़ के जबरन उसका हार्डकोर माउथ फकिंग कर दिया गया. दिया रो रही थी लेकिन पापा ने ध्यान नहीं दिया. और मम्मी लंड के ऊपर उछलती हुई हंस रही थी दिया की बुरी हालत को देख के.

दिया के मुहं से जब पापा ने लंड निकाला तब जैसे उसकी सांस में सांस आई. लेकिन उस बेचारी को पता नहीं था की अभी तो हार्ड सेक्स की शरुआत हुई थी.

मम्मी अब निमेश के सामने घोड़ी बन गई. उसने अपने लंड को ठपठपा दिया जरा मम्मी की एस के ऊपर. और फिर एक धक्के से लंड को मम्मी की चिकनी चूत में घुसा दिया. मम्मी ने अपनी बिग एस को हिला हिला के चुदवाना चालू कर दिया.

दिया को निचे लिटा के पापा उसके ऊपर आ गए. उन्होंने थोडा थूंक अपने लंड के सुपाडे के ऊपर घिसा. दिया के हाथ में लंड पकड़ा के वो बोले, लगा दे इसे अपनी बुर पर मेरी रानी!

दिया घबरा रही थी और उसे पंखे के निचे भी पसीना सा आ रहा था. उसने लंड को अपनी चूत के छेद पर लगा दिया. पापा ने अब एक धक्का दिया. दिया की कसी हुई वर्जिन चूत के ऊपर लंड फिसल गया. दिया को दर्द भी बहुत हुआ.

पापा ने लंड के उपर और भी थूंक लगाया और दिया की टांगो को खोला. दिया घबरा रही थी इतने बड़े लंड को चूत में लेने से. और वो बार बार लंड को ही देख रही थी. लेकिन पापा फुल मूड में थे उसकी सेक्सी जवान चूत को पेलने के. उन्होंने दिया को कंधे से पकड़ा और लंड को सही जगह पार लगा के ऐसा झटका दिया की उसकी आँख से आंसू और मुहं से चीख निकल पड़ी. पापा ने उसके मुहं को हाथ से बंद किया. और लंड को ऐसे ही रहने दिया चूत के अंदर.

उधर निमेश ने अब अपने लंड को मम्मी की चूत से निकाला. मम्मी ने एक हाथ से अपने कुल्हें को एक साइड पर खिंचा और बोली, डाल दे पीछे!

निमेश की लोटरी लग गई थी मम्मी ने सामने से गांड मरवाने की पेशकश जो की थी. उसने लंड को मम्मी की एस्होल में डाल दिया. मम्मी पहले भी बहुत गांड मरवा चुकी थी. इसलिए लंड एकदम आराम से बिना किसी पेन के अन्दर हो गया.

मम्मी ने दिया को कुछ दीन में तू भी ऐसे बड़े लंड ले लेगी आराम से, पहले दो तिन बार दर्द सब को होता हैं मेरी रानी.

दिया के आंसू पापा के हाथ पर आ चुके थे. अब पापा ने एकदम धीरे धीरे से अपने लंड को दिया की चूत में हिलाया. दर्द और चमड़ी के छिलने की जलन से दिया परेशान थी. वो कराह रही थी लेकिन पापा ने हाथ हटाया ही नहीं. एक मिनिट के बाद जब पापा को लगा की अब वो शांत हुई हैं तो उन्होंने दिया का मुहं छोड़ा. दिया अभी भी रो रही थी. लेकिन अब उसका दर्द काफी कम हो चूका था. पापा अपने लंड को हौले हौले उसकी चूत में हिला रहे थे.

उधर मम्मी किसी पोर्नस्टार के जैसे अपनी गांड को जोर जोर से हिला के मरवा रही थी. निमेश मम्मी के बूब्स को आगे हाथ कर के पकड रहा था और दबा रहा था. किसी क्सक्सक्स मूवी के जैसा ही सिन था. एक तरफ कामवाली को पापा चोद रहे थे और दूसरी तरफ मम्मी कुतिया के जैसे ड्राईवर से गांड मरवा रही थी.

दिया कुछ देर तक रोती रही लेकिन फिर वो शांत हो गई अब उसे भी मजा आने लगा था. पापा ने निचे झुक के उसकी चुन्चिया चुसी. और दिया ने पापा का अब पूरा सपोर्ट किया.

उधर निमेश के लौड़े ने मम्मी की गांड को वीर्य से भर दिया. मम्मी ने गांड को कस लिया और सब वीर्य गांड में ही लिया. निमेश ने लंड को निकाला जिसके ऊपर मम्मी का गू लगा हुआ था.

वो दोनों खड़े हो के कपडे पहनने लगे.

अब पापा ने दिया को और भी जोर जोर से पेलना चालू कर दिया था. वो कस कस के इस जवान कामवाली को ठोक रहे थे. दिया की चूत में ही उन्होंने वीर्य भर दिया.

जब पापा ने लंड को बहार निकाला तो उसके ऊपर खून लगा हुआ था. आज इस जवान कामवाली की चूत की झिल्ली उन्होंने फाड़ डाली थी.

मम्मी ने कहा, वाऊ यु आर सो लकी, जवान वर्जिन बुर मिल गई तुम्हे. अब मुझे भी किसी जवान लंड का मजा करवाओ बहुत दिन हो गए हैं.

पापा ने लंड को दिया की कमीज से साफ़ करते हुए कहा, जरुर डार्लिंग, अगले हफ्ते ही!

मेरे भाई का वर्जिन दोस्त

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हेलो दोस्तों मेरा नाम सोनम है, और यह मेरी पहली कहानी है. जिसने मुझे एक पूरी रंडी बना दिया.  तो बात २ साल पहले की है जब मैं कॉलेज के पहले साल में थी और मेरी जवानी उभर कर बाहर आ रही थी, मेरे बूब्स काफी बड़े हो चुके थे. मैं अब 32 साइज की ब्रा पहनती थी और मेरी गांड भी परफेक्ट शेप में आ गई थी. ज्यादा बड़ा नहीं था पर जब भी मैं स्किन टाइट जींस पहनती थी और सारे लड़के मुड़-मुड़कर मुझे देखने लगते थे, मैं ज्यादातर जींस पहनती थी और मेरे मोहल्ले के शायद सारे लड़कों ने मेरे बारे में सोचकर मुठ जरूर मारी होगी, लगभग आधे से ज्यादा लड़कों ने मुझे लव लेटर दिया हुआ था पर अभी तक मैंने किसी का प्रपोजल एक्सेप्ट नहीं किया था, क्योंकि मैं कोई रिलेशन नहीं चाहती थी और वैसे भी पहली चुदाई अपने कजिन ब्रदर के साथ होने के बाद अब मैं कोई रिलेशन नहीं बल्कि एक और जोरदार चूदाई चाहती थी.

तो अब कहानी पर आते हैं, जैसे कि मैंने अपनी पहली कहानी में बताया कि कैसे मेरे कजिन भाई ने मुझे तीन पत्ती खेलते हुए चोदा या कहें कि मैंने खुद उससे चुद गई, पर यस चुदाई के बाद में चुदाई की दीवानी हो चुकी थी. मम्मी पापा वापस आ गए थे और मेरा कजिन ब्रदर भी बहुत बिजी रहने लगा था. कभी कभी घर आता था पर मेरी मां हमेशा घर पर ही रहती थी तो हमें कभी दुबारा चूदाई करने का मौका नहीं मिला, पर जब भी वह घर आता तो जैसे तैसे करके मेरे बूब्स दबा लेता या मुझे किस कर लेता, और मैं सीधे उसके लंड को अपने हाथों से दबाने लगती मम्मी से नजर बचाकर.. लेकिन इन सब हरकतों ने मेरे अंदर की आग और भी बढ़ा दी थी और अब मुझ से रहा नहीं जा रहा था. मैं रात को मम्मी पापा की चूदाई छुप-छुपकर दरवाजे के छेद से देख कर अपनी चूत रगड़ने लगती, मेरा मन किसी काम में नहीं लग रहा था, मानो कि जैसे मैं पागल हो रही थी. चुदाई के लिए कॉलेज में बहुत सारे लड़के थे पर जैसे कि मैंने कहा मैं कोई रिलेशन नहीं चाहती थी और एक दिन मानो मेरी मुराद पूरी हो गई.


उस दिन पापा के ऑफिस जाने के बाद मम्मी मार्केट में चली गई मेरी भाई का कोई दोस्त आने वाला था जिसके हाथ उसके लिए कुछ सामान भेजना था. तो मम्मी कुछ ज्यादा टाइम लगाने वाली थी, तो मैंने अपने कपड़े उतारे और मेरे बूब्स को देखकर दबाने लगी और फिर चूत में उंगली डाल कर हिलाने लगी. मैं बड़े मजे से अपनी उंगली से अपनी चूत चोद रही थी और तभी डोर बेल बजी, मैं मानो जैसे कि सपने से जाग गई मैंने टावेल लपेटा और दरवाजा खोलने चली गई. मुझे लगा कि मां होगी पर जब दरवाजा खोला तो देखा कि एक लड़का करीब १७ साल का होगा, लंबा चौड़ा अच्छी बॉडी थी उसकी और देखने की भी गोरा चिट्टा था, एक दम जवान मजबूत बोडी वाला लड़का मेरे सामने था. मैंने पूछा वह बोला दीदी मैं संदीप, रोहित का फ्रेंड हूं उसने कहा था कि आप लोग उसके लिए कुछ भेजने वाले हैं, तो मैं लेने आया हूं.

मैंने कहा यह शोर प्लीज अंदर आओ. मैंने अपनी टॉवेल थोड़ी ठीक की और फिर उसे बैठने को कहा और किचन से कोल्ड ड्रिंक लेकर आई. मैंने कहा १ मिनट प्लीज मैं चेंज करके आती हूं. उसने कहा कोई बात नहीं. मैंने उसे देखा तो उसकी आंखों में मुझे एक चमक दिखाई दिया जैसे कि मानो उसकी आंखें मुझे बोल रही थ कि इस टॉवल को भी उतार दो. में अपने रुम में चली गई जो की ड्राइंग रूम के बिल्कुल सामने था. मैंने जानबूझकर अपने रुम का दरवाजा बस थोड़ा खींचा पर पूरा बंद नहीं किया, अब दरवाजे पर इतना गेप था कि उसे बाहर से अंदर का दिखाई दे सके.

मैंने अंदर जाते ही अपना टॉवल निकाल दिया और पूरी नंगी हो गई. मैंने पीछे मुड़ कर नहीं देखा लेकिन मिरर में देखा तो संदीप मेरी तरफ देख रहा था. मैंने धीरे से ब्रा उठाया और धीरे से पहनने लगी और फिर उसकी तरफ मुड़ कर अपने बूब्स को थोड़ा दबाया मैं उसकी तरफ बिल्कुल नहीं देख रही थी, फिर मैं दूसरी तरफ मुड़ी ताकि मेरा पिछवाड़ा उसकी तरफ हो जाए. और फिर अपनी पैंटी उठाकर पहनने लगी. पर जब पैंटी पहने तो मैंने पूरा नीचे झुक गई ताकि उसे मेरी गांड दिखाई दे सके और फिर जब मैंने मिरर में देखा तो संदीप मेरी तरफ देखकर अपने लंड को पैंट के ऊपर से सहला रहा था. फिर मैंने एक छोटी सी शॉर्ट स्कर्ट पहनी और ऊपर एक टाईट टॉप डाल दी और बाहर आई तो संदीप झट से अपने आप को ठीक कर रहा था और यहा वहां देखने लगा, पर अपने लंड को भूल गया जो उसके पैंट के अंदर से ही टेंट बना रहा था. उसके लंड से बने उस टेंट को देख कर मैं तो अभी उस पर टूट जाना चाहती थी पर फिर सोचा कि नहीं उसे पहल करने देते हैं.

फिर मैं सोफे पर बिल्कुल उसके सामने जाकर बैठ गई और अपने पैरों को ऐसे मोड़ा कि मेरी गोरी गोरी जांघे उसे साफ साफ दिखाई दे और मैं उसे पूछने लगी की संदीप पढ़ाई कैसे चल रही है,

संदीप – हां हां दीदी सब ठीक ठाक चल रहा है.

मैं – और बता रोहित की कोई गर्लफ्रेंड है या नहीं?

संदीप – नहीं दीदी वह तो हमेशा पढ़ाई में लगा रहता है.

जब हम बातें कर रहे थे तो वह बार बार मेरी जांघ की तरफ देख रहा था और फिर यहां वहां देखने लगा.

मैं – दैट्स गुड पर तुम्हारी तो जरुर होगी..

संदीप – अरे आपने ऐसा क्यों कहा? मेरी भी कोई गर्लफ्रेंड नहीं है.

मैं – सच बोल रहे हो या शर्म आ रहे हो.

संदीप – नहीं नहीं पहले एक गर्लफ्रेंड थी अब नहीं है.

मैं – ओह्ह तो एक्सपीरियंस हो.

संदीप – क्या मतलब??

मैं – कुछ नहीं कुछ नहीं.

संदीप – दीदी सामान कहां है, मैंने कहा मम्मी बाजार गई है सामान लाने, तो तुम को उनका इंतजार करना पड़ेगा.

अगर तुम बोर हो रहे हो तो थोड़ा यहां वहां घूम कर आ सकते हो.

संदीप – नहीं नहीं मैं ठीक हूं.

मैं – अच्छा फिर एक काम करते हैं यहां गर्मी ज्यादा है मेरे रूम में चलते हैं वहां एसी लगा हुआ है.

मेरे इतना कहते ही वह जट से खड़ा हो गया और फिर हम दोनों मेरे रूम में गए और मैंने एसी को ऑन कर दिया, फिर टीवी चला दिया और मैं बिस्तर पर लेट गई, और वह बिस्तर के किनारे पर बैठ गया.

फिर मैं चैनल बदलने लगी और म्यूजिक चैनल लगा दिया, तो डेड मम्मी नहीं है घर पर यह गाना चल रहा था. जिसे देख कर शायद वह समझ गया कि मुझे क्या चाहिए? वह टीवी  देख रहा था तो मैं अपने बूब्स दबाने लगी बूब्स दबाते दबाते जब मैंने निप्पल प्रेस किया तो मेरे मुंह से आह्ह औऊओ ओह्ह आवाज निकल गया जिसे सुनकर वह मेरी तरफ मुड़ा और उसने देखा कि मैं आंखें बंद करके अपने बूब्स दबा रही थी. मैंने अपनी आंखें बंद कर रखी और धीरे से एक आंख खोलकर देखा तो संदीप ने अपनी ट-शर्ट उतार दि थी और ऊपर से पूरा नंगा हो गया, वाह उसकी वह मर्दानी बॉडी देखकर मैं तो पागल हो गई.

फिर वह सीधा मेरे ऊपर आया, वह मुझे किस करने लगा. मैंने उसे अपने बाहों में लपेट लिया और उसे किस करने लगी. वह भी बड़े मजे से मुझे किस कर रहा था. फिर थोड़ी देर बाद वह मेरे गले को चूमने लगा और मेरे कानों को चूस रहा था. मैं तो जैसे सातवें आसमान पर पहुंच गई, फिर उसने मेरी टॉप उतार दी और मेरी ब्रा को ऊपर खिसका कर मेरे बूब्स को चूसने लगा.

मैंने कहा – मैं यह बोल रही थी कि तू तो एक्सपीरियंसड हे साले..

संदीप – नहीं नहीं किस विस किया है पर कभी किसी के साथ सेक्स नहीं किया.

मैंने कहा – तो आज करना चाहता है?

संदीप – नेकी और पूछ पूछ.

मैं तो तुम्हें देखते ही तैयार हो गया था पर पहले कभी किया नहीं तो थोड़ी मदद कर देना. मैंने कहा चिंता मत कर शेर को शिकार करना सिखाना नहीं पड़ता, और मैं उठ गई और उसकी पेंट की हुक खोल दी और पैंट और अंडरवियर के नीचे खीसका कर उसका लंड अपने हाथ में ले लिया. वह उमर से छोटा जरूर था पर उसका लंड काफी बड़ा था.

करीब ७ इंच का होगा और मोटा भी था. मैं नीचे झुकी और उसके लंड को थोड़ा हीलाया और अपने मुंह में ले लिया और चूसने लगी. संदीप पूरा जोश में आ गया और अहः ओह्ह हहह उह हहह ओह अह्ह्ह आवाज करने लगा.

फिर मैंने उस के लंड को पूरा अंदर तक मुंह में लिया और चूसने लगी. मैं थोड़ा खांसी तो वह पीछे हो गया और सॉरी बोलने लगा. मैंने कहा कोई बात नहीं और फिर मैं बिस्तर में लेट गई और अपना स्कर्ट और पैंटी उतार दिया. और वह सीधा मेरे नीचे जाकर मेरी चूत को चूमने लगा. वह सिर्फ किस कर रहा था तो मैंने कहा किस नहीं मेरे राजा चाट मेरी चूत को.. वह मेरी चूत को चाटने लगा और मानो कि मुझे बहुत सारे दिनों की प्यास के बाद पानी मिला हो ऐसा मजा आ रहा था.

मैंने उसके सर को पकड़ा और अपनी चूत में लगा दिया और वह मेरी चूत चाटता रहा और मैंने उसे सर को और दबाया और मैं झड़ने लगी, मेरी कमर पूरी कांपने लगी और मैं जोर से अहह ऑफ हहह औउ ओह हाहा येस्स्स्स कहते हुए जड़ गई.

फिर मैंने देखा कि उसका लंड पूरा खड़ा था, मैंने उस को अपने ऊपर खींचा और वह सीधा मेरे ऊपर लेट गया. मैंने कहा अपने दोनों हाथों को मेरी दोनों तरफ बिस्तर पर रखकर सपोर्ट दो, उसने वैसा ही किया और फिर मैंने उस के लंड को पकड़ा और अपनी चूत में रगड़ने लगी. वह आहह ओह्ह कर के अपनी गांड हिलाने लगा और मैंने उसके लंड को अपनी चूत के छेद में रखा और उसने धक्का दिया और उसका आधा लंड मेरी चूत के अंदर चला गया, और मेरे मुंह से ओह्ह अह्ह्ह ओह औऊ की आवाज निकल गई.

अब वह धीरे धीरे अपना लंड अंदर बाहर करने लगा और मैं आह्ह ओह हां औउ यस्स हहस आः अहू फह हहह आवाजे करने लगी.

मैंने उसको अपनी बाहों मैं भरा और फिर उसे नीचे लेटा दिया और मैं खुद उसके ऊपर आ गई, मैं ऐसे बैठी जैसे सुबह इंडियन टॉयलेट में बैठते हैं और उसके लंड को थोड़ा हिलाया और अपनी चूत में रख कर धीरे-धीरे उसके लंड को अपनी चूत के अंदर डालने लगी. फिर जब संदीप का लंड पूरी तरह मेरी चूत में घुस गया मैं जोर-जोर से ऊपर नीचे उछलने लगी.

करीब ५ मिनट में ऐसे ही उछलती रही है और मैं पूरी जोश में आ गई थी और फिर अपने पैरों को मोड़कर उसके ऊपर बैठ गई, आगे पीछे करके मैं उससे चुदवाने लगी. मैं जोर-जोर से आवाज करते हुए जड़ने लगी और उसके लंड को अपनी चूत के अंदर ही रखकर में जड़ गई और उसके ऊपर लेट गई.

वह अब नीचे से ही अपनी गांड को ऊपर नीचे हीला रहा था और मुझे चोद रहा था, फिर मैं डॉगी स्टाइल में आ गई और उसने मेरी चूत में अपना लंड डाला और जोर जोर से आगे पीछे अंदर बाहर करते हुए मुझे चोदने लगा. वह बीच-बीच में  जुक कर मेरे बूब्स को भी दबा रहा था.

फिर मैंने उसे कहा रुको और वह अपना लंड मेरी चूत के अंदर ही रखकर रुक गया. एक्चुअली मैंने वीडियो में देखा था कि लड़कियां पीछे से लंड अपनी चूत में लेकर अपनी गांड जोर जोर से हिलाती है, जैसे कि इंग्लिश म्यूजिक वीडियो में होता है. तो मैं भी उसी तरह करना चाहती थी, तो मैंने अपनी गांड हीलाना शुरू किया, पहले थोड़ा दर्द हुआ पर फिर मजा आने लगा. तो मैं जोर-जोर से अपनी गांड बिल्कुल डांस की तरह हीलाने लगी और शायद संदीप जड़ने वाला था और उसने भी मुझे चोदना शुरू किया, वह पुरे जोर से अपना लंड मेरी चूत के अंदर बाहर कर रहा था.

अब मुझे लगा कि वह जडने वाला है तो मैं फिर से हट गई और बिस्तर पर लेट गई और उसका लंड बाहर निकाल दिया. वह बोला क्या हुआ? मेरा निकलने वाला है.. मैंने बोला जल्दी बिस्तर से नीचे आओ वह बिस्तर के नीचे आकर खड़ा हो गया और मैं बिस्तर पर बैठ कर उसका लंड अपने हाथ से हिलाने लगी और वह चिल्ला रहा था आह हहू हहह औउ ह हां यस्स अहह फह.

में उसके लंड का पानी अपनी चूत में नहीं लेना चाहती थी और ना ही अपने मुंह में.. तो मैंने उसे दूसरी तरफ मोड़ कर रखा था और खुद बिस्तर पर बैठकर उसके लंड को हिला रही थी, जोर-जोर से जब हीलाया तो संदीप आह्ह ओह हहह उआउ ह्हह्हा यस्स अऊ ईई अह्ह्ह ओहाह्ह्ह करते हुए जड़ने लगा तो मैं धीरे-धीरे हिलाने लगी और फिर उसके लंड का एक एक ड्राप पानी फर्श पर गिर गया.

संदीप पूरा पसीना पसीना हो चुका था और अब तक अहह हहह ओह अहह कर रहा था उसके लंड से पानी निकलने के बाद अब उसका मोटा लंबा लंड धीरे धीरे छोटा होने लगा. संदीप बोला यह अपने मुंह में क्यों नहीं निकलने दिया मुझे?

मैं – क्योंकि मैं देखना चाहती थी कि तुम्हारे लंड से पानी कैसे निकलता है.

फिर हम दोनों जल्दी तैयार हो गये, अब मैंने सलवार पहन ली और जब तैयार हो रहे थे तब भी वह मुझे कभी गांड पर तो कभी मेरे बूब्स को दबा रहा था. फिर हम तैयार होकर ड्राइंग रूम पर गए और सोफे पर बैठ गई. सोफे पर बैठे बैठे हम किस कर रहे थे और वह मेरे बूब्स दबा रहा था. और मैं उसका लंड सहला रही थी. अब उसका लंड पूरा खड़ा हो चुका था और उसकी उंगलियां भी मेरी चूत में कमाल कर रही थी, अब मुझसे रहा नहीं जा रहा था.

तो में वही ड्राइंग रूम पर ही डॉगी स्टाइल में फर्श पर बैठ गई और अपनी पैंट की ज़िप खोल कर अपना लंड निकाला और मेरी सलवार को पीछे से थोड़ा नीचे खिसकाया. फिर अपने लंड को मेरी चूत पर रखकर जोर जोर से धक्के के साथ पूरा अंदर तक घुसा दिया और फिर जोर जोर से मुझे चोदने लगा.

मैं यही सोच रही थी कि जिस घर पर मैं बचपन से आज तक में शरमाते शरमाते घूम रही थी, उसी घर के ड्राइंग रुम पर आज एक अनजान लड़के से चूद रही थी, आखिर जोर के धक्के के साथ वह जड़ने के लिए तैयार हो गया और मैं भी झड़ने लगी. मैं उसके लंड का पानी अपनी चूत में नहीं लेना चाहती थी, पर इस मजेदार सिचुएशन में रुकना भी नहीं चाहती थी. तो मैंने अपनी गांड आगे पीछे हिलाने लगी और वह मुझे जोर से अपने लंड अंदर बाहर करते हुए चोद रहा था, और इसी के साथ हम दोनों झड़ने लगे. मेरी चूत के अंदर उसके लंड का गर्म पानी में महसूस कर रही थी. और मेरी भी चूत पानी छोड़ने लगी. हम दोनों साथ झड़ रहे थे, वह अपना पूरा पानी मेरे चूत में डाल रहा था, फिर हम दोनों ऐसे ही पूरा जड़ गए.

जड़ने के बाद में वह उठा और मैं भी उठकर अपने कपड़े ठीक करने लगी और उसने भी अपना लंड अंदर डाला और ज़िप को बंद कर दिया, संदीप ने कहा सॉरी मैं अंदर ही झड़ गया और इससे पहले कि मैं कुछ बोलती डोर बेल बजी. में गई और दरवाजा खोला तो मम्मी खड़ी थी, मैंने उस के हाथ से सामान लिया और अंदर आई, और मम्मी को संदीप से मिलाया. मम्मी बोली बहुत देर से इंतजार कर रहे होगे ना बेटा?? बोर तो नहीं हुए??

संदीप नहीं आंटी दीदी ने बोर ही नहीं होने दिया.

फिर मैंने अंदर जाकर सब सामान पैक कर दिया और एक बेग बना कर बाहर आकर मम्मी को दिया, तो माँ ने संदीप को दिया और कहा अपना ख्याल रखना बेटा.

संदीप हम दोनों को बाय बोल कर चला गया और जाते-जाते दरवाजे पर पहुंच कर मुझे थैंक्यू कहा. मैं सोचने लगी साले एक वर्जिन लड़के को इतनी बढ़िया चूत मिल जाए तो थैंक्स तो बोलेगा.. उसने मेरी भी तमन्ना पूरी कर दी. और फिर शाम को हमें केमिस्ट से आय पिल लेने के लिए एक बच्चे को भेजा, मेने कहा कि कोई पूछे तो पापा का नाम ले लेना.

दीदी ने मुह काला किया

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हेल्लो दोस्तों में आज आप को मेरा नाम नहीं बता सकता क्योंकि यह कहानी कुछ ऐसी हे की मुझे अपना नाम बताने में शर्म आ रही हे. पर मुझे विश्वास हे की आप को मेरी कहानी पढ़ कर मजा आएगा. यह कहानी मेरी बहन मंजू की हे जिसके सर चुदाई का भूत सवार हे.
दोस्तों मेरे घर में में, मेरी बहन और मेरी माँ हे. मेरे पापा बचपन में चल बसे थे. में अपनी बहन से 10 साल छोटा हूँ, जब मेरी बहन 18 साल की हुई तो उसका जिस्म देखने वाला बन गया था. उसके बूब्स और गांड एकदम बहोत बहार आ गये थे, मुझे अभी इतना नहीं पता था की सेक्स क्या होता हे और कैसे करते हे पर मेरी बहन को इसमें बहुत इंटरेस्ट था.

जब हम तीनो रात में बेडपर सोते थे तो मेरी बहन सेक्सी बुक्स पढ़ती थी और अपनी सलवार और पेंटी उतार के अपनी चूत में उंगलिया डाल कर अपनी चूत का पानी निकालती थी. मम्मी को काफी बार इस बात का पता चल जाता था की मंजू रात को यह सब करती हे, पर शुरु में तो मम्मी कुछ बोली नहीं. पर जब मम्मी को पता चला की मेरी बहन पडोस के एक सरदार पर सेट हो गयी हे तो उन्हें उस पर बहुत गुस्सा आया और मेरी बहन का घर से निकलना बंद कर दिया.
वह सरदार हमारे घर के पास ही रहता था और उसकी शादी भी हो चुकी थी, मेरी बहन उसे अब फोन पर बाते करने लगी थी, एक रात की बात हे जब हम तीनो बहार सो रहे थे तो दीदी ने उसे फोन कर के अपने घर बुला लिया, में मम्मी के साथ लेटा सब कुछ देख रहा था. सरदार दीदी के बिस्तर पर आ कर बैठ गये और दीदी के बूब को मसलने लगे, उसने दीदी के सारे कपड़े उतार दिए और दीदी की बूब्स और चूत को मसलने लगा.
दीदी के मुह से अहह औउ ओह अहह की आवाजे निकलने लगी थी. फिर सरदार दीदी को उठा के  बाथरूम में ले गया और इतने में ही मम्मी उठ गयी, फिर वह भी उठकर बाथरूम में गयी तो उनके सामने दीदी और सरदार एक दुसरे से चिपके हुए थे. मम्मी को देख कर सरदार तो भाग गया पर दीदी कहा जाती, फिर दीदी ने उस रात मम्मी से रो रो कर माफ़ी मांग ली. और मम्मी ने उसे आखरी मौका देकर माफ़ कर दिया.
पर दीदी की चुदने की आदत थी और वह ठीक नहीं होने वाली थी. वह कुछ दिन ठीक रही और फिर वह एक हमारे घर से थोड़ी दूर एक मुसलमान लडके पर सेट हो गयी, पहले तो वह लड़का हमारे घर के आसपास चक्कर लगता रहता था और दीदी को देखता था और अब दीदी मुझे साथ ले जाती की वो मार्केट जा रही हे पर वो मार्केट के बहाने से उस लडके से मिलती थी और वह मेरे सामने दीदी को किस करता था.
एक बार शाम को दीदी बहार घूम रही थी और तभी वह लड़का दीदी के पास आया और तब अँधेरा भी हो चूका था और इसलिए उसने दीदी को साइड लिया और अपनी पेंट उतार दीदी को अपना लंड चुस्वाने लगा. दीदी ने मुझे कहा की अगर कोई आये तो बता देना. उस शाम दीदी ने उसका लंड १० मिनिट तक चूसा और जब दीदी वापस आई तो उसके चेहरे पर सफ़ेद पानी जैसा था जिसे दीदी ने अपने हाथो से साफ करके चाट लिया.
ऐसे ही कुछ दिन निकल गये, शाम होने वाली थी और दीदी घर से गायब हो चुकी थी, मम्मी उसे पड़ोस में ढूंढने लगी थी. फिर मम्मी ने मुझे पूछा की वह कोई नए लडके के साथ घुमती हे क्या? तो मेने उसे उस मुसलमान लडके के बारे में बताया. मम्मी गुस्सा हो गयी और जल्दी दे उसके घर गयी, में मम्मी के साथ था, जब मम्मी ने दरवाजा खोला तो दीदी पूरी नंगी बेड पर लेटी हुई थी और दीदी की चूत में उस लडके के अपना लंड डाला हुआ था.
जैसे ही मम्मी को देखा तो वो डर गया उसने जट से अपना लंड दीदी की चूत से बहार निकाला और उसका लंड बहुत बड़ा था और खून से भरा हुआ था, मम्मी ने दीदी को थप्पड़ मारे और उसके कपड़े पहना कर खीच कर घर ले आई, दीदी से ठीक चला भी नहीं जा रहा था उसकी सलवार खून से भरी हुई थी.
घर आते ही मम्मी ने उसे रूम में बंद किया और उसकी पिटाई करने लगी, में बहार बैठा मम्मी की बात सुन रहा था. जहाँ तक मुझे याद हे मम्मी बोल रही थी की करम जली तुजे मैंने क्यों जन्म दिया, तू तो रंडी निकली कुत्ती कहिकी. इतनी को गली की कुत्ती नहीं चुदती जितनी तू चुदती हे. तूने तो अपना मुह काला कर लिया अब मेरा मुह काला करने में तुली हुई हे.
दीदी बोली की मम्मी आब आप प्लीज़ चुप करो मुझे बहुत दर्द हो रहा हे.
मम्मी बोली दर्द तो होगा ही ना, उस साले मुसलमान ने तेरी चूत फाड़ दी हे लंड देखा था उसका १० इंच पूरा तेरी चूत में था. अब ये बता की उसने कंडोम लगाया था की नहीं?
दीदी – नहीं मम्मी उसने कहा की कंडोम से मजा नहीं आयेगा.
मम्मी – तू क्यों मेरी जिंदगी ख़राब करने पर लगी हे, मुझे रंडी माँ कहंगे समजी अगर तू अब माँ बन गयी तो, चल अब बाथरूम में.
और फिर मम्मी दीदी को बाथरूम में ले गयी और उसकी चूत में उंगलिया डाल कर उसकी चूत पूरी अंदर से साफ कर दी, दीदी को बहुत दर्द हो रहा था इसलिए वो जोर जोर से चिल्ला रही थी.
फिर दीदी को बेड पर लेटाया और दीदी अगले ३ दिन तक बेड से उठ नहीं सकी, मम्मी ने डोक्टर से बच्चा ना होने की दवाई भी दीदी को दे दी.
इतना सब कुछ होने के बाद भी दीदी नहीं मानी. उसे जब भी मौका मिलता था, वो किसी न किसी से चुद कर आ जाती थी. अब मुझे उसे चोदने का दिल करने लगा था, मेरा लंड भी दीदी के मोटे मोटे चुत्तड़ो को देख कर खड़ा होने लगा था.
दोस्तों मेने अपनी दीदी को चोदा या नहीं यह सब मेरी अगली कहानी में जरुर बताऊंगा.

कैंटीन वाले की बीवी को चोदा

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मेरी उम्र 20 साल हैं और जब मैं 18 साल की थी तभी मैंने अपनी वर्जिनिटी लूज कर दी थी. और जिस औरत को मैंने फर्स्ट टाइम चोदा था वो उस वक्त मेरे से 20 साल बड़ी थी. मैं पहले से ही बड़ी उम्र की लेडिज के प्रत्ये आकर्षित था. मुझे बड़ी गांड वाली लड़कियां पसंद रही हैं. मैं हैदराबाद से हूँ और आज की मेरी ये कहानी मेरी चुदाई की हैं. वैसे ये कहानी मेरी वर्जिनिटी लूज होने की नहीं लेकिन उसके बाद की हैं.

चलिए पहले अपने बारे में बता दूँ. मैं 20 साल का हूँ और मेरी हाईट 5 फिट 10 इंच हैं, रंग घेहूँआ हैं, और मेरे पास पूरा 7 इंच का काला औजार हैं.


मेरी छुट्टियां थी और मैं एक लेडी जो मुझे पिछले 15 दिनों से बुला रही थी उसकी चुदाई का प्लान कर रहा था.

मन सेंट वेंट लगा के आंटी को चोदने को निकलने को ही था की मेरी मम्मी आ गई. मम्मी ने कहा चल अनूप चलो फंक्शन पर जाने के लिए रेडी हो गए तुम, अच्छी बात हैं.

व्हाट द फक! मम्मी ने मुझे बताया था की उसके बेस्ट फ्रेंड निमिषा आंटी के वहां जाना था. लेकिन मैं तो भूल ही गया था. मैंने मोम को कहा आप एक काम करो न माँ, मैं आप को ड्राप कर के निकल जाता हूँ मुझे मेरे दोस्तों के साथ जाना हैं.

लेकिन मम्मी तो एकदम से मेरे ऊपर गुस्से हो गइ. और वो बोली, तू अपने आवारा दोस्तों के लिए मेरे पहले से प्लान किये हुए फंक्शन को खराब मत कर. मैंने तुझे बताया तो था की आंटी इनवाइट कर के गई हैं और उसने तुझे भी खास आने के लिए कहा था.

मैंने मन ही मन में कहा, शिट आंटी का फंक्शन आज मेरे प्लान की माँ चोद डालेगा!

मेरा मन तो कतई नहीं था लेकिन मुझे कार ले के मम्मी के साथ जाना ही पड़ा. पर वहां जा के देखा की मम्मी अपने सर्कल में घुल मिल गई थी. और मैं जानता था की मम्मी अब 12 बजे से पहले पार्टी से निकलने को कहेगी भी नहीं. मैं माँ के पास गया और उसको कहा की मैं और सब यंग लड़के पीछे पुल की तरफ डांस के लिए जा रहे हैं. वो बोली ठीक हे बट ज्यादा शराब मत पीना. मैंने कहा नो मोम, नो ड्रिंक एट आल, और आप को जब निकलना हो तो मुझे 10 मिनिट पहले बता देना मैं आ जाऊँगा.

माँ ने कहा ठीक हैं.

मैं पुल साइड ना जा के पार्किंग से अपनी कार निकाल के अपनी रखेल आंटी के घर की तरफ चल पड़ा. वो हमारे कोलेज के केंटिन के ओनर शंभू की वाइफ हैं जिसका नाम प्रतिभा हैं. वैसे तो उसके दो बच्चे हैं लेकिन फिर भी वो बड़ी ही सेक्सी हैं और इस उम्र में भी उसे लंड लेने की लालच हैं. उसके बूब्स लड़की के जैसे छोटे हैं लेकिन गांड एकदम भारी भारी हैं. वो हमेशा साडी पहनती हैं और जब वो चलती हैनं तो उसकी गांड बड़ी ही सेक्सी लगती हैं.

मैंने उसके घर के निचे से उसको कॉल किया तो वो बिगड़ी हुई थी. उसने कहा कहाँ गया था.! मैंने कहा अरे मम्मी की वजह से फस गया था. और उसने कहा की अब कुछ नहीं हो सकता हैं मेरा हसबंड आ गया हैं.

मैंने प्रतिभा की माफ़ी मांगी और उसको कहा की एक काम करो तुम केंटिन के पीछे वाले हिस्से में आ जाओ. वो बोली नही नहीं अभी कुछ नहीं शंभू आ गया हैं! मैंने जिद्द कर के कहा प्लीज़ कुछ भी कर के आधे घंटे के लिए आ जाओ, खड़े लंड पर धोखा मत देना. वो बोली ठीक हैं आती हूँ.

और फिर वो पांच मिनिट के बाद अपनी साडी को घुटनों तक ऊपर कर के आ गई. और उसके माथे के बाल भी बिखरे से थे. वो अपने साथ केंटिन की चाबी भी ले के आई थी. मैं रुक ही नहीं सका और मैंने उसे पीछे से पकड के किस करना चालू कर दिया. और एक हाथ से मैं उसके बूब्स को भी दबाने लगा. वो अह्ह्ह अह्ह्ह कर रही थी और मुझे धकेल रही थी पीछे. फर वो बोली, क्या हुआ लंड तवे पर रख के आये हो क्या? शंभू आ गया तो गांड में बेलन घुसा देगा. फिर उसने कहा अन्दर काउन्टर पर करते हैं.

मैने कहा तू जहा कहेगी वहां चोदुंगा मेरी जान!

वो बोली, मुझे टेबल और काउन्टर के ऊपर चोदना तुम.

उसने केंटिन को खोला एकदम चुपके से. और अन्दर घुसते ही मैंने उसे फिर ससे अपनी बाहों में जकड़ लिया और उसको अपना लंड भी चिभा दिया. अब मैंने उसकी साडी को ऊपर कर के उसकी भरी हुई जांघो को दबाया. वो जोर जोर से अह्ह्ह अह्ह्ह्ह की मोअन करने लगी थी. और फिर मेरे हाथ आराम से उसकी पेंटी के ऊपर चले गए. मैंने जोर से खींचना चाहा लेकिन पेंटी निकली नहीं. फिर उसने अपने चूतड ऊपर को उठाये और उसकी पेंटी निकाल दी मैंने.

और फिर उसने भी मेरी पेंट को खिंच डाली और मेरे शर्ट को खोलते हुए उसके दो बटन भी तोड़ डाले.

मैं उसके सामने अब लक्स की अंडरवियर में खड़ा हुआ था और मेरा बड़ा लंड जैसे इस पिंजरे से बहार आने के लिए बेताब था. प्रतिभा बोली, तूने मेरे को इतने दिन तडपाया अब मेरी बारी हैनं तेरे लंड को तड़पाने की.

ये कह के उसने मेरे अंडकोष को दबाये और फिर मेरे ब्लैक लंड को किस करने लगी. लेकिन वो लंड को चूस नहीं रही थी मैंने अपने लंड को बहुत बार उसके मुहं की तरफ पुश किया. उसने मेरे बॉल्स जोर से दबा दिए और भाग खड़ी हुई. और फिर लास्ट वाले टेबल के पास खड़े हो के वो न्यूड होने लगी. जब उसने अपनी साडी को हटाई तो मेरा खुद के ऊपर कंट्रोल ही नहीं हुआ! उसका ब्लेक ब्लाउज इतना सेक्सी लग रहा था की मैं अपने ऊपर का कंट्रोल जैसे एकदम लूज कर रहा था.

प्रतिभा ने एक गहरी सांस ली और अपने ब्लाउज और पेतिकोतको निकाल फेंका. मैं उसकी तरफ गया तो वो फिर से भाग गई. मैंने सोचा की खड़े हुए ही शो एन्जॉय करता हूँ.

अब उसने अपने बालों को खोल दिया और अपनी ब्रा निकाल दी. मेरा काला शैतान और भी तांडव करने लगा था. और अब उसका दुःख मेरे से देखा भी नहीं जा रहा था. वो भी ये जानती थी इसलिए मुझे और परेशान कर रही थी. और फिर उसने अपने बड़े चूतड़ मेरी तरफ कर के खुद उसके ऊपर स्पेंक किया और बोली, चोदने का मन कर रहा हैं ना!!

और फिर वो टेबल के ऊपर फ़ैलगई और अपनी गांड को इतने सेक्सी ढंग से खोला की मेरे लंड से प्रीकम चूत पड़ा. वो बोली, अरे मेरे बच्चे का दूध निकल गया, लाओ मैं पी लेती हूँ उसको.

मैंने कहा, आजा मेरी जान जल्दी से इसको पी ले.

वो मेरे पास आई लेकिन अब मैं उसको लंड चूसाना नहीं चाहता था क्यूंकि मेरा लंड एकदम बवाल मचाने लगा था. मैंने उसके बाल पकड के पीछे से ही अपना लंड उसकी चिकनी चूत में डाल दिया. प्रीकम उसकी चूत में ही ओतप्रोत कर दिया!

ऐसे सीधे लंड छेद में घुसाने से बहुत दर्द हुआ और वो चीख पड़ी, निकाल साले हरामी! लेकिन मैंने उसे गले के पास से जोर से पकड़ लिया और अपने लंड को सही स्ट्रोक लगा के उसकी चूत में घुसा के धक्के देने लगा. गला पकड़ने से उसकी सांस अटक गई थी और वो जोर जोर से चीख रही थी. और उसकी आँखों में से आंसू भी बहार आ चुके थे. उसको पेन हो रहा था और मुझे उसकी चूत से प्लेजर मिल रहा था.

अब मैं किसी ड्रिल मशीन के जैसे ही उसकी चूत को पम्प करने लगा था. और उसके मुहं से अह्ह्ह अह्ह्ह्ह अह्ह्ह्ह माँ अह्ह्ह्ह अम्म्मम्म अह्ह्ह्हह्ह अह्ह्ह्हह, उईईइ अह्ह्ह्ह निकल रहा था. वो अपने नाखुनो से मेरी बॉडी को खुरच रही थी. और मुझे भी उसकी वजह से दर्द हो रहा था. लेकिन वो जितना छटपटा रही थी मैं उतने ही जोर जोर से उसकी चूत का पम्पिंग कर रहा था.

हम दोनों की जांघे लड़ने से ठप ठप की आवाजें आ रही थी. और प्रतिभा को भी अब लंड लेने में दर्द नहीं हो रहा था. वो भी अपनी गांड को हिला हिला के लंड ले रही थी.

फिर एंड में मैंने उसकी गांड को हवा में उठा के उसकी मस्त ठुकाई चालु कर दी. वो एकदम जोर जोर से अपनी गांड को हिला रही थी. और मैं उसकी कमर को पकड के चोदने लगा था.

प्रतिभा को और 10 मिनिट तक ऐसे ही चोदा मैंने. फिर वो बोली और मेरे पति के बैठने वाले काउन्टर के ऊपर चोदो मुझे.

वो एक बड़ा लकड़ी का काउन्टर था. मैंने प्रतिभा को ऊपर चढ़ा दिया. वो उसके ऊपर चढ़ के घोड़ी बन गई. मैं भी काउन्टर के ऊपर चढ़ गया. वो मेरे लंड को पकड़ के हिलाने लगी थी. फिर मैंने उसकी चूत के छेद में लंड घुसा दिया. हम दोनों आह्ह्ह अह्ह्ह्हह ओह ओह कर के चोदने लगे थे.

पांच मिनिट के भीतर ही मैंने अपने लंड का मावा उसकी बुर में छोड़ दिया. फिर हमने जल्दी से कपडे पहने. प्रतिभा ने कहा तुम पहले यहाँ से चुपके से निकल जाओ, मैं सब चेक कर के बाद में जाऊंगी. मैं फटाक से वहाँ से निकला. देखा तो गली में वैसा ही सन्नाटा था जैसा मेरे आने के वक्त था. मैंने कार केंटिन से थोड़ा दूर ही खड़ी की थी. कार ले के मैं सीधा आंटी के घर जा पहुंचा.

कपडे वगेरह सही कर के मैं पार्टी की भीड़ में शामिल हो गया. मम्मी के बारे में पूछा तो पता चला की वो एक दो बार पुल साइड आई थी.

फिर मेरी और मम्मी की भेट हुई तो उसने कहा, तुम तो कहते थे की नो शराब!

मैंने धीरे से कहा, बस एक ही पेग लगाया हैं माँ!

जबकि सच बात ये थी की मैंने एक घूंट भी नहीं पी थी. वो तो मम्मी को लगा की मैं पार्टी से गया ही नहीं था , इसलिए मैंने जूठी इकरार कर ली थी!

चूत के बदले जॉब

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हेलो दोस्तों यह मेरी पहली इंडियन माँ बेटे की सेक्स कहानी है, जिसे मैं आप सबके सामने पेश कर रहा हूं. यह बात आज से ५ साल पहले की है और यह बात मेरे दिल पर एक भारी वजन की तरह है, इसलिए सोचा मैं आप सब से अपने दिल की यह बात  शेयर करु, ताकि मेरा दिल थोड़ा हल्का हो जाए.

यह कहानी मेरी मां की चुदाई की है जो हर कोई लड़का शायद ना बता पाए. पर मेरे सामने मेरी मां पिछले ५  सालों से चुदती आ रही है, तो दोस्तों चलिए अब मैं आपको अपनी कहानी बताता हूं.


मेरे घर में मैं और मेरी मम्मी रहते हैं, मेरे पापा हम दोनों को बचपन में ही छोड़ कर इस दुनिया से जा चुके थे. अब घर चलाने के लिए मम्मी जॉब करती थी, पहले तो वह ऐसे ही छोटी मोटी जॉब करती थी, जिसकी वजह से आसानी से मेरी १२ की पढ़ाई हो गई पर अब मैं कॉलेज में जाने लग गया था इसलिए मम्मी की थोड़ी सी सैलरी में अब कुछ नहीं होता था, इसलिए उन्होंने एक बड़ी मल्टीनेशनल कंपनी में जॉब करना शुरू कर दिया.

और कहते हैं ना बड़ी कंपनी बड़े काम, यह बात मेरी मां के साथ ही हो रही थी, और दिन-रात अपने ऑफिस के काम में लगी रहती थी, पर पैसों के मामले में अब हमारा हाल बिल्कुल ठीक हो गया था पर मम्मी आराम नहीं करती थी, लगातार काम ही काम करती रहती थी. मेरा कॉलेज का एक साल भी ऐसे ही निकल गया, और फिर अचानक मम्मी की तबीयत खराब रहने लगी.

दोस्तों मुझे माफ करना मैंने अभी तक आपको अपनी मां के बारे में कुछ नहीं बताया. उनका नाम सुषमा है उनकी उमर उस टाइम ३२ साल की थी और वह ज्यादा तर साड़ी और काफी डीप गले का ब्लाउज पहनना पसंद करती थी, मेरी मां दिखने में बहुत सेक्सी है, हमारे आसपास के सब अंकल और जवान लड़के मेरी मां के सपने देख कर मुठ मारते थे.

अब आप मेरी मां के बारे में भी जान चुके हैं इसलिए मैं वापस अपनी कहानी पर आता हूं. मेरी मम्मी को करीब १ महीने की ऑफिस से हॉलिडे लेनी पड़ी, जिसकी वजह से मम्मी को जॉब से निकाल दिया गया. मम्मी अब अब फिर से टेंशन में आ गई क्योंकि अब उन्हें फिर से काम कम पैसों वाली जॉब चालू करनी पड़ेगी.

मेरे मम्मी के बॉस राकेश जो कि मम्मी से करीब ८ साल बड़े होंगे, पर वह दिखने में बड़े हैंडसम थे. एक दिन में कॉलेज से जल्दी आ गया और सोचा कि आज घर जाकर मम्मी की हेल्प कर दूंगा, मैं जैसे ही घर के बाहर आया तो देखा कि राकेश अंकल यानी मेरी मम्मी के बॉस की कार हमारे घर के सामने खड़ी थी.

मैं समझ गया कि शायद आज मम्मी फिर से अपनी पुरानी वाली जॉब करने लग जाएगी.. मैं चुपके से घर के अंदर गया तो मुझे मम्मी के बेडरूम उसमें से उन दोनों की बातों की आवाज़ आ रही थी. मैं चुपके से मम्मी के रूम की विंडो के पास गया और उन दोनों को चुपके से दिखने लगा, मैंने देखा कि मम्मी बॉस के सामने अपने दोनों हाथ जोड़कर उन से रिक्वेस्ट कर रही थी की उन्हें अपनी जॉब वापिस दे दो.

राकेश ने कहा – सुषमा तुम मेरे ऑफिस की सबसे अच्छी एम्प्लोई हो पर मैं कंपनी के रुल्स में फंसा हूं, पर एक रास्ता है जिसे तुम फिर से अपनी पहले वाली जॉब तो आसानी से पा सकती हो और पहले से ज्यादा एक्स्ट्रा इनकम भी कमा सकती हो. यह बात सुनकर मम्मी के चेहरे पर खुशी आ गई और जट से बोली, बोलिए सर वह कौन सा रास्ता है?

बॉस ने कहा – देख लो तुम इसके लिए तैयार हो पर वह रास्ता इतना भी आसान नहीं है

मम्मी बोली – सर आप बताओ, बस मैं कुछ भी करने के लिए तैयार हूं.

राकेश ने कहा – सुषमा तुम्हें अपनी पहली वाली जॉब को पाने के लिए पहले मुझे खुश करना होगा अपना जिस्म मुझे देकर और एक्स्ट्रा इनकम के लिए तुम्हें हमारी कंपनी के लिए नये क्लाइंट को भी खुश करना होगा, तभी वह हमेशा हमारी कंपनी के साथ ही जुड़े रहे.

मम्मी ने जैसे ही उनकी बात सुनी तो वह एकदम शोक में आ गई और बोली, नहीं सर ऐसा तो नहीं हो सकता, सॉरी.

राकेश ने कहा – देख लो आगे तुम्हारी मर्जी. यह देखो मैं तुम्हारे लिए २५००० का चेक लेकर आया था, बस इस पर तुम्हारा नाम लिखना है.

कुछ देर सोचने के बाद मम्मी मान गई और फिर क्या था, राकेश एकदम खड़ा हुआ और अपने सारे कपड़े उतार कर मम्मी के कपड़े उतारने लगा. उसने एक मिनट में ही मम्मी को पूरा नंगा कर दिया और उनका लंड करीब ८ इंच का होगा. उन्होंने मम्मी को नीचे फरश पर लेटाया, अपना लंड मम्मी के मुंह में डालकर उनके मुंह को चूत की तरह चोदने लगा, मम्मी को ८ इंच का लंड लेने में काफी तकलीफ हो रही थी, पर राकेश पुरी जबरदस्ती से उनके मुंह को चोदने में लगा हुआ था.

करीब १० मिनट मम्मी के मुह को चोदने के बाद उन्होंने मम्मी के फेस पर अपना सारा पानी निकाल दिया और फिर उसी पानी को अपने लंड पर लगाकर मम्मी को अच्छे से चटवा चटवा कर साफ करवाया.

उसके बाद मम्मी को घोड़ी बना दिया और पीछे से मम्मी की चूत पर लंड सेट करके मम्मी को जोर शोर से चोदने लगा मेरी मम्मी बहुत जोर जोर से चिल्ला रही थी पर राकेश पर इसका कोई असर नहीं हो रहा था. अब यह सब देख कर मेरा लंड भी बुरी तरह से खड़ा हो गया था मैं भी बाहर खड़े रह कर मुठ मारने लगा.

मम्मी की चूत में से खून निकल रहा था क्योंकि आज मम्मी ने ना जाने कितने टाइम के बाद अपनी चूत में एक लंड लिया था, मम्मी की चूत को चोदने के बाद अब उन्होंने अपना लंड मम्मी की गांड पर रख लिया.

मम्मी तभी बोली – सर प्लीज यह कभी नहीं किया. आज मैंने अपने पति के बाद आपका लंड लिया है. प्लीज आज तक उन्होंने मेरी गांड नहीं मारी, प्लीज आप मेरी गांड फिर कभी मार लेना, मेरा बेटा आने वाला होगा.

राकेश ने कहा – बस मेरी जान २ मिनट की बात है कुछ नहीं होता वैसे भी बस मेरा होने ही वाला है.

यह कहते कि राकेश ने मम्मी की गांड पर बहुत सारा थूक लगाया और एक झटके के साथ लंड मम्मी की गांड में डाल दिया, मम्मी बहुत जोर से चिल्लाई पर राकेश ने मम्मी को बहुत जोर से पकड़ा हुआ था और जोर-जोर से मम्मी की गांड को चोदने लगा. करीब ५ मिनट बाद राकेश ने अपने लंड का सारा पानी मां की गांड में निकाल दीया, मम्मी बेड पर एकदम बेहोशी की हालत में लेट गई.

फिर राकेश ने चेक पर साइन किया और मम्मी के मोटे मोटे चूतडो में चेक की गोल बनाकर वहां फसा गया. फिर उसने अपने कपड़े डाले और कहा तुम कल या परसों से ऑफिस आ सकती हो.

फिर वह घर से चला गया, में भी बाहर चला गया ताकि मम्मी थोड़ा रेस्ट कर सकें, फिर अगले दिन मम्मी ने मुझे ३००० रूपये दिया और कहा और मेरी जॉब फिर से लग गई है, मुझे सब पता था कि यह जॉब कैसी लगी है, पर अगर मम्मी खुश है तो मैं भी खुश हूं.

आंटी और उसकी बहु के साथ थ्रीसम सेक्स

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मैं 18 साल का था तब की ये बात हैं. मेरी फेमली में मैं, पापा, मम्मी और मेरी बहन हैं. हमारे नेटिव प्लेस में मेरी एक आंटी हैं जो विधवा हैं. उसका अपना बिजनेश हैं. आंटी का चेन्नई में एक घर हे जिसे उसने किराए पर रखा हुआ हैं. लेकिन फिर मैंने सुना की आंटी और उसकी बहु हमेशा के लिए चेन्नई मूव हो गई हैं. ये सुन के मैं बहुत खुश हो गया. आंटी का नाम लता हैं जिसकी उम्र 45 साल और फिगर 34-38-44 हैं. आंटी की गांड साइज़ में एकदम ह्यूज हैं और जब वो चलती हैं तो उसे हिलती देखने में मज़ा आता हैं. आंटी की बहु का नाम देवी हैं जो 33 साल की हैं. उसके बूब्स और क्लीवेज एकदम बड़ा हैं.

आंटी और देवी एक दिन हमसे मिलने के लिए हमारे घर पर आये. हमने एक दुसरे को हग कर के विध किया. और जब मेरे बदन से उनके बूब्स टच हुए तो जैसे पुरे बदन के अन्दर करंट लगा मेरे. बूब्स से टच होने के बाद मैं उनके बूब्स और गांड के बारे में ही सोच रहा था. देवी का हसबंड यानि की मेरा कजिन यूके में सेटल हुआ हैं और वो बहुत कम ही इंडिया आता हैं. इसलिए मैं जानता था की आंटी के जैसे उसकी बहु भी प्यासी ही थी सेक्स के लिए.


फिर मैंने आंटी और उसकी बहु के पीछे जासूसी लगा दी. मैंने जानता था की वो सती सावित्री नहीं थी और लंड के लिए कुछ न कुछ जुगाड़ कर रखा होगा. और मुझे पता चला की आंटी का अफेयर हैं किसी आदमी के साथ. एक दिन मैं आंटी के घर पर गया तो वो टीवी देख रही थी और उसका फेस डल सा था. और उसकी बॉडी में पेन हो रहा था.

लता: हेलो बेटा, आओ कैसे हो तुम?

मैं: ठीक हूँ आंटी लेकिन आप ठीक नहीं लग रही हो. क्या हुआ?

लता: अरे कुछ नहीं, थोडा बुखार था उसकी वजह से बॉडी में पेन हो रहा था.

मैं: ओह, आंटी आप कहो तो मैं मेडिसिन ले आता हूँ.

और फिर मैं उसके बिना कुछ कहे फार्मसी पर चला गया मेडिसिन लाने के लिए. मैं आंटी के लिए मूव ऑइंटमेंट और बुखार की दवाई ले आया.

मैं: आंटी मैं आप के लिए मूव और बुखार की दवाई ले के आया हूँ. मैं आप को मूव लगा देता हूँ. बताइए कहाँ पर दर्द हैं.

लता: नहीं, तुम मुझे दे दो. मैं खुद ही लगा लुंगी.

मैं: नहीं आंटी मैं लगा देता हूँ.

लता: ठीक हैं, कमर, पीठ और कंधे पर लगा दो.

मैं: ओके आप मेरी तरफ घूम जाओ.

और फिर मैंने आंटी की साड़ी को ऊपर उठाया और उसे कहा की आप अपने ब्लाउज को खोल दो. आंटी ने ब्लाउज को खोल दिया. आंटी नॉर्मली पेटीकोट नहीं पहनती हैं. मैंने कंधे और पीठ के ऊपर मूव लगाईं. जब मेरा हाथ उसकी गांड को जरा सा टच हुआ तो मेरा लंड जैसे करंट के झटके सा महसूस कर उठा और मैंने एकदम से खुश हो गया. मैं खड़े लंड के साथ आंटी को मूव लगा रहा था.

अब मैंने आंटी को कहा की आगे को हो जाओ तो आप के हाथ और पैर में भी मूव लगा दूँ. वो मेरी तरफ घूम गई और मैंने उसकी क्लीवेज की खाई को देखा. मैं वहां से अपनी आँखे नहीं दूर कर पा रहा था. उसने वो देखा और स्माइल कर दी. उसने अपने ब्लाउज को एडजस्ट किया और वो अब और भी निचे था. मैंने अब आंटी को हाथ और पैर के ऊपर मूव लगा दी. और फिर मैंने धीरे से उसकी जांघो के अन्दर के भाग को टच किया. और मैं अन्दर हाथ कर के पुरे 20 मिनिट तक मूव लगाता रहा और हलके से मसाज करता गया.

फिर मैंने आंटी को कहा आप के गले के ऊपर भी लगा देता हु ताकि बुखार कम हो जाए. उसने मेरी बात मान ली. मैंने अब थोड़ी विक्स की क्रीम ली जो उनके घर में थी और उनके गले के ऊपर लगाने लगा. और फिर मेरे हाथ धीरे धीरे से आंटी की चुचियों की तरफ बढ़ने लगे. मैंने बूब्स के ऊपर के हिस्से को थोडा सा दबा दिया.

फिर मैं निचे बैठ गया और उसकी लेफ्ट साइड में आ गया. और मेरे हाथ अभी भी उसके बूब्स को ही टच कर रहे थे. और फिर मैंने हिम्मत कर के आंटी की चूची को पूरी हाथ में ले ली. वो जोर से साने लेने लगी और उसका हाथ मेरे लंड के पास आ गया. मैंने आंटी से पूछा, आंटी आप की चेस्ट इतनी सॉफ्ट क्यूँ हैं मर्दों की तो एकदम हार्ड होती हैं.

वो हंस पड़ी और बोली इसलिए क्यूंकि औरते बच्चो को जन्म देती हैं और उन्हें दूध पिलाती हैं. मैंने कहा आप मुझे वो दिखा सकती हैं. आंटी मान गई और उसने अपने बूब्स बहार निकाले. पहली बार मैंने बूब्स देखे थे. मैंने बिना कुछ कहे उन्हें दबा दिए और वो भी नाखुश नहीं थी. उसने मेरे को एक पप्पी दे दी और मेरे बालों में हाथ फेरने लगी. मैं बूब्स को एकदम जोर से चूसने लगा. मेरी फिलिंग थी उसे मैं शब्दों में नहीं लिख सकता हूँ. वो इतने सॉफ्ट और मिल्की थे की बड़ा ही मज़ा आ रहा था मुझे.

आंटी ने पेंट के ऊपर से ही मेरे लंड को दबा दिया और उसे हिलाने लगी. और फिर आंटी ने मेरे पेंट को खोला जिस से वो लंड को सीधे सीधे टच कर सके. मेरा लंड फुल के 5.5 इंच का हो चूका था. आंटी ने लंड को अब मुहं में ले लिया और चूसने लगी. मैंने आंटी के बूब्स को दबा रहा था. और फिर मैं निचे उसकी नाभि के ऊपर चला गया और उसे जोर से सक करने लगा.

और फिर मैं आंटी की महकती हुई चूत के ऊपर आ गया. मैंने उसे अपने हाथ से खोला और उसके लिप्स को फिंगर से हिलाने लगा. मैंने ऊँगली को चूत में डाला और उसे चोदने लगा. पांच मिनिट आंटी की चूत को फिंगर किया और उसकी चूत का पानी छुट पड़ा. और आंटी ने बोला मुझे ऐसा मजा पहले कभी नहीं आया.

मैंने आंटी को अपना लंड पकड़ा के कहा अब इसे गिला कर दो. आंटी ने लंड को थोडा चूस के गिला कर दिया. फिर उसकी आगे की चमड़ी को पीछे कर दी उसने. आंटी ने अपने लेग्स खोल दिए और मेरे लंड को छेद पर लगा दिया. मैंने एक धक्का तो दिया लेकिन मेरे लिए यह पहला अनुभव था और मेरा लंड चूत में घुसा नहीं. आंटी ने मुझे सही जगह पर फिर से लंड रख के धीरे से पुश करने को कहा. और आखिरकार मेरे लिए गर्व की बात आ गई क्यूंकि मैंने लंड अंदर घुसा जो दिया था.

मैंने आंटी को 10 मिनिट चोदा और फिर मेरा माल उसकी चूत में ही छुट गया. वर्जिन था इसलिए बहुत ज्यादा कर नहीं पाया मैं. मेरा लंड एक बार और उसकी चूत दो बार झड़ी थी.

और फिर आंटी ने मुझे लंड मुहं में देने को कहा. मैंने लंड मुहं में दिया जिसे उसने खूबसूरती से चूसा. और अब मैं सेकंड राउंड के लिए रेडी था. हमने उस दिन चार बार चुदाई की. और मैंने अपनी माँ को कॉल कर के बोला की मैं अब 3 दिन आंटी के घर ही रहूँगा. फिर शाम को मैंने आंटी की चूत चोदते हुए आंटी को कहा की मैं देवी को चोदना चाहता हूँ क्यूंकि वो भी आकर्षक और हॉट हैं.

आंटी ने पहले तो कह दिया की वो नहीं मानेगी. लेकिन फिर आंटी ने अपने राज खोलते हुए कहा की वो अपनी बहु के साथ काफी बार लेस्बियन कर चुकी हैं. मैंने कहा आप आज भी उसके साथ लेस्बो करो और जानबूझ के दरवाजे को खुला रखना. मैं बिच में आ जाऊँगा और आप ऐसे रिएक्ट करना की जैसे आप पकड़ी गई हो!

और जैसे हमने प्लान किया था. देवी के ऑफिस से आने के बाद वो और उसकी सास यानि की मेरी आंटी लेस्बो करने चली गई. आंटी ने उसके आने के पहले अपने कपडे उतार के सिर्फ ब्रा और पेंटी पहनी थी. उसके आते ही आंटी ने उसे गले से लगा लिया.

देवी: क्या बात हैं सासू माँ, चूत तवे पर चढ़ाई थी क्या?

लता आंटी: अरे नहीं आज पोर्न देख लिया दोपहर में तो चूत तप गई थी, अब तू ऊँगली करेगी तो शांति होगी ये.

देवी: ओके.

आंटी ने देवी के दोनों बूब्स को हाथ में जकड़ लिया और दबाने लगी. फिर आंटी ने और देवी ने फ्रेंच किस स्टार्ट कर दिया. मैं दरवाजे की फांक से दोनों को देख रहा था. और वो दोनों एक दुसरे की चूत में ऊँगली कर रही थी. वो दोनों जोर जोर से मोअन कर रही थी. और वो दोनों मेरा नाम ले के जोर जोर से मोअन कर रही थी. मैं खुश था की मेरी भाभी देवी भी मेरे लंड के लिए रेडी थी.

मैं तभी एन मौके के ऊपर दरवाजा खोल के अन्दर आ गया. और आंटी ने ऐसे एक्ट किया जैसे उसे कुछ पता ही ना हो. आंटी ने मुझे कहा क्यूँ आया हैं तू यहाँ, चल निकल यहाँ से. देवी भी मुझे देख के शोक हो चुकी थी और उसने मेरे खड़े लंड को देख लिया था.

मैं: आप दोनों चूत में ऊँगली कर के मेरा नाम ले रही थी तो मैंने सोचा की मैं ही आ जाता हूँ.

और फिर आंटी से रहा नहीं गया. उसने हंस के अपनी बहु को बता दिया की कैसे मैंने उसकी चूत को चोदा था और कैसे हम दोनों ने देवी को चोदने का प्लान बनाया था.

और फिर मैं देवी के सामने नंगा हो गया. देवी ने मेरे लंड को मुहं में भर के खूब चूसा. मेरा पानी एक बार छुड़ा के उसने अपनी चूत खोली और बोली, देवर जी डाल दो अपना लोडा और निकाल दो उसका पानी. आप का लंड डेढ़ साल पहले देखा था तब से ही लेना चाहती थी.

मैंने देवी भाभी की चूत में लंड घुसा दिया और लता आंटी हम दोनों के सेक्स की क्लिप बना रही थी. मैंने देवी के बूब्स को चूसते हुए उसे अपनी गोदी में उठा लिया. वो मेरे से लिपटी हुई थी और गांड को हिला हिला के लंड ले रही थी मेरा. शाम के 9 बजे तक मैंने देवी और लता आंटी को खूब चोदा.

फिर हमने खाना खाया और देवी ने अपने बेडरूम को सुहागरात के जैसा सजा दिया. मैं मेडिकल से सेक्स पावर की गोली और जापानी तेल ले के आ गया. आज मेरी सुहागरात मेरी आंटी और उसकी बहु के साथ होनी थी!!!

4 लंड ले के मैंने अपनी जॉब बचाई – गेंगबेंग कहानी

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हेल्लो फ्रेंड्स मेरा नाम सोनाली हैं और आज मैं अपनी एक फ्रेंड टीना के सेक्स अनुभव को शेयर करने के लिए आई हूँ. टीना ने ही मुझे बोला था उसकी ये हिंदी सेक्स कहानी आप लोगो के साथ सेक्स करने के लिए. उसने मुझे मुहं से बताया जिसे मैं लिख रही हूँ. मैं ये कहानी टीना ने जो बताया उस हिसाब से लिख रही हूँ.

मैं एक बहुत ही सुन्दर लड़की हूँ और मेरा रंग थोड़ा घेहूँआ हैं. और मेरा बॉडी एकदम ही सेक्सी हैं. मेरा फिगर 36 26 36 हैं. मैं मुंबई के अन्दर एक मल्टीनेशनल कम्पनी में काम करती हूँ. और आज की ये कहानी मेरी ऑफिस के बॉस लोगो के साथ मेरे सेक्स के अनुभव की हैं. उस वक्त शाम के 5 बजे थे. मेरा घर जाने का वक्त हो चूका था. तभी ऑफिस के माइक पर अनाउंसमेंट हुई की बंगलौर से कंपनी के कुछ बिग बॉस लोग आ रहे हे और वो लोग ऑफिस के कलिग लोगो के लिए कुछ जरुरी अनाउंसमेंट करेंगे.


हम सभी को ऑफिस की इमारत के 12वे फ्लोर पर वन टू वन मीटिंग के लिए बुलाये गए. मेरा टर्न आया तब आलरेडी शाम के 7 बज चुके थे और मैं सब से आखरी ही थी.

मैं जैसे ही अन्दर घुसी तो मैंने देखा की कम्पनी के बॉस राघव, कबीर, अवी और कार्तिक सर बैठे हुए थे. और कार्तिक सर ने मुझे डोर बंद करने के लिए कहा. मैंने डोर को बंद किया और स्माइल देते हुए सब को गुड इवनिंग विश किया. वो सब के सब मुझे भूखे कुत्तों के जैसे ही देख रहे थे. राघव सर ने बातचित स्टार्ट की न्यू यॉर्क की ऑफिस वालों ने उन्हें सखत हिदायत दी हैं इसलिए कम्पनी के 50% स्टाफ को अपनी जॉब लूज करनी होगी.

मैं घबरा रही थी. तभी कबीर सर ने खड़े हो के कहा, लेकिन अगर तुम जॉब बचाना चाहती हो तो एक रास्ता हैं. मैं कुछ नहीं बोली और वो आगे बोले. अगर तुम हम चारों को आज रात के लिए खुश कर दो तो हम तुम्हारी जॉब को सेफ रखेंगे. मैं कुछ भी कर के अपनी जॉब को बचाना चाहती थी इसलिए मैंने उन्हें कहा की जो करना हैं वो कर लीजिए आप लोग. कबीर सर ये सुन के बड़ी एक्साइटमेंट में आ गए. और वो बोले, तुम्हारी जैसी स्मार्ट लड़की ऐसा ही करती जो तुमने किया हैं.

तब मैंने एक नेवी ब्लू साडी और लो नेक ब्लाउज पहना हुआ था. कबीर सर खड़े हो के मेरे पास आ गए और उन्होंने मुझे कमर से पकड़ लिया और मुझे खिंच के मेरे होंठो को चूमने लगे. मैं एकदम अव्क्वार्ड फिल कर रही थी. लेकिन मेरे पास कोई और चोइस भी नहीं थी इसलिए मैंने वो जो कर रहे थे वो करने दिया.

अब उन्होंने मेरे पल्लू को कंधे के ऊपर से हटाया और मेरे ब्लाउज को एक्सपोस कर दिया. और उन्होंने मेरे पल्लू को कार्तिक सर को दे दिया. कार्तिक सर ने मेरे पल्लू को खिंच के मेरी साडी को उतार दी. अब मैं उन चारो के सामने ब्लाउज और पेटीकोट में खड़ी हुई थी. मैं एकदम एम्ब्रास हुई पड़ी थी और अपने हाथो से अपनी चुचियों को छिपा रही थी.

उतने में अवी ने आ के मुझे ऑफिस के टेबल के ऊपर लिटा दिया. अब वो चारो मेरे इर्द गिर्द आ के खड़े हो गए. वो मुझे हवस से भरी हुई आँखों से देख रहे थे. राघव ने अब मेरे ब्लाउज के बटन को खोलना चालु कर दिया. और अवी ने मेरे पेटीकोट को निचे खिंच लिया. अब मैं सिर्फ अपनी ब्रा और पेंटी में थी. कबीर मेरे पेट को चाटने लगा और कार्तिक मेरी थाई यानी की जांघो को लिक कर रहे थे.

और फिर वो मुझे टेबल से उठा के ऑफिस के अन्दर ही बने हुए पलंग के ऊपर ले आये और मुझे बिठा दिया. और फिर वो चारो ने अपनी पेंट की ज़िप खोल के अपने लंड बहार निकाल दिए. कबीर मेरे पास आ गया और उसने मुझे घुटनों के ऊपर बिठा दिया और बोला डार्लिंग हम हर 6 महीने में न्यू यॉर्क जाते हे आज तुम हमें खुश कर दो तो हम तुम्हे भी अमरिका दिखा देंगे.

और ये कहते कहते ही उसने अपने लंड मेरे मुहं में घुसेड दिया और मुझे चूसने के लिए मजबूर सा कर दिया. मैं जब कबीर सर के लंड को चूस रही थी तब अवी ने आके मेरी ब्रा को निकाला और राघव ने मेरी पेंटी को. अब मैं उन चार खड़े लंड वाले मर्दों के बिच में पूरी नंगी हो चुकी थी. अवी और राघव दोनों मेरे पास आ गए और राघव ने मुझे लंड हिलाने के लिए पकड़ा दिया. और अवी ने जैसे ही कबीर के लंड को बहार करते ही अपने लोडे को मेरे मुहं में दे दिया.

और तभी कार्तिक भी पीछे से आ गया और वो पीछे से ही मुझे चोदने लगा. अब कबीर मेरी चूत को फिंगर कर रहा था. और फिर राघव ने मुझे लंड चुसाया. अवी तब मेरे बूब्स को चूस रहा था. और तभी कार्तिक ने कहा दोस्तों ये तो बड़ी रंडी हे और आराम से चार लंड अपनी चूत और गांड में डलवा सकती हैं. एक काम करते हैं कबीर का घर यही करीब हैं, पूरी रात के लिए इसे ले चलते हैं फुल मजे करवाएगी हमें. और मेरे बूब्स को पकड़ के उसने कहा क्या कहती हैं मेरी रंडी. मैंने कुछ जवाब नहीं दिया लेकिन मैं बस स्माइल कर रही थी.

वो लोगो ने मुझे ब्रा पेंटी के बिना ही साडी पहना दिया. कार के अंदर मैं कबीर और कार्तिक के बिच में बैठी हुई थी. अवी और राघव आगे बैठे हुए थे. कार की पीछे की सिट में वो दोनों ने मुझे ब्लाउज खोल के बूब्स मुहं में ले के खुश किया. कार थोड़ी चली और मैंने कबीर के लोडे को मुहं में ले लिया. कार्तिक ने मेरी साडी को ऊपर कर के मेरी चूत में ऊँगली डाल के फिंगर किया. उनकी ऊँगली से चलते जादू की वजह से मैं मोअन कर रही थी. वो दोनों भी एकदम उत्तेजित थे और मेरे बूब्स को दबा के लंड चूसा रहे थे मुझे. वो दोनों ने मेरे मुहं में ही झाड निकाल दी.

अवी और राघव आगे बैठ के जेलस हो रहे थे क्यूंकि उन्हें आगे की सिट में बैठ के कार्तिक और कबीर के जैसा प्लीजर नहीं मिल रहा था.

कुछ ही देर में हम लोग कबीर के घर पर पहुँच गए. कबीर और कार्तिक ने कार में मेरे साथ मजे लिए थे. इसलिए घर पर पहुँच के मेरे साथ पहले अवी और राघव की बारी आई. अवी मुझे बेडरूम में ले गया और मुझे एकदम न्यूड कर दिया. और तब राघव सब के लिए ड्रिक बना रहा था. अवी ने मुझे बिठा दिया और वो मेरे बूब्स से खेलने लगा. और फिर उसने अपने लंड को मेरी चूत में डाल के चोदना चालू कर दिया.

आधे घंटे तक चोद चोद के उसने अपने लंड का पानी मेरी चूत में ही छोड़ा. और फिर उसने राघव को बेडरूम में बुला लिया. राघव ने भी आ के मेरी चूत में लंड डाल दिया. एक एक कर के वो चारो मुझे ऐसे ही चोद गए. और वो लोगों ने मुझे कहा की ये तो बस वार्म अप सेशन था असली चुदाई तो चारो साथ में मिल के पूरी रात करेंगे मैं बुरी तरह से थकी हुई थी लेकिन कोई चोइस भी तो नहीं थी. उन्होंने मुझे वाशरूम में जा के क्लीन अप करने को कहा. और मैं गई तब वो बैठ के ड्रिंक कर रहे थे.

जब मैं क्लीन कर के वापस आई तो अवी ने मुझे अपने लंड के ऊपर बिठाया. फिर मैंने चारो के लंड चुसे. अब राघव ने मेरी गांड में अपना लंड डाल दिया. और कबीर ने अपने लंड को मेरी चूत में पेल दिया. कबीर ने मेरे मुहं को लंड से भर दिया. और मैं बाकी बचे एक लंड को हाथ में पकड़ के हिला रही थी.

मैं भी उत्तेजित हो चुकी थी और मैं बस एक गुडिया की तरह बेजान रही. वो चारो मजे से मेरे अंग अंग को भोग रहे थे. वो बार बार जगह बदल के मुझे चोद रहे थे. सुबह तक मेरी गांड और चूत की हालत वो लोगों ने चोद चोद के मेरी हालत खराब कर दी. और मुझे ये ख़ुशी थी की मैंने चुदवा के ही सही लेकिन अपनी जॉब बचाई थी!!!

दीप्ती भाभी ने डिनर पर बुला के लंड लिया

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फ्रेंड्स मैं आप का दोस्त प्रवीन आज आप के लिए अपने दोस्त की बीवी को चोदने की कहानी शेयर करने के लिए आया हूँ. मैं राजस्थान के जयपुर में रहता हूँ. और दिखने में मैं बड़ा सेक्सी और आकर्षक हूँ. और मैं लड़कियों के साथ जल्दी ही घुल मिल भी जाता हूँ.

ये कहानी में जो कपल हे उनके नाम संदीप और दीप्ती हैं. दीप्ती एक सेक्सी लुक्स वाली और एकदम कुल दिखने वाली गृहिणी हैं. लेकिन वो चुदाई में अपने पति से संतुष्ट नहीं हो पाती थी. संदीप एक वर्काहोलिक आदमी था जो दिनभर अपने काम में डूबा रहता था. और शाम को भी उसके पास बीवी के लिए कम ही वक्त होता था. और जब दीप्ती मेरे से मिली तो उसे मेरे अन्दर इंटरेस्ट हुआ. वो जानती थी की मैं घुमने फिरने का और मौज मस्ती करने का आदि हूँ.


बात तब से स्टार्ट हुई जब एक बार दीप्ती भाभी और संदीप ने मुझे खाने के लिए अपने घर इनवाईट किया. करीब 8 बज के 20 मिनिट पट मैं उनके घर पहुंचा. ऐसे डिनर के समय मैं संदीप के साथ शराब का सेवन करता था. और संदीप ने आज भी पिने का बंदोबस्त किया हुआ था हम दोनों के लिए.

शाम में मैं उनके घर पहुँच गया और डोरबेल बजाई. दीप्ती भाभी ने ही दरवाजा खोला जो जाली वाली साडी पहन के खड़ी थी. उसकी 36 इंच की चूचियां मेरे मन में हलचल सी मचा गई. भाभी की वेस्ट करीब 33 इंच की थी और चूतड़ 37 इंच के थे.

भाभी की जाली वाली साडी के अन्दर का पल्लू का ब्लाउज एकदम डीप नेक का था और उसके बूब्स की लाइन एकदम साफ़ दिख रही थी. मेरी नजर बार बार वही पर जा रही थी और मेरा ध्यान वहां से हटा भी नहीं. और भाभी भी ये सब देख के मन ही मन मुस्का रही थी.

भाभी ने कहा की आप के दोस्त को तो बॉस ने ऑफिस में रोक लिया हैं और क्ल्जिंग का डाटा फिनिश कर के वो आ जायेंगे. मैंने फोन किया तो संदीप ने कहा यार प्रॉब्लम हो गई हैं, बॉस ने डंडा दिया हुआ हैं, तू अगर नहीं आया हैं तो रुक जाना, कल पर छोड़ते हैं प्रोग्राम. मैंने कहा की मैं आलरेडी तेरे घर पर हूँ. तभी उसका बॉस आ गया और उसने कॉल काट दिया.

दीप्ती भाभी ने कहा मुझे भी संदीप का मेसेज आया था और वो बोल रहे थे की मैं नहीं आ पाऊंगा. मैंने दीप्ती भाभी को उपर से निचे तक देखा. और उसके चहरे के ऊपर एक नोटी सी स्माइल आ गई थी.

मैंने कहा, ठीक हैं भाभी चलो मैं बाद में आऊंगा, संदीप बीजी हैं और अब कल ही मिलेंगे.

दीप्ती भाभी ने कहा, अरे संदीप नहीं आ रहे तो क्या हुआ, मैंने खाना आलरेडी पका के रखा हैं, अब आप आ गए हो तो खाना खा के ही जाओ ना.

मैंने कहा: नहीं भाभी मूड मर गया अब तो, संदीप के साथ बैठ के ड्रिंक करने का प्लान बनाया था, मैं उसके लिए मेंटली रेडी था.

दीप्ती: अरे तो क्या हुआ, आज आप पिला दो और मैं आप के साथ बैठ के पी लुंगी. आज आप ही ममुझे पिला दो.

और ये कहते हुए दीप्ती भाभी ने अपनी जांघो को क्रोस कर के अपने बड़े बूब्स मुझे दिखा दिए. उसकी सेक्सी जांघो को देख के मेरे लंड में जैसे एक नया जोश आ चूका था. मैंने सोचा की भाभी को कैसे बताऊँ की मेरा भी मन हैं. लेकिन ये डर भी था की कहीं वो मेरे कुछ करने का बुरा मान के चिल्लम चिल्ली ना करे.

मैंने कहा: दीप्ती भाभी आप कहा पीती हो? आप रहने दीजिये.

दीप्ती: अरे मेरी पिने की इच्छा तो बहुत होती हैं. पर संदीप ने कभी ऑफर ही नहीं किया.

दीप्ती भाभी को ऐसे देख के मेरा मन भी अब डगमगाने लगा था. मैंने कहा: चलो ठीक हैं भाभी, आज आप के लिए स्पेशियल ड्रिंक बना के आप को पिलाता हूँ.

दीप्ती भाभी एकदम उत्तेजित लग रही थी और वो बोली: चलिए, अभी तो काफी समय हैं, हम थोडा रेस्ट कर के फिर ड्रिंक करेंगे.

दीप्ती भाभी ने खड़े हो के प्लेयर के ऊपर लाईट म्यूजिक ओन कर दिया. और कमरे के अन्दर उन्होंने ट्यूबलाईट को बंद कर के कम रौशनी वाली नाईट बल्ब जला दी.  हम दोनों सोफे के उपर अगल बगल में बैठे हुए थे. पिने का काम चालु हो चूका था. दो पेग के बाद भाभी को हल्का सा नशा चढ़ा हुआ लग रहा था. मैंने कहा: आप को चढ़ी हैं तो लेट जाओ आप.

दीप्ती: अरे नहीं प्रवीन ऐसा नहीं हैं. मैं आज थोडा खुल गई हूँ तुम्हारे साथ और ऐसा मौका मैं कब से खोज रही थी.

और इतना कह के भाभी ने मेरे कंधे के ऊपर और फीर वहां से मेरी गोदी में अपना हाथ रक्खा. मैंने कुछ नहीं कहा तो उसने अपना सर मेरी गोदी में रख दिया और बोली: आप को बुरा तो नहीं लगा न मैं ऐसे लेटी तो?

मैंने कहा: नहीं भाभी आप आराम से लेटो, नो टेंशन!

और फिर ये कह के मैंने अपने हाथ से भाभी के बाल खोले और उनके साथ खेलना चालू कर दिया. दीप्ती भाभी: सच में तुम्हारे साथ में बड़ा अच्छा लग रहा हैं.

मैं: आप भी बड़ी क्यूट हो भाभी और सच कहूँ तो संदीप बड़ा लकी हैं.

ऐसे बाते चालु ही थी की मेरा ध्यान भाभी के पल्लू पर गया जो निचे गिरा हुआ था. भाभी की आँखे बंद थी और उसके बूब्स जैसे बहार आने के लिए बेताब लग रहे थे. उसके गोरे दूध से भरे हुए सेक्सी बूब्स एकदम भरे हुए थे.

और उसके ऐसे रूप को देख के मेरे लंड से प्रिकम निकलना चालू हो गया था. मैं पल्लू की खाई को ही देख रहा था और दीप्ती ने अपने पल्लू को ऊपर कर के सही कर लिया. भाभी ने मुझे देखा तो मेरी निगाहें वही पर थी. मेरे लंड के अंदर जैसे सैलाब सा आ गया था. और दीप्ती भाभी के ऊपर भी मस्ती सही तरह से चढ़ी हुई थी.

मैंने कहा, पल्लू को निचे रहने दो ना!

वो बोली: मुझे पता हैं की तुम कहा देख रहे हो.

मैंने कहा, मुझे लगा की पल्लू निचे ऐसे ही गिर गया था गलती से.

वो मस्ती से बोली: नहीं मैंने जानबूझ के निचे कर दिया था. ताकि तुम उन्हें देख सको. क्या तुम्हे मेरे बड़े बूब्स अच्छे लगे?

मैंने कहा: हां.

वो बोली: आज मौका वैसे एकदम सही हैं. हम दोनों यहाँ हैं और संदीप काम पर. अगर तुम चाहो तो हम दोनों अपने बदन की आग को शांत कर सकते हैं.

बस इतना सुनते ही मैंने अपने हाथ को भाभी के चूचो के ऊपर रख दिया. वो टच करने पर एकदम सॉफ्ट सॉफ्ट से थे.

दीप्ती भाभी के मुहं से आह निकल पड़ी और वो मेरे हाथ के ऊपर अपने हाथ को दबा के बोली, अह्ह्ह दबाते रहो इन्हें और जोर जोर से, जरा भी स्टॉप मत करना प्लीज़. आज तुम मुझे इतना प्यार करो की मैं तुम्हारी ही हो के रह जाऊं; अह्ह्ह्ह अह्ह्ह्हह. और फिर दीप्ती भाभी ने अपने ब्लाउज के बटन को खोल के अपने दोनों बूब्स को मेरे लिए बहार निकाल दिया.

अंदर भाभी ने पेड़वाली ब्रा पहनी थी. लेकिन पेड़ के हटने पर भी वो बूब्स की मोटाई कतई कम नहीं हुई थी. दीप्ती भाभी के ह्यूज टिट्स को देख के मेरे अन्दर की वासना और भी भड़क गई. अब मैं एकदम जोर से भाभी के मम्मो को दबाने लगा और उन्हें मुहं में ले के चूसने भी लगा. दीप्ती भाभी के मुहं से अह्ह्ह अह्ह्ह ओह ओह निकल रहा था. वो बोली: आई लव यु प्रवीन! अह्ह्ह अह्ह्ह सक माय टिट्स आह्ह्ह आह्ह्ह्ह!

मैंने दीप्ती भाभी को उठा लिया अपनी गोद के अन्दर और उसे अन्दर ले गायक. और फिर मैंने उसके बदन के ऊपर से पेंटी के सिवा सब कपडे खोल दिए. भाभी की पेंटी ब्लेक रंग की थी और मैंने उसके अन्दर अपने एक हाथ को डाल के उसकी गर्मी चेक की. और पेंटी को ऊँगली से टटोलते हुए मैंने दीप्ती भाभी के बूब्स को चुसे. मैंने देखा की भाभी की चूत एकदम गीली हो चुकी थी.

दीप्ती भाभी बोली: प्लीज़ प्रवीन और मत परेशान करो मेरे को. जल्दी से अपना लंड मेरे अन्दर डाल के फक कर दो मुझे.

और फिर भाभी ने अपने हाथ से मेरे लोडे को बहार कर दिया. मेरे बड़े लोडे को देख के निचे झुकी और मुहं को खोल के उसे अंदर भर लिया. वो बड़े ही सेक्सी ढंग से मेरे लंड को चूसने लगी थी. और उसके ऐसा करने से मेरे लंड में और भी जान आ गई थी. लंड और बड़ा हो चूका था. अब मैंने भाभी को बेड में पूरा लम्बा लिटा दिया. और फिर मैंने उसकी फांको को खोल के चूत को चाटना चालू कर दिया. वो भी एकदम जोश में आ गई थी और उसकी पुसी से बहुत सब पानी निकल रहा था.

दीप्ती भाभी ने अपनी चूत को ऊपर उठा के कहा, जोर से चाटो मेरे राजा और जोर से मजा आ रहा हैं मेरी जान!

मैं भी भाभी के साथ के इस एक एक लम्हे को पूरा एन्जॉय कर रहा था.

और फिर दीप्ती भाभी ने कहा, अब जल्दी से करो रुकना मत, अपने लंड को मेरी बुर में पेल दो मेरे राजा!

मैंने अपने लंड को सीधे भाभी की चूत में डाला और उसे चोदने लगा. वो मेरे से लिपट गई थी और अह्ह्ह अह्ह्ह कर के गांड को उठा उठा के चुदने लगी थी. हम दोनों ने एक दुसरे को जोश से पकडे रखा और पुरे 20 मिनिट तक मस्त सेक्स किया. और फिर हम दोनों शांत हो चुके थे.

संदीप का पुरे एक घंटे के बाद कॉल आया तब भाभी घोड़ी बन के मेरा लंड ले रही थी. संदीप ने कहा की मुझे आने में दो जितना हो जाएगा. दीप्ती भाभी ने फोन रख के कहा, 2 बजे तक टाइम हैं मुझे चोदने का मेरे राजा.

मैंने कहा, गुड!!!!

दोस्तों हम दोनों ने डेढ़ बजे तक जम के सेक्स किया और एक बार मैंने भाभी की गांड भी मार ली. अब दीप्ती भाभी मेरी रांड बन चुकी हैं और जब हमें मौका मिलता हैं मैं उसे चोद लेता हु.

मोम डेड की चुदाई एनिवर्सरी वाली नाईट पर

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हाई दोस्तों मेरा नाम करन हैं और मैं दिल्ली से हूँ. मेरी उम्र अभी 20 साल हैं. मैं इस साइट पर नया हूँ तो लिखने में कोई गलती हुई हो तो मुझे माफ़ कर देना. आज की ये कहानी 100 प्रतिशत सच्ची हैं और मेरी मोम डेड की हैं.

मेरे घर में मैं अपने माँ बाप की इकलोती औलाद हूँ. मेरे मोम का साइज़ 36 30 36 है. और वो हमेशा घर पर ही रहती हैं. और मोम घर में सलवार कमीज और जींस टॉप पहनती हैं.वैसे तो मोम बड़ी अच्छी हैं और किसी के साथ भी काम से ज्यादा बात नहीं करती हैं. मोम की स्यूट का गला कुछ ड्रेस में काफी बड़ा हैं और उनके बूब्स भी दिख जाते हैं लेकिन मैंने माँ को कभी गलत नजर और इरादे से नहीं देखा था. पर जब जवानी चढ़ती हैं तो सब कुछ होने लगता हैं.


उस दिन मोम डेड की एनिवर्सरी थी तो हम सब बहार रेस्टोरेंट डिनर करने के लिए गए थे. मोम ने ग्रीन कलर का टॉप और ब्लू जींस पहनी हुई थी. डेड ने वाइट शर्ट और ब्लेक पेंट पहनी हुई थी. मैंने केजुअल ड्रेस पहना हुआ था. तब मैं 10वी में पढ़ता था और मेरी उम्र कच्ची ही थी.

नयी नयी जवानी चढ़ी हुई थी मुझे. वहां रेस्टोरेंट मैं सब लोग मोम को देख रहे थे. मोम का टॉप काफी डीप था. और उनकी ब्रा की स्ट्रिप भी दिख रही थी. जब वो थोड़ी सी भी निचे होती थी तो उनके बड़े बड़े दूध जैसे सफ़ेद दूध दिखने लगे थे. हमने डिनर किया और वापस घर पर आ गए. उस वक्त डेड ने मोम के कान में कुछ कहा जो मुझे सुनाई नहीं दिया.

मेरा सोने का वक्त हों गया था इसलिए मैं अपने कमरे में सोने के लिए चला गया. हमारे घर में दो कमरे हे. एक मेरा कमरा और एक में मेरे मोम डेड सोते हैं. नयी जवानी चढ़ी थी इसलिए सेक्स के बारे में जानने की बहुत दिलचस्पी सी थी मुझे. मैं जानता था की आज उनकी एनिवर्सरी हैं इसलिए मोम डेड जरुर कुछ करेंगे.

मैंने मन ही मन इरादा कर लिया की आज मैं मम्मी और पापा को चोदते हुए देखूंगा. मैंने धीरे से अपने रूम का दरवाजा खोला और धीरे धीरे बाथरूम की तरफ गया. बाथरूम का एक रोशनदान सीधा मेरे पेरेंट्स की रूम की तरफ हैं.

मैंने बाल्टी को लगाईं और उसके ऊपर चढ़ के देखने लगा. रूम का नजारा देख कर मेरे होश ही उड़ गए. मेरे डेड वाइट अंडरवेर में थे और मोम अपने कपडे उतरा रही थी. मोम ने टॉप उतारा हुआ था और वो वाइट नेट वाली ब्रा में थी. उन्होंने पेंट उतारी तो निचे ब्राउन कलर की पेंटी दिखने लगी. मेरा तो लंड को मम्मी की ब्रा पेंटी को देख के खड़ा हो गया. मोम क्या मस्त लग रही थी. मोम की पेंटी काफी सेक्सी थी. तब डेड ने मोम को पकड़ लिया. मोम कहने लगी रुक तो जाओ. डेड से अब मोम को ऐसे देख के वेट नहीं हो रही थी. उन्होंने मोम को पकड़ के किस करना चालू कर दिया. 10 मिनीट तक वो मस्त समुच करते रहे और अपनी जबानो को लड़वाते रहे.

फिर मोम की ब्रा को डेड ने खोल दिया. क्या सिन था वो! मोम के मोटे मोटे बूब्स और पिंक निपल्स सेक्सी लग रहे थे. तभी मोम ने डेड का लंड पकड़ लिया और अंडरवेर को उतार दिया. डेड का कलर थोड़ा सांवला हैं.

फिर मोम बेड के ऊपर बैठ गई. मोम ने फिर डेड का लंड मुहं में ले लिया. डेड का लान 7 इंच लम्बा और 3 इंच मोटा लग रहा था. ये सब देख के मेरा बुरा हाल हुआ था. मैं अपने लंड को पकड़ के मुठ मार रहा था. मोम डेड का लंड ऐसे सक कर रही थी जैसे पोर्नस्टार हो. कभी लंड को आगे करती तो कभी पीछे. 10 मिनट के बाद मोम ने बेड पर डेड के चेस्ट सक करना चालू कर दिया. डेड पागल हो रहे थे. डेड की चेस्ट पर काफी बाल थे पर मोम उन्हें सक करना एन्जॉय कर रही थी. तभी डेड ने मोम को समुच किया और निचे लिटा दिया. और उनके बूब्स सक करने लगे. एक बूब को सक कर के दुसरे बूब को हात में पकड के दबा रहे थे.

और बूब्स के साथ मस्ती करते हुए भी डेड ने मोम की पेंटी उतार दी. मोम के निचे एक भी बाल नहीं था. द्देद ने मोम से पूछा तो ॐ ने कहा आज हमारी एनिवर्सरी हैं इसलिए झांट बनाई हैं मैंने. तभी डेड ने निचे मोम की चूत को लिक करना चालू कर दिया. लगभग 10 मिनिट मोम के फेस पर ख़ुशी दिख रही थी. और वो जोर जोर से फक मी फक मी अह्ह्ह अह्ह्ह्ह उईई अह्ह्ह्ह येस्स कर रही थी.

फिर डेड ने मोम की टाँगे उठा दी और लंड अन्दर डाल दिया. डेड ने अपनी स्पीड बढ़ा दी और मोम अआः अह्ह्ह्हह्ह अह्ह्ह्हह्ह उईईई अह्ह्ह्हह मार डाला, अह्ह्ह्ह आह्ह्ह्ह कर रही थी. द्देद जोर से झटके मार रहे थे और मोम दुगुनी स्पीड से अपनी सिस्कारियां भर रही थी. फिर कुछ देर में मम्मी के ऊपर भी चुदाई क नशा पूरा चढ़ गया. अब वो पापा को जोर से चोदने के लिए कह रही थी. पापा न अपनी चुदाई की स्पीड को और भी बढ़ा दिया. मोम की चूत से चप चप की आवाजें आ रही थी. मोम ने डेड से कहा मैं झड़ गई!

फिर डेड ने मोम को बाहों में लेकर बेड से उठा लिया और मोम को कहा कैसे लगा. मोम ने कहा बहोत मजा आया मेरे को. और मेरा हो गया, लेकिन आप का बाकी हैं अभी. डेड ने कहा आज मैं तुम्हे पीछे चोदना चाहता हूँ मेरी रानी और बहुत महीनो के बाद आज गांड में झड़ने का मन हैं. मोम ने डेड को किस किया और अपनी बड़ी गांड उठा के वो घोड़ी भी बन गई पापा के सामने. मोम के मोटे मोटे बूब्स लटक रहे थे.
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मेरे खुद के पसीने छुट चुके थे मम्मी की बड़ी गांड को देख के. अब डेड ने अपने लंड को मोम की गांड में डाल दिया. और गांड में लेने से मोम की आँखों से आंसू निकल पड़े. ये सब नाईट लेम्प के उजाले में एकदम हॉट और रंगीन दिख रहा था.

डेड ने गांड चोदने की स्पीड बधाई और मोम अह्ह्ह अह्ह्ह्ह अह्ह्ह करने लगी थी. फिर डेड ने झटके और भी तेज कर दिए. झटको के साथ  साथ माँ के मुहं से निकलती हुई मोअनिंग की आवाज भी बढ़ रही थी.

डेड ने करीब 10-12 मिनिट तक माँ की गांड मारी और फिर अपने सब माल को उन्होंने गांड के अंदर ही छोड़ दिया. माँ की गांड से लंड निकाला तो कुछ वीर्य बहार आ गया. फिर मोम डेड बेड पर नंगे ही लेट गए. और फिर एक मिनिट में फिर से मोम ने डेड का लंड पकड़ लिया और उसे हिलाने लगी.

कुछ ही देर में पापा का लंड फिर से खड़ा हो गया. और माँ ने उसे अपने मुहं में ले लिया और चूसने लगी. मोम पापा के मेल निपल्स को दबाते हुए लंड को चूस रही थी. पापा सातवें आसमान पर थे. और 4-5 मिनिट की हॉट सकिंग के बाद मोम के मुहं में ही झड़ गए वो. मेरा भी पानी निकल चूका था लंड को हिला हिला के!

उस रात को मैं करीब 3 घंटे ऐसे बाल्टी पर ही खड़ा रहा. एनिवर्सरी की रात को दोनों ने शायद फुल नाईट चुदाई प्लान की थी. मैं जब गया तो भी दोनों का काम चालु ही था. हर चुदाई के बाद वो कुछ देर रेस्ट करते थे और फिर से सेक्स कर लेते थे!

मुतने के लिए उठी भाभी को चोद लिया

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मेरा नाम युग हे और मैं भरूच गुजरात का रहने वाला हूँ. मैं गुजरात के दहज की एक मल्टी नेशनल कम्पनी में काम करता हूँ. मैं काफी समय से फ्री हिंदी सेक्स स्टोरीस पढता आया हूँ. अच्छा लगता हे जब लो अपने अनुभव लोगों से बांटते हे. और मैंने सोचा की मैं भी अपने अनुभव को लिख के भेजूं. मैं ऑलमोस्ट 6 फिट का हूँ और मेरा लंड 6 इंच का हे. मैं किसी भी औरत को संतोष दे सकता हूँ. मैं आज आप को जो कहानी बताने के लिए आया हूँ वो मेरे भाभी को चोदने की हे.

मेरे मामा वलसाड के पास धरमपुर में रहते हे. धरमपुर में मेंगो का बड़ा मार्किट हे और बड़े बड़े फ़ार्म में अच्छी किस्म की मेंगो फार्मिंग होती हे. मेरे मामा का बिजनेश भी उसी का हे और मेरे मामा का बेटा हे वो ही सब काम देखता हे. मेरी भाभी दिखने में बहुत ही अच्छी हे. वो सेम टू सेम दीपिका पादुकोण के जैसी ही लगती हे. मेरी और भाभी की अच्छी बनती हे. जब मैं वहां पहुंचा तो मैं घर में फ्रेश हो के मेरे मामा के दुकान पर पहुंचा. वहाँ सब बीजी थे काम में. मैं वही भाई के साथ बैठ के सब कुछ हिसाब किताब देखने लगा. ये सब करते करते वही पर रात के 11 बज गए.


मैं और मेरा भाई सब कुछ काम निपटा के घर गए. भाभी और मेरी वाइफ बैठ के बातें कर रहे थे. उन्होंने हमें खाना परोसा. खाने के बाद भाई बोला की मैं सामने अपने घर में सोने के लिए जाता हूँ. मेरे भाई और भाभी वैसे तो मामा मामी के साथ रहते थे. पर उनका अपना खुद का अलग मकान भी था जो मामा के घर के सामने ही था. भाई और भाभी दोनों वही पर सोने के लिए जाते हे, बाकि पूरा दिन वो लोग मामा के घर में ही रहते हे.

भाई बोला की मैं सोने के लिए जा रहा हूँ आप लोग बैठ के बातें करो. वो पुरे दिन दिकान का काम देख कर थक जाता हे तो सो गए. मैं मेरी वाइफ और मेरी भाभी अभी भी बैठ के बातें कर रहे थे. 1 बज गया तो हम सब सोने के लिए अपने अपने रूम में गए. फिर रात के शायद 2 – 2:30 बजे मैं पेशाब करने के लिए गया. मैंने देखा की तब टॉयलेट के अंदर कोई था. मैं बहार ही खड़ा रहा.

फिर थोड़ी देर में अन्दर से भाभी निकली. मैं समझ गया की वो सोने के लिए यही रुक गई थी लेट होने की वजह से. अभी तक मेरा कोई ऐसा वैसा गन्दा इरादा नहीं था भाभी को ले के. लेकिन तब भाभी नाईट स्यूट पहन के संडास से निकली थी. और वो उसके अन्दर इतनी सेक्सी लग रही थी की मैं उसे देखता ही रह गया. पता नहीं मेरे दिमाग में उस समय क्या चल गया की मैंने भाभी को पकड ही लिया. मेरा लंड आधे मिनिट से भी कम समय में मुतने से चोदने के मोड़ पर आ गया था. वो बोली, छोड़ दो क्या कर रहे हो युग?

मैंने कहा छोड़ने के लिए थोड़ी पकड़ा हे आप को!

भाभी एकदम घबराई हुई सी लग रही थी और मेरा हाथ छुड़ाना चाहती थी. लेकिन मैंने भी जोर से पकड रखा था इसलिए वो छुड़ा नहीं सकी. फिर मैंने उन्हें कमरे से पकड़ कर मेरी तरफ खिंच लिया वो वो जरा सा और जोर दिखने लगी. मैं बोला देखो ज्यादा उछल कूद मर करो. और मैंने कहा भाभी मुझे कुछ और नहीं करना हे, बस आप अपने होंठो से एक प्यार भरी चुम्मी दे दो तो मैं सो जाऊँगा लंड को हिला के.

वो बोली, ये क्या बोल रहे हो?

मैंने कहा मैं जो कहा वो सच हे. और फिर मैं जबरन भाभी के होंठो को चूमने लगा. भाभी काफी टाइम मना कर रही थी और वो मेरे सकंजे से छूटने की भी कोशिश में लगी थी. मैं भाभी के मम्मे भी मसल रहा था. और उन्हें किस भी दे रहा था. थोड़ी देर में भाभी भी गर्मी महसूस कर के मुझे साथ देने लगी थी. और अब उसके मुहं से मोअनिंग की आवाज आने लगी थी. फिर तो मुझे और भी जोश चढ़ गया. और मैं अन्दर से गुड फिल करने लगा था. मैं भाभी का हाथ पकड़ के उसे रसोईघर में ले गया. वहां पर थोड़ी टफ था क्यूंकि कोई मुतने के लिए आता तो हमारी बात पकड़ी जाती.

किचन के अन्दर वो भी पूरी तरह से खिली हुई थी. और भाभी ने मेरे हाल्फ पेंट को निकाल दिया और वो मेरे लोडे को चड्डी के ऊपर ऊपर से ही दबा के सहलाने लगी. मैं भी उनके नाईट स्यूट को उतार के उनकी पेंटी को देखने लगा. अन्दर भाभी ने कोई ब्रा नहीं पहनी थी. नाईट स्यूट के निचे बस ये पेंटी ही थी.

मैंने भाभी को मेरा लोडा मुहं में ले के चूसने को कहा तो उसने मना कर दिया. लेकिन मैंने उसके मुहं को पकड़ के उसे जबरदस्ती से निचे बिठा दिया. और एक हाथ से उसके मुहं को दबा के लौड़े को मुहं में भर दिया. अब भाभी भी मेरे लंड को चूस रही थी. कुछ देर लोडा चुसाने के बाद मैंने भाभी को किचन के प्लेटफोर्म के ऊपर चढ़ा के उसकी पेंटी निकाल फेंकी. अब मेरा मुहं भाभी की रसीली भोसड़ी के ऊपर था. मैं उस देसी भोसड़ी से निकलते हुए पानी को चाटने लगा था. भाभी की बुर से मूत ककी स्मेल आ रही थी. भाभी मचल रही थी और उसके बदन में एंठन भी आने लगी थी. वो मेरे माथे को पकड के जोर जोर से बुर के ऊपर दबा रही थी. और मैंने भी उसकी बुर के अन्दर अपनी पूरी जबान डाल दी थी.

फिर वो मुझे बोली, चलो अब जल्दी से जो करना हे कर लो. कोई आ गया तो प्रॉब्लम होगी. भाभी की बात सही थी रिस्की ही था उसे ऐसे चोदना. मैंने प्लेटफोर्म के ऊपर ही भाभी की टांगो को खोला. भाभी की भोसड़ी का मुहं खुला हुआ था और वो जैसे मेरा लंड ही मांग रही थी. मैंने अपने लंड को उसके माथे पर रखा और एक झटका लगा दिया. मेरा लंड भाभी की बुर में एकदम आराम से घुस गया. लेकिन उसे दर्द काफी हुआ और उसने अपने होंठो को दांतों तले दबा लिया!

भाभी ने अब मुझे फुसफुसा के कहा 2 महीने से कुछ अन्दर नहीं गया हे इसलिए थोडा टाईट हे, आराम से चोदना प्लीज़. मैंने उसके मुहं को अपने होंठो से बंद कर दिया. और मैं उसे मजे से हिल हिल के चोदने लगा. भाभी को भी खूब मजा आ रहा था मेरा मोटा और कडक लंड ले के. वो भी चूतड़ हिला हिला के चुदवा रही थी और उसके मुहं से मस्त मोअनिंग की आवाज आ रही थी.

मेरा निकलने को था तो मैंने कहा कहाँ निकालू. वो बोली जिसके लिए इतनी महनत की उसके लिए ही पूछते हो, पानी अंदर निकले तभी तो औरत को मजा आता हे. मैंने अपने सब माल को भाभी की बुर में छोड़ दिया. फिर मैंने फटाक से लंड को उसकी चूत से निकाला तो वो कराह उठी. मैंने निचे बैठ के भाभी की चूत को मजे से चाट लिया. चाट चाट के मैंने पूरी बुर को साफ़ कर दिया.

दोस्तों फिर वो नाईट स्यूट पहन के अपनी गांड हिलाते हुए वहां से चली गई. मेरा मन तो बहुत था की उसको कहूँ की रुक जाओ भाभी अभी और लेने दो अपनी भोसड़ी को. लेकिन मैं कुछ कह नहीं सका. मैं तभी जानता था की आज के बाद मुझे शायद ही भाभी को फिर से चोदने को मिलेगा!

पिकनिक में गेंगबेंग

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हेलो दोस्तों मैं राहुल हूं. और मेरी हाइट 5 फुट 9 इंच है. और मेरे लंड का साइज़ १० इंच लम्बा और ४ इंच मोटा है. मैं दिखने में बहोत हेंडसम हूं और मैं अपनी पहली सेक्स कहानी बताने जा रहा हूं. लडकिया चाहे तो अपना हाथ अभी से अपने चूत पर रख सकती हे और लडको ने तो लंड को पहले से पकड कर रखा होगा.

बात उन दिनों की हे जब गर्मियों की छुट्टियां चल रही थी. करने को कुछ नहीं था तो मैंने सोचा की दोस्तों के साथ पिकनिक पर चला जाता हूं. हम सब दोस्तों ने साथ में मिल कर प्लान बनाया और दूसरे दिन हम सब लोग हमारी तयारी कर के सुबह निकल गए. हम सभी मिलकर 6 लड़के थे और सभी यह बोल रहे थे कि काश कोई लड़की मिल जाए तो अपनी पिकनिक में जान आ जाये.


मैं और मेरा एक दोस्त निखिल हम दोनों साथ एक दूसरे की गर्लफ्रेंड सीमरन निकिता को चोदते थे. हम दोनों पक्के दोस्त थे और हर बात को मिल कर प्लान करते थे और हम एक दुसरे से कोई भी बात कभी भी नहीं छिपाते थे.

शाम को हम सब दोस्त मैं, निखिल, ऋतिक, मनोज, अरशद और जय पिकनिक प्लेस पर पहुंचे, वहा जाकर देखा तो वह बहुत ही सुंदर जगह थी. वहां पास में तालाब भी था. हम सब ने 3 टेंट बनाए और हम सब थके हुए होने के कारण टेंट में जाकर सो गए.

मैं और निखिल पहले टेंट में सोए थे. और दूसरे में जय और ऋतिक सोये थे. और तीसरे में मनोज और अरशद सो गए थे. करीब २ से ३ बजे मुझे कुछ आवाजें सुनाई दी. मैंने टेंट से बाहर निकल कर देखा तो कुछ लड़कियों का ग्रुप वहां पर आया हुआ था. तीन लड़कियां थी काफी रात थी इसलिए कुछ ठीक से नहीं दिख रहा था.

फिर मेने लडकियों को देख कर मैंने सब दोस्तों को उठाया फिर हम सब आग के सामने बैठकर बातें करने लगे. उन लड़कियों ने अपने नाम कुछ इस तरह बताएं. निशि, जानवी और साना. एक घंटे यहां वहां की बातें की और जानवी ने कहा मुझे नींद आ रही है. फिर सब ने कहा चलो चल कर सोते हैं बाकी बातें सुबह करेंगे.

जब हम एक टेंट में ३ दोस्त दूसरे में 3 और तीसरे में तीनों लड़कियां सोई हुई थी.

अगले दिन मेरी आंख १० बजे खुली. सारे दोस्त सो रहे थे. मैं अपने फ्रेंड निखिल को उठाया और गर्लस के टेंट में गये. वहां पर कोई नहीं था, हम दोनों तालाब की तरफ गये वहां पर जो मंजर था वह देखा और मेरी और निखिल की आंखें खुली की खुली रह गयी. और हमारे लंड खड़े हो गए. निशि, जानवी और साना तालाब में  बिकिनी पहन कर नहा रही थी.

निखिल ने अपनी शर्ट उतारी और बोला इससे अच्छा मौका नहीं मिलेगा इन लड़कियों के साथ नहाने का. मैंने भी अपनी शर्ट और पेंट उतारी सिर्फ अंडरवीयर में तालाब में चला गया.

तीनों लड़कियां एकदम माल थी यारो..

मैं और निखिल जब उनके पास पहुंचे तो वह हम पर पानी मारने लगी.  हमने भी पानी मारा और निखिल ने एक डुबकी मारी और साना की पैंटी उतार दी और बाहर निकल कर बोला यह किसकी पेंटी  है. साना चिल्लाई अबे साले वापस कर, फिर मैंने भी मौका देखकर निशि की ब्रा निकाल दी तभी निखिल बोला ओहो अब यह ब्रा किस की हे.

तभी निशि बोली सालो कमीनों हमें हमारे कपड़े वापस दो. थोड़ी देर मस्ती करने के बाद उनको पैंटी और ब्रा  वापस कर दी.

जब बाहर आए तो साना बोली तुम दोनों काफी शरारती हो. हम लड़कियां को तुम्हारे साथ बहोत मजा आया. मेने निखिल के कान में कहा कि अभी तो हमने  इनको चोदा भी नहीं है और यह अभी से मजा लेने लगी हे. निखिल बोला तुम तीनों बहुत सेक्सी हो, बॉयफ्रेंड है तुम तीनों के?

निशि ने कहा नहीं, पहले था मेरा और जानवी का लेकिनअब हमारा  ब्रेकअप हो गया हे. हम बैठ कर बातें करने लगे तभी बाकी के दोस्त वहा पर आ गए. मैंने उनका भी परिचय लडकियों के साथ करवाया.

पूरा दिन ऐसे ही मस्ती करने के बाद हम सब अपने अपने टेंट के अंदर चले गए तभी रात के १ बजे थे. निखिल को नींद नहीं आ रही थी वह मुझे बोला चल देखते आते हैं साली रंडिया क्या कर रही है? मैंने कहा चल और मेने अपना कैमरा भी साथ में ले लीया.

मैं और निखिल धीरे धीरे से उनके टेंट तक पहुंचे और अंदर जांक कर देखा तो तीनो रंडिया पोर्न देख रही थी. और एक दूसरे को किस कर रही थी. मैंने भी अपना कैमरा निकाला और सब रिकॉर्ड करने लगा.

निशि ने अपने कपड़े उतार दिए थे और वह जानवी को किस करने लगी, साना भी अब नंगी हो गई थी. अब साना और निशि  दोनों मिल कर जानवी को नंगा करने लगी थी. साना जानवी को किस कर रही और निशि जानवी की चूत चाट रही थी. यह सब एक घंटे के लिए चला और फिर हम दोनों ने वही पर मुठ मारी और अपने टेंट  में जाकर सो गये.

दूसरे दिन मनोज हर्षद और जय को जाना पड़ा किसी काम से वापस अपने घर पर तो अब हम तीन लड़के, में, निखिल और ऋतिक और तीन लड़कियां निशी, जानवी और साना थे. हम सब लोग साथ में तालाब में नहा कर बाहर आये और मैंने निशि को एक पत्थर के पीछे बुलाया. और उस को रात वाली वीडियो दिखाई तभी निशि भड़क गई और गुस्से में अपने टेंट में चली गई. मैं भी पीछे चला गया.

निखिल भी साथ में आ गया. टेंट में जाकर मैंने निशि को किस किया पर उसने मुझे धक्का दिया और कहा की सालों निकलो यहां से. तभी निखिल बोला अगर नहीं निकले तो क्या चुदवायेगी हम से. फिर मैंने जानवी और साना को वह वीडियो दिखाइ तो  साना ने कहा मादरचोदो शरम नहीं आती तुम्हे? मैंने उसकी गांड पर एक थप्पड़ मारा और मैंने कहा तुम तीनों को करने में शर्म नहीं आती तो हम को रिकॉर्ड करने में कैसी शर्म आएगी? तभी मेरा तीसरा दोस्त ऋतिक वहां पर आ गया.

निखिल बोला आपने अपनी अपनी रंडी को पकड़ो कुत्तों. मेंने निशि से लीपट गया. निखिल जानवी से और ऋतिक साना से. तीनों चिल्लाने लगी मैंने कहा चुप करो रंडियों चुप चाप चुदवालो नहीं तो जबरदस्ती चोद के वीडियो इंटरनेट पर डाल देंगे.

जानवी ने कहा : बहन के लोडो छोड़ दो हमे.

सना ने कहा : सालों कुत्तों हमें छोड़ दो.

निखिल ने जानवी को थप्पड़ मारा. चुप साली तेरे में बहुत गर्मी है. अभी खत्म करता हूं तेरी गरमी.

मैंने कहा चुप कर रंडी सीधे सीधे चुदवाले.

मैं, निखिल और ऋतिक मिल कर निशि जानवी और साना को नंगी करने लगे. मैंने निशि की चूत में एक हाथ डाला और दूसरे हाथ से उसके बड़े बड़े बोबे दबाने लगा. अब निशि गर्म होने लगी थी. थोड़ा थोड़ा साथ दे रही थी. मेरा यह देखकर जानवी भी निखिल का साथ देने लगी. फिर साना मजबूर हो गई ऋतिक का  साथ देने के लिए.

निखिल ने कहा यह हुई ना बात मेरी प्यारी रंडियों..

निशि ने कहा साले कुत्ते चोद हमे  दिखा तेरी मर्दानगी  मादरचोद.

में निशि को पागलों की तरह किस करने लगा. ऋतिक साना की चूत चाट रहा था और निखिल साला दूध को प्यासा पागलों की तरह जानवी के बूब्स चूस रहा था. हम तीनो लड़के उठे और नंगे हो गए.

जानवी ने कहा सालों तुम तीनों की इतने बड़े हैं गधे जैसा है तुम सब का लंड

निखिल ने कहा तू तो मेरी गधी है ना अब चूस लंड को.

निशि, जानवी और साना तीनो लंड चूसने लगी ऋतिक जड गया और साना को घोड़ी बनाकर चोदने लगा.

साना ने कहा : साले हरामी आराम से कर, भाग नहीं जा रही हूं मैं. मैंने निशि को लिटाया और उसकी चूत पर लंड रगड़ने लगा.

निशि ने कहा : कुत्ते और मत तड़पाओ अपनी प्यारी रंडी की चूत को तोड़ दे आज.

निखिल और मैंने एक ही झटके में आधा लंड अंदर डाला तो  निशि और जानवी चीलाई.

निशि ने कहा आह कमिने मर गई आह फक आयाहा.

जानवी ने कहा मम्मी मादरचोद मार और जोर से मार और जोर से चोद.

साना ने कहा चोद अपनी रंडी को और जोर से चोद.

हम तीनों जोर से चोदने लगे. ऋतिक पहले ही जड गया और साना के ऊपर लेट गया.

मैंने निशी की चूत में से अपना लंड निकाला और मैं लेट गया और निशि मेरे लंड पर बैठ कर ऊपर नीचे होने लगी.

निखिल जानवी को खड़े करके चोदने लगा उस का पानी छूट गया और थोड़ी ही देर में निखिल और मैं जड़ गए और हम सब एक दूसरे के ऊपर लेट गये. आधे घंटे बाद साना मेरे लंड से खेलने लगी. मैंने जानवी को घोडी बनाकर चोदने लगा.

पऋतिक जानवी की चूत बेरहमी से मारने लगा. और निशि निखिल 69 की पोजीशन में थे निशी निखिल का लंड चूस रही थी और निखिल निशि की चूत चाट रहा था.

निशि घोड़ी बनी हुई थी. निखिल उसकी गांड को चोद रहा था और ऋतिक जानवी की चूत चोद रहा था. एक दो घंटे की चुदाई के बाद हम सब जड़ पड़े, मेने जानवी की चूत में लंड, निखिल में साना की गांड में अपना लंड डाला और निशि ऋतिक के सीने पर लेट गई. और हम सब सो गए. फिर यह सिलसिला चार दिन चला और फिर हम वापस अपने घरों में आ गये.

वॉल्वो में सेक्सी आंटी की चुदाई

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मेरा नाम राज है. और में गुजरात में अहमदाबाद सिटी से हु, में एक  एम्एनसी      कंपनी में जॉब करता हु, तो अक्सर मुझे कंपनी के काम से बहार जाना पड़ता है.

तो में काम की वजह से गांधीधाम (कच्छ) गया था. और वहा से काम खत्म कर के में अहमदाबाद वापिस जा रहा था, तो मेंने वॉल्वो बस में मेरी सीट बुक करा दी. और रात को खाना खा के ट्रेवल्स की ऑफिस पे पहुच गया. और बस का वेइट करने लगा.


तभी वहा थोड़ी देर में एक मस्त सेक्सी भाभी आई. वोव क्या गल रही थी वो, सेक्सी बदन और बड़े बूब्स उपर से नीचे तक कयामत थी. उसने जीन्स और पिंक टी शर्ट पहनी थी. में तो उसे देख ते ही पागल हो गया. उसे ही देखने लगा. और मेरा लंड लोहे जैसा टाइट हो गया.

जब हमारी नजर मिली तो मेने उसे सेक्सी स्माइल दी. और मस्त लगती हो ऐसा इशारा किया, तो वो मुझे धुरने लगी, तो मेने देखना बंध कर दिया. तभी थोड़ी देर बाद वो भी मुझे देखने लगी. और मुझे स्माइल दी, बट मेने इग्नोर किया, तो उसने अपने साथ उसका हस्बैंड है, ऐसा इशारा किया. और सोरी कहा.

तब में समज गया की हस्बैंड साथ में हे, इसलिए वो ऐसा करती थी. फिर तो मेने उसे स्माइल देना चालू किया. और वो भी मुझे उपर से नीचे तक मेरे तने हुआ लंड को देखकर स्माइल दी, फिर बस में इशारा किया, तो हम बस का वेट करने लगे.

तभी हमारी बस आ गयी. और हम बस में चले गये. और अपनी सीट ले ली. बस थोड़ी दूर गई, और वो मेरे बाजु वाली सीट पे आकर बेठ गयी. और नौट सी स्माइल देके ही बोला, फिर मेने भी अपना इंट्रो दिया. और कहा तुम भी इतनी हॉट हो, जबसे तुमको देखा मेने में पागल हो गया हु. फिर उसने कहा रियली इ ऍम हॉट, और हसने लगी. और कहा तुम भी कम नही हो. स्मार्ट हेंडसम हो, जिसे देखकर कोई भी फ़िदा हो जाये.

उसने अपना नाम मोहिनी बताया. और वो अहमदाबाद रहती है. और उसका हसबंड     में जोब करता है, उसने कहा की तुम तो बड़े हिमत वाले हो, मेरा हसबंड साथ में था, फिर भी मुझे लाइन मारते थे. मेने कहा, इतनी सेक्सी हॉट भाभी को पाना होतो रिस्क तो लेना ही पड़ेगा, और वो खुश हो गयी. फिर मेने उसे किसिंग करना चालु कर दिया.

और वो मेरे बाल पकड़ के मेरा साथ देने लगी.

फिर २० मिनिट तक किसिंग किया.और उसके मस्त बड़े बूब्स को दबाने लगा. टीशर्ट के उपर से ही, तो उसने अपना टीशर्ट उपर कर दिया. और मेने उसकी ब्लैक ब्रा को उतारके बूब्स को जोरो से चूसने लगा, वोव क्या मस्त बूब्स थे, टाइट जैसे कभी किसी ने छुआ ना हो, और वो बोली आआआ हहहहः हाहाहा आआआ हुम्म्म्मम्म आआअ चुसो राज मेरे बूब्स को खा जाओ. आज कितने दिनों से तड़पती हु. मस्त चूसते हो, आआआआ राज मेने एक हाथ उसकी जीन्स खोलकर पेंटी में डाल दिया. और फिंगरिंग करने लगा.

वो मदहोश होने लगी. मेरे हसबंड ने कभी ऐसे नही किया. वो सिर्फ उपर से करके सो जाता है. तुमने तो आज जन्नत दिखा दी. राज…. उस दिन बस भी आधी खली थी. और हम लास्ट वाली सीट पे थे. तो कोई डिस्टर्ब करने वाला वहा कोई नही था.

फिर वो मेरे लंड को उपर से ही अपने हाथ से रगड़ने लगी, और पेंट उतारके अंडरवियर को हटा के  लंड को अपने हाथ में लेते ही वो चकित हो गयी. ओह्ह माय गॉड इतना बडा लंड तुम्हारा लोहे जैसा है मस्त, एकदम में लकी हु की आज मुझे इतना मस्त लंड मिला. मेने इसे ट्रेवल्स की ऑफिस पे जब देखा पूरा टाइट होते हुए. तभी मेने सोचा आज ये सेक्सी बॉय मिल जाये तो मजा आ जायेगा. और उपर वाले ने मेरी सुन ली, और उसने पूरा लंड अपने मुह में लिया और चूसने लगी. क्या मस्त चुस्ती थी. जैसे बरसो से भूखी हो लंड की.

३० मिनिट चूसती रही.

फिर में जड गया. और वो पूरा पानी पि गयी. तभी बस होटल पे रुकी चाय- नाश्ते के लिए. और मेने सोचा इधर सीट पे इसे चोदने में ज्यादा मजा नही आएगा. तो मेने तुरंत कंडक्टर को ५०० रुपये देकर लास्ट वाला डबल बेड्स ले लिया. और हम उसमे बेठ गये. और विंडो बंध कर दी. फिर मेने उसे अपनी बाहों में लेकर किस किया. और उसके कपडे उतर दिए. और उसने मेरे, हम दोनो पुरे नंगे हो गये. फिर मेने उसे हर जगह किस करना चालू किया, और उसकी पेंटी निकाल के चूत में फिंगरिंग करने लगा. और वो उछलने लगी. फिर में उसकी चूत चाटता रहा. और वो मोन करने लगी. अहहहहहाआ आआआआआ ह्म्म्मम्म्म्म आआआआआ ओह्ह्ह्हह्ह इ लव यू राज, मस्त चूसते हो तुम चुसो आआआ हाहाहा.

फिर वो ३ बार जड गयी. और बोली जल्दी राज डाल दो न अपना मोटा लंड तडपाओ मत मुझे, और मेने अपना लंड उसकी चूत पे रख के एक जटका मारा, और पूरा लंड उसकी टाइट चूत को चीरता हुआ अंदर डाल दिया. वो चिलाने लगी, राज निकालो इसे बहोत बड़ा है. दर्द हो रहा है. और में लंड को अंदर डालके उसके उपर लेटा रहा, और उसे किस करने लगा.

जब उसका दर्द कम हुआ तो लंड को धीरे धीरे अंदर बहार करने लगा. उसे मजा आने लगा. और वो अपनी गांड उठाके साथ देने लगी. और मेने अपने जटके की स्पीड बढ़ा दी. वो मदहोश होने लगी. आआआआ जाआआनूऊऊऊ हुम्म्मम्म्म्मम्म आआआआ हाहाहा फ़क मी राज मस्त चुदाई करते हो तुम, आज पूरी रात ऐसे मुझे चोदते रहो. तुम्हारे लंड की दीवानी हो गयी हु आआआ.

फिर पूरा १ घंटा उसे पागलो की तरह चोदता रहा. फिर में उसके अंदर ही जड गया. और वो बहुत ही खुश हो गयी. और बोली थँक्स राज तुमने मुझे पूरा एन्जॉय करवाया. जो आज तक कभी मेरे पति ने मुझे नही दिया. में तुमसे ही चुदवाउंगी. और हम एक दूसरे को लिपट के सो गये. उसने बताया की उसका हसबंड उससे १५ साल बड़ा है. और उसकी शादी कम उम्र में ही हो गयी थी. इसलिए वो कभी संतुष्ट नही थी अपनी सेक्स लाइफ से.

बट आज तुमने मुझे सब सुख दिया, थँक्स इ वल यू राज.

और वो रोने लगी, बट ये आसु गम के नही ख़ुशी के थे. जो में उसकी लाइफ में आया.

तो फ्रेंड इस तरह मेने मोहिनी को उस रात ४ बार चोदा. फिर सुबह जब अहमदाबाद पहुचे तो उसने अपना मोबाईल नंबर और एड्रेस दिया. और कहा जल्द ही वो मुझे अपने पास बुलाएगी.फिर हम वापस अपने घरों में आ गये.

बेटी का सेक्स वीडियो दिखा के माँ को चोदा

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हेल्लो दोस्तों मेरा नाम दीपक हे और मैं बरेली का रहनेवाला हूँ मैं ग्रेज्युएशन कर रहा हूँ अभी. मैं पहले अपने बारे में बता देता हूँ. मेरी हाईट पांच फिट छ इंच हे और एवरेज लुकिंग लड़का हूँ. मेरे लोडे की लम्बाई 6 इंच की हे. अब चलिए स्टोरी पर.

कोलेज के फर्स्ट इयर में मेरी मुलाकात एक लड़की से हूँ जिसका नाम पूजा था. वो वैसे नेपाली थी लेकिन यहाँ माइग्रेट हुए थे वो लोग. क्लास में मिलने के बाद हम दोनों के बीच में धीरे धीरे दोस्ती हो गई और कुछ ही दिनों के अन्दर मैं और पूजा दोनों अच्छे दोस्त भी बन गए. पूजा थोड़ी नाटी थी और पतली दुबली सी. पहले मैं सिर्फ उसका दोस्त था और उसके अंदर मुझे कोई सेक्सुअल इंटरेस्ट नहीं था. पर वो मुझे बहुत पसंद करती थी.


एक दिन उसने मुझे प्रपोज़ किया. पहले तो मैंने उसको मना कर दिया. लेकिन फिर चूत की लालच में मैं उसके साथ रिलेशन में आ गया. पूजा के अन्दर भी लंड लेने की बड़ी भूख सी थी.

जब भी मुझे मौका मिलता तो हम दोनों किस करते थे और मैं उसके बूब्स भी दबाता था. लेकिन उसकी चूत को चोदने का कोई मौका नहीं मिल पा रहा था मुझे. कुछ दिन ऐसे ही निकले. मैं अक्सर उसके घर पर भी जाता था. उसके घर में उसके माँ और बाबु जी थे. उसके पापा कम ही बात करते थे. लेकिन उसकी मम्मी बातें करने में एक्सपर्ट थी.

उसकी मम्मी की एज करीब 42 साल क होगी पर उसका शरीर पूरा भरा हुआ था. उसके बूब्स 36 इंच के थे और जैसे की लटक के बहार आ रहे थे. उन्हें देख के मेरा लंड खड़ा हो जाता था और आंटी की कमर 32 इंच की होगी. पूजा की माँ की गांड भी एकदम सेक्सी थी. वो करीब 38 इंच की होगी और शेप में एकदम गोलमटोल सी थी. मैं पूजा के माँ के बदन का भी दीवाना हो गया था.

एक दिन मेरे सब घरवाले एक रिश्तेदार के वहाँ शादी पर गए हुए थे. और मेरा घर खाली था. मैंने मौका देख के पूजा को अपने घर बुला लिया. असली खेल तो अब शरु हुआ. वो मेरे पर आई. उसका पहली बार था इसलिए उसको बहुत डर लग रहा था. मैंने अपने फोन का केमेरा चालु कर के एक कौने में छिपा दिया था. मैं पूजा की चुदाई की क्लिप बनाना चाहता था. वो मेरे पास आई और मुझसे चिपक गई. और हम दोनों एक दुसरे को किस करने लगे.

मैं भी उसकी कमर पकड़ के उसे चूम रहा था. फिर मैंने अपने हाथ उसकी कमर के ऊपर से उसकी गांड पर रखे. और गांड को मसलने लगा. फिर मैंने पूजा की जींस को उतार दिया. और फिर उसके टॉप को भी उसके बदन से दूर कर दिया. पूजा को बहुत शरम आई जब मैं उसकी ब्रा और पेंटी को खोल के उसको पूरा नंगा किया.

मैने भी अपने कपडे उतार दिए और नंगा हो गया. फिर मैंने अपना लंड पूजा के मुहं में दे के अच्छे से चुस्वाया. और मैं भी पूजा की चूत और गांड को चाटा. मैने पहली बार में ही उसकी गांड मारने का इरादा कर लिया था. पूजा की सेक्सी पतली गांड ने मुझे दीवाना कर दिया था. मैंने उसे उल्टा लिटाया और पहले उसके चूतड़ पे किस की और फिर उसकी गांड को फैलाया. और उसके गांड के छेद पर थूंक दिया. फिर मैंने अपने लंड को उसके छेद के ऊपर रख दिया.

मैंने हल्का सा जोर लगाया और मेरा टॉप उसकी गांड में चला गया. फिर मैंने उसको घोड़ी बनाया और पीछे से हलके हलके गांड मारने लगा उसकी. उसको बहुत ही दर्द हो रहा था. वो रोने लगी थी. पर मैंने अपनी स्पीड को बढाए रखा और एकदम जोर जोर के झटके देने लगा उसकी गांड के अन्दर. उसको ऐसे ही चोदने के बाद मैं थोड़ी देर में झड़ने लगा. मैंने अपना लंड उसकी गांड में से निकाल के उसके मुहं में दे दिया. और सब स्पर्मस को उसके मुहं में ही भर दिए. पूजा वो सब पी गई.

फिर कुछ देर के बाद मैंने पूजा की चूत की चुदाई की. उस दिन मैं पूजा को 3 बार चोदा और उसकी क्लिप बना ली. दरअसल मैंने ये क्लिप पूजा की माँ को चोदने के लिए बनाई थी.

अगले दिन पूजा मुझे कोलेज में मिली. वो बहुत खुश थी. लेकिन उसकी वो ख़ुशी ज्यादा देर टिकी नहीं. मैंने उसकी गांड सेक्स और चूत चुदाई वाला क्लिप उसको दिखाया. उसने मुझे कहा की तुमने हमारे सेक्स का क्लिप क्यूँ बनाया? मैंने कहा पूजा मुझे कुछ चाहिए जो मुझे ये क्लिप ही दे सकता हे! उसने पूछा ऐसा क्या चाहते हो तुम?

मैंने उसे बताया मैं तुम्हारा माँ पुष्पा को चोदना चाहता हूँ! और अगर तुमने अपनी माँ को चोदने में मेरी मदद नहीं की तो मैं इस क्लिप को इंटरनेट के ऊपर डाल दूंगा और सभी जगह पर तुम्हारी बदनामी होगी. ये सुनते ही वो रोने लगी और विनंती करने लगी ऐसा ना करो प्लीज़ मैं बर्बाद हो जाउंगी. पर मैंने उसकी एक भी नहीं सुनी. तो रोते हुए घर चली गई वो और उसने ये सब बात अपनी माँ को बता दी.

उसके बाद उसकी माँ का कॉल आया और उसने मुझे अपने घर पर बुलाया. और वो मुझे समझाने लगी की ऐसा मत करो प्लीज़. मैंने उसकी एक भी नहीं सुनी. उसने मुझे डराया भी तो मैंने कहा की मैं किसी से नहीं डरता हूँ.

उस क्लिप की वजह से मेरे पास पॉवर थी और इसलिए मैं उसकी माँ को भी तू तड़ाक कर रहा था.

मैंने उसको बोला, देख पुष्पा अगर तू चाहती हे की तेरी बेटी की बदनामी ना हो और इज्जत बची रहे तो बस एक बार मुझे चोद लेने दे. वो मना करती रही और नहीं मानी. फिर मैंने फोन निकाला और उसके वीडियो को दिखाया और उसको कहा की देख कैसे तेरी बेटी गांड में ले रही हे. सोच लोग इसको देख के कैसे लंड हिलाएंगे!

वीडियो में बेटी की हरकतों को देख के पुष्पा ढीली हो गई. और वो बोली, प्लीज उसे नेट पर मत डालना तुम जो कहोगे वो करुँगी मैं!

मेरी तो ख़ुशी का ठिकाना नहीं था. मेरी सेक्स की देवी जिसके नाम की कई बार मुठ मारी थी आज उसे चोदने का मौका मुझे मिल रहा था!

मैंने पूजा को कहा, मैं तेरी माँ को अपनी दुल्हन बना के चोदुंगा आज तेरे सामने ही. जा अपनी माँ को सजा धजा के ले आ. वो दोनों अंदर चली गई. कुछ देर बाद वो दोनों वापस आई तो मैं देख के दंग रह गया. पुष्पा ने लाल साडी पहनी हुई थी और अन्दर एक डीप कट ब्लाउज था जिसमे उसके बूब्स चमक रहे थे. और साफ़ दिख रहे थे. उसके होंठो के ऊपर लाल लिपस्टिक लगी हुई थी. और आँखों में काजल. वो किसी नयी नवेली दूल्हन के जैसी ही लग रही थी.

वो मेरे सामने आ के बैठ गई. मैंने तुंरत ही उसके हाथ को पकड़ा और उसके होंठो को चूमा. उसकी साँसे तेज थी. मैंने उसे पकड़ के लिटाया और सीधा उसके ऊपर चढ़ गया. हम दोनों के होंठ मिले हुए थे और वो भी मेरा पूरा साथ दे रही थी. मैंने अपनी जीभ को पुष्पा के मुहं में डाल दी और उसको चूसने लगा.

फिर मैंने उसकी साडी का पल्लू हटाया और उसके बूब्स दबाने लगा उसके ब्लाउज के ऊपर से ही. कुछ देर बूब्स दबाने के बाद मैंने उसकी साडी उतार दी और उसका पेटीकोट भी खोल दिया. उसने ब्लेक कलर की सिल्की पेंटी पहनी हुई थी जिसमे उसकी गांड देखने लायक थी.

फिर मैं उसका ब्लाउज भी खोल दिया और अब पुष्पा मेरे सामने सिर्फ ब्रा और पेंटी में थी. उसका बदन किसी अप्सरा के जैसा चमक रहा था.

फिर मैंने अपने लंड को उसके चहरे के सामने रख दिया और उसे उसके मुहं पर, होंठो पर और गालो के ऊपर रगड़ने लगा. फिर होंठो को खुलवा के मैंने अन्दर डाल दिया लंड को. उसका गरम गरम थूंक मेरे लंड पर लगते ही मुझे एक अलग अहसास हो रहा था. वो मेरे लंड को सक करने लगी थी. और मैंने उसके बाल पकड़ के माउथ फकिंग चालू कर दिया. फिर मैंने पुष्पा की ब्रा को खोल दिया और लंड को उसके बूब्स के बिच में डाल के बूब्स को भी चोदा. पुष्पा के बूब्स एकदम टाईट थे निचे लेटने की वजह से और चोदने का बड़ा मजा आ रहा था.

अब मैंने खड़े हो के पुष्पा की पेंटी को फाड़ दिया. मैंने उसके बाल पकड के उसे सही पोज में लिटाया. वो बोली, प्लीज जाने दो मुझे, बहुत हुआ.

मैंने उसे दो तमाच मारे और कहा, अब तो जाने दूंगा तो मेरी मर्दानगी पर शक होगा तुझे मेरी जान.

वो रो रही थी लेकिन उसकी चूत को देख के मेरा जोश और भी बढ़ गया था. मैंने उसके दोनों पाँव को पूरा खोला और उसकी चूत को चाटने लगा. पुष्पा को उल्टा कर के मैंने उसकी गांड को भी चाट दिया. उसकी गांड चूत से काफी टाईट लग रही थी. मैंने गांड में एक उंगली की और उसको कहा, तेरी भी गांड में दूंगा पहले तेरी बेटी के जैसे ही.

फिर मैंने पूजा को बुला के उसके मुहं में लंड डाला. लंड को कडक करवा के मैंने उसे पुष्पा की पर थूंक के अंदर डाला. पुष्पा की कमर पकड के मैं उसकी गांड मारने लगा था. जोर जोर के धक्के और झटके दे के मैं हिला हिला के ले रहा था उसकी. लंड गांड में अन्दर घुसता था तो पुष्पा के मुहं से आह निकल जाती थी! वो रो रही थी लेकिन मेरा लंड लिए बिना उसके पास कोई और चारा भी नहीं था.

फिर मैंने लंड को उसकी गांड से निकाला और मैं निचे बैठ गया. पुष्पा को मैंने अपने लंड पर बिठा दिया उसकी चूत में लंड डाल के. वो उछल उछल के मेरे लंड से चुदवा रही थी. और मैंने उसे बाहों में भरा हुआ था और मैं उसके बूब्स को चूस रहा था.

पुष्पा की चुदाई में तो जैसे जन्नत का मजा था वो गांड उठा उठा के चूत में लांद ले रही थी. थोड़ी चुदाई के बाद मेरा माल उसकी चूत में ही निकल गया.

हम दोनों एक दुसरे से लिपट के ही सो गए. कुछ देर बाद मैं उठा और उसे कुतिया बना के चोदा. उसके पति के आने से पहले पुष्पा को मैं 4 बार चोद चूका था.

फिर मैंने पुष्पा को कहा डार्लिंग मजा आ गया. आज से तुम मेरी रंडी हो. और पूजा को भी मैं चोदुंगा. बदले में मैं लाइफ में कभी भी ये वीडियो किसी को नहीं दिखाऊंगा, सिर्फ चुद्वाती रहना मेरे से!

ट्यूशन टीचर की वाइफ के साथ मजे

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यह स्टोरी आज से कुछ ३ महीने पहले की हे. जब मेंने एग्जाम की वजह से इकोनोमिक्स की ट्यूशन रखी थी.

मैने अपने कोलेज में प्रोफेसर के पास ही इकोनोमिक्स की ट्यूशन  रखी थी. में सर के घर में ट्यूशन पढता था. में इकोनोमिक्स में बहोत ज्यादा विक था तो मैने अपने सर को मुझे पर्सनली ट्यूशन पढ़ने के लिए बोला तो सर भी तयार हो गये और में हर रोज उनके घर पे ट्यूशन के लिए जाने लगा.


में पहले दिन सर के साथ ही उनके घर पर गया. उनके घर में सर के साथ उनकी पत्नी और एक मेड रहती थी. उनके पत्नी की उमर ३४ साल के आस पास थी. और वह एक बहोत सुंदर और हॉट आंटी थी.

मैने पहले दिन १:३० घंटे की ट्यूशन की. दुसरे दिन से में अपना कोलेज ख़त्म होते ही सर के पास चला जाता था क्योंकि कोलेज के स्टाफ को एक घंटे के बाद छुट्टी मिलती हे और मुझे सर ने कहा था की तुम पहले जाकर अपनी इकोनोमिक्स की तयारी शुरू कर दो.

में फिर जाकर ड्राविंग रूम में जाकर अपनी तयारी शुरू कर देता था. कभी कभी सर की वाइफ भी वहा पर आती थी तो उनके साथ थोड़ी बहोत बात चीत चलती थी,. मुझे ट्यूशन में जाते जाते एक महिना हो गया था और अब सर की वाइफ के साथ भी मेरी अच्छी बनने लगी थी.

एक दिन में जब सर के घर पंहुचा तो उनकी वाइफ में कहा की उन्हें बाज़ार जाना हे कुछ समान लाने के लिए. मेरे पास बाइक थी तो में उनको बाज़ार ले गया और रस्ते में जाते समय में जान बुज कर ब्रेक मार के उनके बूब्स को अपनी पीठ पर में फिल करता था और उन्होंने भी यह बात नोटिस कर ली थी.

फिर हम लोग बाज़ार पहुचे उन्होंने पहले थोडा घर का समान लिया उसके बाद वो उसके लिये कुछ कोस्मेतिक्स लायी और हम लोग वापस घर पर आने लगे. तभी रस्ते में अचानक से बारिश शुरू हो गयी और हम पूरी तरह से भीग गये थे. थोड़ी दूर चलने के बाद्द बारिश और जोर जोर  से शुरू हो गयी और मुझे शालू ने रुकने के लिए कहा. फिर हम एक जगह पर रुके जहा पहले से दो तिन लोग रुके हुए थे.

जब मैने शालू को देखा तो बारिश में भीगने किस वजह से बहोत हॉट एंड सेक्सी लग रही थी. उन्हें देख कर मेरा लंड खड़ा हो गया. मेरे लंड को उन्होंने नोटिस कर लिया था.

तभी वह बोली सोरी, मेरी वजह से तुम भी भीग गये. मैने उन्हें कहा की कोई बात नहीं हे, फिर जब बारिश रुकी तो हम लोग वापिस घर पर आ गये. बारिश की वजह से सर भी अभी तक नहीं आये थे तो में शालू को उनके घर पर ड्राप कर के वापस अपने घर पर आ गया.

दुसरे दिन जब में गया तो शालू ने दरवाजा खोला और में अन्दर जाकर बैठ गया. थोड़ी देर बाद वह लेपटोप लेकर आई और कहने लगी के इसमें एंटीवाइरस डाल दो. में एंटीवायरस डालने के बाद लेपटोप को चेक करने लगा जिसमे उनके कुछ सेमी न्यूड पिक्स थे और कुछ ब्लू फिल्म भी थी. में ब्लू फिल्म देखने लगा और शालू का नाम लेकर अपना लंड सहलाने लगा.

मुझे कुछ पता ही नही चला की शालू कब मेरे पीछे आकर खड़ी हो गयी थी. और जब मैने उन्हें नोटिस किया तो मैने जट से लेपटोप बंद कर दिया. और में बहोत डर गया था. मेम मेरे पास आयी और उसने मेरे लिप्स पर लिप्स रख कर किस करना स्टार्ट कर दिया. और ५ मिनिट तक किस करती रही. में भी साथ में उनके बूब्स को प्रेस करने लगा. फिर उन्होंने कहा की सर आने वाले हे अब जो करना हे कल कर लेंगे.

उन्होंने मेरे लंड को हाथ से हिलकर मुझे शांत क्र दिया.

फिर दुसरे दिन में कोलेज से जल्दी चला गया और सीधा सर के घर गया. जब मैने दरवाजा की बेल बजाई तो सर की मेड ने खोला. उसे देखते ही मेरा मुद ख़राब हो गया क्योंकि उसके होते हुए हम कुछ भी नहीं कर सकते थे.

लेकिन शालू ने काम के बहाने उसे घर के बहार भेज दिया और उसकी बोडी को सहलाने लगा. १० मिनिट ऐसा करने के बाद हम उसके बेड रूम में गये और अपने कपडे उतार कर न्यूड हो गये. और बेड पर लेट कर एक दुसरे के शरीर के साथ खेलने लगे. में कभी उसके बूब्स को चूसता तो कभी दबा देता. वह मजे से सिसकिय ले रही थी.

फिर हम 69 पोजीशन में आ गये और मजे करने लगे, में उसकी चूत को चाट रहा था वह भी मजे लेकर मेरा लंड चुस रही थी और फिर हम दोनों ऐसा करते हुए जड गये. और फिर से एक दुसरे को किस करने लगे. शालू ने मेरा लंड अपने मुह में लिया और चूसने लगी थी.

मेरा लंड अब फिर से खड़ा हो गया और मैने उसे मिशनरी पोजीशन में किया और उसकी चूत पर अपना लंड सेट किया. पहले तो लंड आधा अंदर गया और उसे थोडा दर्द महसूस होने लगा था.

फिर मैने दूसरा धक्का मारा और मेरा पूरा लंड अंदर डाल दिया और वह आह्ह फह आह्ह ओह्ह्ह अहः बस्स प्लीज़ बहार निकालो मुझे दर्द हो रहा हे कहने लगी. पहले तो में धीरे धीरे लंड अंदर बहार कर रहा था. जब वह नोर्मल हुई तो मैने अपनी चुदाई की स्पीड बढ़ा दी और वह सिसकिय लेने लगी और फक मी फक मी हार्ड कहने लगी. मैने उसे ५ मिनिट के बाद डौगी पोजिशन में किया और चोदने लगा और वह भी मजे से अपनी गांड को हिला हिला कर मजे कर रही थी.

उसके मुह से अहह ओह्ह ह ओह्ह फक मी हार्ड जैसे आवाज निकल रहे थे. १० मिनिट के बाद वह जड गयी लेकिन में उसे चोद रहा था. और फिर मैने भी थोड़ी देर में स्पीड बढाई और जड गये.

जब में उसके उपर से हटा तो मैने खिड़की के तरफ देखा तो उनकी मेड हमे देख रही थी. हम सेक्स में इतने खो गये थे की हमे पता ही नहीं चला की उनकी मेड कब आई.

दो सेक्सी लड़कियों को चोदा

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दोस्तों मेरा नाम अमरीश हे और आज की ये कहानी मेरा पहला लेखन अनुभव हे. सब से पहले मैं अपने बारे में ही बता दूँ. मेरी हाईट 6 फिट हे और बॉडी सामान्य हे. मैं अभी इंजीनियरिंग की पढ़ाई कर रहा हूँ.

ये बात आज से कुछ समय पहले की हे. मैं रात के करीब 9 बजे मूवी देखने के बाद अपने घर पर जा रहा था. रस्ते में मुझे दो लड़कियां मिली (उनके नाम साजदा और तस्लीम था). वो दोनों ने बुरका पहन रही थी. साजदा ने पहन लिया था और तस्लीम अभी पहन रही थी.


तस्लीम का चहरा अभी ढंका हुआ नहीं था और उसकी और मेरी निगाहें मिली. हम दोनों ने एक दुसरे को कुछ सेकंड्स के लिए ही देखा था. फिर मैं निकल गया उसे देखते देखते ही. वो मेरी जितनी ही उम्र की थी. उसका फिगर एकदम सही था और चमड़ी एकदम फेर थी. उसका चहरा एकदम क्यूट सा था.

मैंने सोचा की इन दो लड़कियों का पीछा कर के देखूं की क्या होता हे. मैं नुक्कड़ के ऊपर रुक गया और उन दोनों को आगे निकलने दिया मैंने. वो दोनों एक ऑटो वाले के पास गई. मेरे घर की तरफ ही जाना था उनको भी. मैं भी ऑटो के पास चला गया. वो लोगों ने मुझे शेयरिंग में ऑटो के लिए सजेस्ट किया. मैं तो यही चाहता था. वो बैठी और एंड में मैं बैठा हुआ था. मैं मिरर के अन्दर साजदा और तस्लीम को ही देख रहा था.

बात बात में वो दोनों ने कहा की साजदा को कल स्टेशन जाना था मोर्निंग में और वो तस्लीम के पास रुकने वाली थी.

तभी मेरा स्टॉप आ गया और मैं उतर गया. वो दोनों भी मेरे साथ ही उतर गई. मैं अपने घर की तरफ चल रहा था की मुझे पीछे से किसी ने आवाज दे के बुलाया. मैंने मूड के देखा तो साजदा ने मुझे बुलाया था. और तस्लीम उसके कान में कुछ खुसपूसा रही थी. मैं उसके पास गया तो उसने सेक्सी ढंग से कहा की हमारे साथ चलोगे?

जब मुझे लगा की मामला सेट हो सकता हे तो मैंने कहा, ठीक हे चलो, लेकिन काम क्या हे?

तस्लीम: तुम हमें ऑटो में ऐसे क्यूँ घुर रहे थे भला?

साजदा: तुम्हे क्या लगा की हमें पता ही नहीं था की तुम हमें घुर रहे थे पुरे रस्ते में?

वो दोनों ने अपना बुरका हटा दिया था चहरे के ऊपर से. और साजदा ने तो अब उसे पूरा निकाल के हाथ में ही ले लिया था. मैं उसके बड़े सेक्सी बूब्स को देखने लगा था.

तस्लीम ने कहा, क्या हुआ सांप सूंघ गया क्या, जवाब क्यूँ नहीं दे रहे हो?

मेरी मर्दानगी के उपर ललकार के जैसे थे उनके सवाल. मैंने साजदा को अपनी बाहों में भर के उसके बूब्स किस दे दिया कपड़ो के ऊपर से ही. और बोला: अब तुम दोनों हो ही इतनी सेक्सी और हॉट की देखने से रोक नहीं पाया खुद को!

हम लोग जिस गली में थे वो एकदम सुनसान सी थी. तस्लीम बोली: तुम हमें जानते भी हो भला?

मैंने साजदा के बूब्स को छोड़ा और कहा, हाँ तुम अनवर पंचर वाले की बेटी हो और ये सगीर खान की.

और तुम, साजदा ने कहा?

मैं: मेरा नाम अमरीश हे, मैं युग बुक स्टोर के मालिक कमलचंद का बेटा हूँ.

साजदा: क्या करते हो तुम?

मैं: पढता हूँ और लड़कियों को चोदता हूँ.

तस्लीम: ओह हो, क्या बात हे, कभी लड़की की वजाइना देखी भी हे, या ऐसे ही डिंग मार रहे हो?

मैं: देखा भी हे, चाटा भी हे और चोदा भी हे जानेमन.

साजदा: हमारे साथ चलोगे, आज इसके घर कोई नहीं हे.

मैं: कोई प्रॉब्लम तो नहीं होगी ना?

साजदा: नहीं चुपके से निकल जाना काम निपटा के.

तस्लीम: वैसे तुम्हारा लंड कितना बड़ा हे?

मैं: जानू इतना तो हे की तुम खुश हो जाओगी उसे ले के.

तस्लीम: चलो फिर.

वो लोग आगे आगे चली और उन्होंने मुझे कहा की तुम दरवाजे में से चुपके से बिना आवाज किये अन्दर घुस जाना. फिर वो दोनों दरवाजे का लोक खोल के अन्दर घुस गई. मैं एक मिनिट इधर उधर घुमा. जब मैंने देखा की कोई नहीं हे तो मैं फटाक से भाग के घर में जा घुसा. वो दोनों वही दरवाजे के पास खड़ी हुई थी. साजदा के हाथ तस्लीम की कमर में थे. और तस्लीम अपने हाथ से साजदा के होंठो के ऊपर उंगलियाँ फेर रही थी.

मैं उन दोनों के बिच में जा खड़ा हुआ. साजदा ने अपने हाथ से मेरे पेंट में आये हुए उभार को जैसे चेक किया. फिर उसने तस्लीम को देखा. शायद उसने उसे इशारों में बताया था की मेरा लंड सही साइज का था. साजदा ने अपने बूब्स मेरी छाती पर लगा दिए. मैंने उसके होंठो के ऊपर किस दे दी. वो मेरे लंड को दबा रही थी.

उधर तस्लीम ने अपने टॉप को खोला. अन्दर उसने ब्लेक ब्रा पहनी थी. बूब्स हिलाते हुए मेरे पास आई वो. बिना कुछ कहे ही वो घुटनों के ऊपर जा बैठी और मेरी जिप खोल के लंड को बहार निकाल लिया उसने. तस्लीम के बूब्स अब मेरे लंड के ऊपर घिसे जा रहे थे. उसके बूब्स एकदम सॉफ्ट थे और मेरा लंड एकदम ठिठ कडक. उसको मजा आ रहा था अपने निपल्स के ऊपर लंड को घिसने से. वो सिसकियाँ रही थी. और मेरा लंड और भी कडक होने लगा था.

साजदा ने भी अपने कपडे खोले. उसने तो तस्लीम से एक स्टेप और आगे बढ़ के अपनी चूत को भी खोल दिया था. मैंने उसकी हलकी हेरी चूत को देखी और मैं रोक नहीं सका खुद को. मैंने अपनी एक ऊँगली से चूत को धीरे से हिलाया. उसकी चूत एकदम गीली थी. मैंने अपनी बड़ी ऊँगली के आगे के भाग को धीरे से साजदा की चिकनी चूत में डाला. उधर तस्लीम ने मेरे लंड को अपने मुहं में ले के हलके से सक किया. मैं पागल हो रहा था जैसे. मैंने ऊँगली को साजदा की चूत में डाल दिया. ऊँगली घुसते ही उसके मुहं से सिसकी निकल गई.

मैं ऊँगली को जोर जोर से अन्दर बहार करने लगा था. और साजदा मेरे से लिपट गई. तस्लीम ने पुरे लंड को मुहं में के मस्त ब्लोव्जोब स्टार्ट कर दिया था. अब साजदा भी अपने घुटनों के ऊपर जा बैठी. मैंने उसकी चूत के रस को ऊँगली से चाट लिया. साजदा और तस्लीम दोनों ने ही वन बाय वन लंड को मुहं में ले के सकिंग चालू कर दिया. साथ ही में ये हॉट मुस्लिम लडकियां टट्टे भी चाट रही थी मेरे.

मैं तो जैसे सातवें आसमान के ऊपर था. साजदा अब अपनी चूत में ऊँगली कर रही थी और वो जोर जोर से मोअन करने लगी थी. मैं जान गया था की उसका मन हो चूका था लंड चूत में लेने को. मैंने अपने लंड को इन लड़कियों के मुहं के पास से ले लिया. वैसे भी लेना तो था ही वरना ये रंडियां उसका पानी निकाल के पी जाती!

साजदा ने अपनी टाँगे खोली और मैंने अपने लंड को उसके होल पर रख दिया. तस्लीम के हाथ मेरी गांड पर आ गए. और वो हलके से पुश कर रही थी मुझे. मेरा लंड साजदा की चिकनी चूत में घुस गया. मैंने पुरे लंड को धीरे धीरे कर के अन्दर डाला. साजदा ने बड़ी आह निकाली और टांगो को पूरा खोल दी. तस्लीम निचे बैठी और उसने लंड को बहार निकाल के एक बार फिर से चूस के थूंक वाला कर दिया. फिर उसने लंड को वापस अपनी सहेली की चूत पर टिका दिया. मैंने धक्के से अपने लंड को चूत में पूरा घुसा दिया. साजदा को जैसे बहुत समय के बाद लंड मिला था. वो तडप रही थी और उसकी चूत एकदम गरम थी.

तस्लीम मुझे वापस पीछे से धक्के देने लगी थी. मेरा लंड उसकी सहेली की चूत में अन्दर बहार होने लगा था. कमरे में फच फच और पच पच की आवाजे आ रही थी. साजदा ने चूत को कस लिया था मेरे लौड़े के ऊपर और वो मरवा रही थी. तभी तस्लीम ने उसके मुहं पर अपनी चूत को रख दी. साजदा चुद्वाते हुए अपनी सहेली की चूत को चाटने लगी थी. दोनों एकदम होर्नी थी और उन्हें देख के चोदने में अपना अलग ही मजा था.

कुछ देर के बाद साजदा की चूत से लंड निकाल के मैंने तस्लीम को चोदा. वो तो साजदा से भी मस्त चूत वाली थी. या फिर साजदा के चूत चाटने की वजह से उसकी चूत में ज्यादा जोश और गर्मी चढ़ी हुई थी. लेकिन एक बात थी की ये दोनों ही सेक्सी मुस्लिम लड़कियों को चुदने का खूब खुमार था.

तभी तो मेरे उनके घर के जाने से पहले दोनों ने दो दो बार मेरे लंड को अपनी चूत में डाल के उसका मजा लिया. साजदा की तो मैंने गांड भी मारी एक बार.

दोनों ने अपने अपने नम्बर दिए और मेरा नम्बर ले लिया. लेकिन उस दिन के बाद से फिर कभी उनकी मुलाक़ात नहीं हुई. मुझे लगता हे की वो दोनों ऐसे बहार से ही लडको को उठा के उनके लोडे से अपनी चूत मरवा लेती हे. रात गई बात गई वाला हिसाब!

माँ ट्रेन में 5 लंड से चुदी – गेंगबेंग कहानी

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मैं अपनी माँ को रेगुलर चोदता हु, माँ को चोदने की घटना की कहानी तो आप ने आगे पढ़ी. आज आप को मम्मी की एक गेंगबेंग कहानी बता रहा हु.

मेरे 12 के एग्जाम ख़त्म हो गए थे. और मेरा एडमिशन डेड को केरला कराना था तो मुझे और मेरी मोम को केरला जाना पड़ा. डेड अपने काम में बीजी थे इसलिए वो साथ में नहीं आये थे और उन्होंने हम दोनों का कोंकण रेलवे में बुकिंग करवा दिया था. और पापा हमें स्टेशन के ऊपर छोड़ने के लिए आये थे.


कोंकण की ट्रेन में स्टॉप बहुत ही कम होते हे. पापा ने मुझे ट्रेन में चढ़ाया और वो चले गए फिर. ये ट्रेन का पहला ही स्टेशन था इसलिए ट्रेन खाली खाली ही थी. ट्रेन के अन्दर ही कुछ लड़के अगले स्टॉप  से चढ़े जो गोवा जा रहे थे. और साथ में अब ट्रेन एकदम भर चुकी थी क्यूंकि यहाँ से काफी लोग ट्रेन में चढ़े थे.

मैंने देखा की वो जवान लड़के बार बार मेरी माँ को गन्दी नजर से देख रहे थे. मेरे दिमाग में एक आइडिया आया की क्यूँ ना माँ को इन लडको से चुदवाया जाये! मैंने अपनी माँ के मोबाइल के ऊपर टेक्स्ट कर के उसे टॉयलेट वाली साइड पर बुला लिया. पहले मैं निकला और फिर मोम भी मेरे पीछे आ गई.

मैंने मोम के आने के बाद कहा मोम आप को चोदने का मन हो रहा हे. तो उसने कहा अभी कहा से करेंगे पागल, रात को करेंगे ना. मैंने कहा मोम चलो न टॉयलेट में चले जाते हे. वो मान गई. टॉयलेट में घुस के मैंने माँ के बूब्स को मसलना चालू कर दिया. वो अह्ह्ह अहह कर रही थी.

मम्मी ने अपनी टी शर्ट को ऊपर उठा लिया और ब्रा में से दोनों बूब्स को मेरे लिए बहार निकाला. मैंने माँ की जींस को खोल दी जिसे वो अपने घुटनों तक ले के आ गई. मैंने पेंटी निचे की. फिर माँ वही पर घोड़ी बन गई. मैंने पीछे से उसकी चूत में ऊँगली की तो वो पहले से ही गीली थी. मैंने माँ के कंधे को पकड़ा और उसकी चूत में अपना लंड डाल दिया और हम दोनों चोदने लगे. चलती हुई ट्रेन में मम्मी की गांड मस्ती से हिल रही थी और मैं मजे से उसे चोदने लगा था.

मेरा पानी निकल गया और मम्मी अपने कपडे सही करने लगी. मैंने उनसे कहा माँ आप को गेंगबेंग करवाना हे? तो वो बोली, चूप कर कुछ भी बोलता रहता हे तु. वो जाने लगी लेकिन मैंने उसका हाथ पकड़ लिया और उसके होंठो के ऊपर मस्त किस कर ली. मोम भी मेरा साथ दे रही थी. मैंने किस छुड़ा के कहा, माँ मन जाओ ना पैसे कमा सकते हे.

वो बोली, कैसे?

मैंने कहा, वो जो लडको का ग्रुप आया हे ना उन्के सामने तुम रंडी जैसी एक्टिंग करो. फिर उनसे चुदवा के तुम पैसे ले लो. काम का काम हो जाएगा और कमाई भी.

माँ बोली लेकिन कैसे करूँ?

मैंने कहा आप बस ऐसे नखरे करो जैसे आप छिनाल हो और वो लड़के मुझे ठरकी ही लगते हे वो सामने से ही तुम्हे कहेंगे सेक्स के लिए. बस तुम एकदम सेक्सी बन जाओ कुछ देर के लिए.

मम्मी ने बोला ठीक हे.

मैंने कहा पहले तो आप एक काम करो इस जींस की जगह पर स्कर्ट पहन लो ताकि आप की जांघ उनको दिखे.

मोम ने कहा ठीक हे.

फिर वो पहले बहार निकल गई. मैंने पांच मिनिट अंदर रुका और फिर बहार आ गया. मम्मी ने बेग से अपना स्कर्ट लिया और वो जींस की जगह स्कर्ट पहन के वापस सिट पर आ गई. अब वो लड़के मेरी माँ की सेक्सी जांघो को देख रहे थे.

मम्मी के बूब्स उसके टी शर्ट में लटक से रहे थे. शायद पूरी रंडी बनने के लिए वो ब्रा भी उतार के आ गई थी. मम्मी की स्लीव के अन्दर से देखो तो उसके बूब्स दिख भी रहे थे. माँ अब जानबूझ के बार बार निचे झुक के अपने बूब्स उन लडको को दिखा रही थी.

मैंने मम्मी को बोला की मैंने सो जाता हूँ. और फिर मैं ऊपर की बर्थ पर चला गया और ऊपर अपने मुहं के ऊपर मैंने चादर रख ली लेकिन मैं निचे अपनी माँ के कारनामे को ही देख रहा था.

कुछ देर में एक लड़के ने मेरी माँ के साथ बातें चालु कर दी. वो दोनों हंस हंस के बातें करने लगे थे. और फिर बाकी के लोगों ने भी माँ के साथ बातें चालु कर दी.

थोड़ी देर के बाद मोम ने खाने के लिए बुलाया मुझे और मैं भी खाने चला गया. फिर मैंने बोला की फिर से सोने जा रहा हूँ. और वापस ऊपर चला गया मैं. उन लडको में से दो लड़के भी सो गए थे. और बाकी के लड़के माँ के साथ बातें कर रहे थे. और मैंने देखा की एक लड़का अपनी कोहनी से माँ के बूब्स को टच कर रहा था. मम्मी ने भी उसे स्माइल देते हुए आँख मारी. लड़के के लंड की क्या हालत हुई होगी वो मैं समझ सकता था. फिर मम्मी ने उसे धीरे से कुछ तो कहा. उस लड़के ने अपने जेब से पांच सो के 6 नोट निकाले और मम्मी की टी शर्ट में डाल दिए. फिर मम्मी की अगल बगल दो लड़के आ बैठे. मम्मी ने बेग से एक चद्दर निकाला और तीनो के ऊपर ले लिया. वो दोनों मेरी माँ के बूब्स दबा रहे थे.

फिर माँ एक लड़के के साथ उठ के टॉयलेट की तरफ चली गई. माँ की स्कर्ट में उसकी गांड एकदम सेक्सी लग रही थी. वो सब लड़के एक एक कर के उठे और टॉयलेट की तरफ चले गए. मैंने देखा की एक लड़का और मेरी माँ नहीं थे. मैं जानता था की माँ उसे ले के टॉयलेट में घुसी थी और दोनों अंदर सेक्स कर रहे थे.

वो लड़का कुछ देर माँ को चोदने के बाद बहार आ गया. और मम्मी अभी भी अन्दर ही थी. उसके बहार आने के बाद दूसरा लड़का अब मेरी माँ को चोदने के लिए अन्दर घुसा. जब दरवाजा खुला तो मैंने अपनी माँ को अन्दर आईने के पास में एकदम न्यूड खड़ा हुआ देखा. लड़के ने अंदर जा के मेरी माँ को फक फक चोदा.और फिर कुछ देर में वो भी बहार आ गया.

उन लोगों के वापस आने से पहले मैं फिर से अपनी बर्थ के ऊपर चढ़ के सो गया. फिर कुछ देर में वो चारो लड़के भी आ गए एक एक कर के. वो सब लोग खुश थे. कुछ देर में माँ अपना स्कर्ट सही कर के आई और निचे बैठ गए. वो पांचो बातें करने लगे. फिर माँ ने मुझे टेक्स्ट किया. मैंने उसे पूछा की कैसे रहा, तो माँ ने कहा की मजा आ गया और सब के ही लंड तेरे जैसे बड़े बड़े थे.

फिर आधे घंटे के बाद माँ ने मुझे उठाया और हमने खाना खा लिया. खाने के बाद मैंने माँ को फिर धीरे से कहा की और एक बार पैसे ले के इन चारों के लंड ले लो तुम. माँ ने कहा की ठीक हे, मैं फिर से ऊपर चढ़ के सो गया. और मम्मी ने उन लडको से फिर से बात कर ली चुदाई के लिए.

लेकिन इस बार वो लडको ने शायद माँ को ब्लोवजोब के लिए कहा था. एक लड़का सिट के ऊपर विंडो के पास बैठ गया और माँ उसकी गोदी में अपना सर रख के लेट गई. फिर उन्होंने अपने ऊपर चादर ले ली. माँ ने उसके लंड को अपने मुहं में ले के चादर में ही चूसा. उसने पांच मिनिट लंड चूस चूस के उसका पानी निकाल दिया.

एक लड़के का हो गया तो उसके बाद फिर माँ ने दुसरे लड़के के लंड को भी चूसा. और एक एक कर के चारों लंड ने अपने लंड का पानी मेरी माँ को पिला दिया.

फिर माँ ने एक लड़के का हाथ पकड़ा और वो लोग टॉयलेट में चले गए. वो लड़के शायद माँ को चोदना चाहता था. माँ उसके साथ टॉयलेट में घुसी और कुछ देर में उसका लंड ले के आ गई वापस.

माँ ने चुदाई के पैसे ले लिए वो लडको से और फिर वो भी सो गई. रात के दो बजे मैंने अपनी माँ को नींद से जगाया और उसको ले के टॉयलेट में चला गया. माँ को आईने के पास खड़ा कर के उसकी गांड में लंड डाल दिया मैंने अब की. करीब 20 मिनट तक मैं गच गच उसकी गांड को चोदता रहा.

फिर माँ ने लंड चूस के मेरा पानी छुड़ा दिया. हम दोनों वापस आ के लेट गए. सुबह गोवा आ गया और वो लड़के उतर गए ट्रेन से. लेकिन माँ को वो लोगो ने अपना नम्बर दे दिया था और उसका नम्बर ले लिया था. वो लडको ने माँ को बोला की हम तुम्हारे शहर आ के भी चोदेंगे तुम को!

मेरी बहन चुदी गुंडों से

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हाय दोस्तों मैं राजीव एक बार फिर से आप के लिए एक एकदम नयी कहानी लेकर आया हु. मेरी पुरानी स्टोरी के लिए आपके रिप्लाई मिले वह पढ़ कर मुझे बहुत अच्छा लगा. आप मुझे इसी तरह से सब बाते सजेस्ट करते रहिये जिस से मुजे और आपके लिए नई कहानी ले कर आने की प्रेरणा मिलती रहे.

यह स्टोरी मेरी 18 साल की बहन की है जो अब 19 साल की होने वाली है. इस स्टोरी में मेरी बहन ने गुंडों से चुदवाया है. अगर स्टोरी अच्छी लगे तो प्लीज मुझे कमेंट जरुर करें.


चलिए अब बाकि बाते बहोत हो गयी और अब हम स्टोरी पर आते हैं. मेरी बहन का नाम सपना है. उसकी सेक्सी फिगर का साइज़ ३४-३०-३२ हे. एकदम हॉट फिगर है. वह एक चलती फिरती सेक्स पटाका लगती है. एकदम नशीली आंखें जिसे एक बार कोई देख जाए मान लो की उसमे डूब ही जाये. उसके मम्मे तक टच होते लंबे लंबे बाल थे, वॉटरमेलन जैसे बड़े बड़े बूब्स थे, बहुत ही सेक्सी कमर थी, और उन सभी जो से ज्यादा सेक्सी चीज उसका दूध जैसा गोरा रंग था. उसका रंग इतना गोरा था की मान लो की अगर कोई हाथ लगा दे तो उसके हाथ का मेल उस पर दिख जाये. और कोई धीरे से उसे कोई पकड ले तोह वह वहा पर एकदम लाल लाल हो जाती हे.

सपना एक बहुत ही फ्रेंक किस्म की लड़की है. और वह बहोत ही मॉडर्न विचारो वाली थी. उसे नये नये और फेशन वाले कपडे पहनने का बहोत शौक था. और वह कोलेज की एक बहोत हो हॉट लड़की मानी जाती थी. कोलेज में उसपर लाइन मारने वालो की कोई भी कमी नहीं थी. वह नए नये लड़के और लडकियों से बहुत आसानी से घुल मिल जाती है. और इतनी सुंदर और हॉट लड़की का कोई बॉयफ्रेंड ना हो यह बात कैसे सच हो सकती है. उसका एक बॉयफ्रेंड समर है, जोकि उम्र में उससे ५ साल बड़ा है.वह उसका बॉय फफ्रेंड कुछ समय पहले ही बना था, इन दोनों का रिलेशन इतना सीरियस तो नहीं लग रहा था.

समर ने मेरी बहन को कुछ किया नहीं था. अब तक उसने सिर्फ किसिंग वगैरह ही की थी.

क्योंकि समर मेरी उम्र ग्रुप का लड़का है और वह मेरा भी दोस्त बन चुका था. हम दोनों बहुत ओपन रह कर बाते करते थे.  वह बातों बातों में मुझे कई बार कह देता था कि यार तेरी बहन बहोत मस्त माल है. वह जब किस करती है तो लगता है कि उसको पकड़ कर चोद दू. पर मैं भी उसे सिर्फ हसी मजाक समझकर छोड़ देता था और भी उसे हस देता था.

सपना हर रोज समर की बाइक पर बैठकर उसके साथ कोचिंग क्लास जाती थी और उसके साथ ही वापिस उसकी बाइक पर बैठ कर घर पर आती थी.

समर की बॉडी बहुत मसल वाली थी. पर वो शायद सपना के बूब्स को बहुत चूसता था, क्योंकि अब थोड़े दिनों में सपना के बूब्स बहुत बड़े होते जा रहे थे. और समर भी  बहुत कमीना किस्म का लड़का था.

अब एक दिन गर्मियों में समर और मेरी बहन ने डेट पर जाने का प्लान बनाया. समर के काफी दोस्त से जो की आवारा गुंडे मवाली टाइप के थे. वह दोनों संडे के दिन एक रेस्टोरेंट पर गए, जहां उसके दोस्तों का ग्रुप भी खड़ा था रेस्तोरांत के बहार. वह आवारा गुंडों की तरह बाहर होटल पर खड़े थे और कपल्स हो घेर रहे थे.

समर जब रेस्टोरेंट जाने लगा तो उन गुंडो ने उसको आवाज लगाई और उसे बुलाया की अरे समर इधर आ बे अन्दर कहा घुसा जा रहा हे, तो समर पहले उनसे मिलने चला गया लेकिन उनकी नजर तो मेरी बहन पर थी.

सपना में एक वाइट शर्ट और शॉर्ट्स डाली हुई थी. वह ऊपर से निचे तक एकदम चिकनी और हॉट लग रही थी.

उन्होंने समर से कहा कि इस गर्म और सेक्सी माल को कहां से उठा लाया है तू?

समर बोला मेरी दोस्त है, कैसी लग रही है, हॉट है ना?  उन गुंडों ने हवस भरी आंखों से देखते हुए कहा की साली चलती फिरती मिट का टुकड़ा है.

मन तो करता है कच्चा खा जाएं. समर उन लोगो के साथ १५ २० मिनिट तक बातें करने के बाद समर मेरी बहन के पास रेस्टोरेंट में अंदर आया और बैठ गया जहा पर सपन बहोत पहले आकर बैठ गयी थी.

अब उन्होंने लंच वगैरह किया और रेस्टोरेंट से बाहर आ गए, और घर पर जाने की तयारी करने लगे. वह गुंडे अभी भी बहार ही खड़े हुए थे.

फिर बहार आ कर समर ने कहा कि मैं २ मिनट में वोशरूम से होकर आता हूं.

और फिर वह मेरी नाजुक कली जैसी बहन को अकेला रेस्टोरेंट के बाहर छोड़कर चला गया.

इस बात का फायदा गुंडो ने उठाया और बहन के पास आकर मोलेस्ट करने लगे.

उन लोगो ने मेरी बहन से कहा : की कैसी है रे सेक्सी?

तेरा जिस्म तो आग लग रहा है चारों तरफ से. जरा हमारी मन की प्यास बुझा दो बेबी, सपना  उन्हें इग्नोर करती रही.

उसके बाद वह पांच छह गुंडो ने बहन के शरीर को टच करना शुरू कर दिया.

अब सपना को भी गुस्सा आ गया और उसने एक आदमी को पकड़कर चांटा मार दिया, और बोली में अपने बॉयफ्रेंड को बता दूंगी, चले जाओ यहां से. लेकिन उन कुत्तों पर तो अब हवस का नशा चढ़ गया था.

उन्होंने बहन को जबरदस्ती उठा लिया और अपनी वैन में बैठाकर दरवाजा बंद कर के एक सुनसान एरिया में चले गए.

उन्होंने बहन को जकड़ कर रखा हुआ था सभी मवाली  ड्रग शराब लेते थे. वह कार में परखे ड्रग्स का नशा करने लगे और शराब पीने लगे.

फिर उन्होंने अपनी गाड़ी जंगल में बने एक कॉटेज की तरफ ले ली.

वह सभी गुंडे मवाली एक-एक करके नीचे उतर गए और मेरी बहन को भी उठा लिया और बाहर आ गए.

सपना तो उन गुंडों से खुद को छुड़ाने की नाकाम कोशिश करती जा रही थी लेकिन उन्होंने तो अब शिकार करना ही था.

अब सभी एक रूम में बैठ गए और वहां जाकर शराब पीने लगे

पहले उन्होंने सपना को कहा की तू पेग बना दे हमारे लिए.

तो सपना ने मना कर दिया और फिर से चांटा लगा दिया एक लड़के को.

उन्होंने तो अब सपना को पकड़ कर जमीन पर लिटा दिया.

और उसके कपड़े एक एक करके फाड़कर उतार दिए.

सपना ने उस वक्त पिंक ब्रा और पिंक पेंटी पहनी हुई थी.

दो लड़के सपना को नंगा कर रहे थे, जबकि बाकी लोग सब मिलकर शराब पी रहे थे.

फिर उनमें से एक लड़के ने शराब की बोतल को लिया और सपना के बॉडी पर खाली कर दिया.

और एक लड़के ने शराब को सपना की पूरी सेक्सी बॉडी पर मसल दिया.

अब तो ऐसा लग रहा था कि मीट का टुकड़ा मसाला लगाकर खाने वालों के लिए तैयार हो चुका था.

सपना तो अकेली रोती जा रही थी.

थोड़ी देर में समर भी वहां पहुंच गया. सपना उसे देखकर उसकी तरफ भागी लेकिन गुंडों ने उसे उस तक पहुंचने नहीं दिया और पकड़ लिया.

उनमें से कइयों के नाम मुकेश, आफताब, रवी और अली थे.

अली : अबे कहां जा रही है छिनाल? तेरे बॉयफ्रेंड ने ही तो हमें बुलाया है, तेरे जिस्म की आग बुझाने के लिए.

सपना यह सुनकर उनसे छूटने की कोशिश करने लगी, और रोती आवाज में बोली छोड़ो, मुझे जाने दो प्लीज?

मुकेश : छोड़ तो तुझे  तो जरूर देंगे लेकिन तुझे चोदने के बाद. यह सुनकर सभी लोग पागलों की तरह हंसने लगे.

फिर सभी गुंडों ने सपना की ब्रा पैंटी फाड़ दी. जब सपना के बूब्स  कैद से बाहर आए तो सभी के मुंह से लार टपकने लगी.

अब सबसे पहले अली सपना के ऊपर चढ़ गया.

मुकेश और आफताब उसके हाथों को पकड़े हुए थे और समर और रवी सपना की लाते पकड़े बैठे थे.

अली ने सपना के होठ चूसने शुरू कर दिए.

अली के मुंह से शराब की स्मेल बहुत तेज आ रही थी.

उसने पहले  मम्मों को चूसना शुरू किया.

सपना एक शराब की बोतल बन चुकी थी, क्यों की पूरी बॉडी शराब से भीगी हुई थी.

अब अली उसका दूध पी रहा था, और उधर से एक लड़का उठा और सपना की चूत पर टूट पड़ा. सपना की चूत एकदम साफ और चिकनी मलाईदार थी.

उस लड़के में सपना के पैर को चूमना शुरू किया. और धीरे धीरे चूत पर आ गया. और पागलों की तरह चाटने लगा.

सपना तड़प रही थी लेकिन किसी को दर्द नहीं दिखाई दे रहा था मेरी फुल की कली जैसी बहन का.

अब वह लड़के ने अपना लंड निकाला जो की ५ इंच का था और सपना के हाथ में देकर उसको रगड़ने लग गया.

फिर सपना के नाजुक होठों पर अपना काला लंड रख कर उसके बाल पकड कर चूसने को कहने लगा.

सपना की लिपस्टिक लंड पर लग गई, तो उस लड़के ने कहा की साफ़ कर दे इसे साली और फिर से जबरदस्ती लंड उसके मुंह में घुसेड दिया.

सपना अब हार मान चुकी थी क्योंकि वह हील भी नहीं सकती थी.

फिर उस लड़के ने सपना के सुपाडे पर थूक लगाया, और लंड का टोपा चूत पर सरका दिया.

सपना अभी एकदम वर्जिन थी इसीलिए उसकी चूत बहुत टाइट थी.

उस लडके ने दो तीन बार लंड को अंदर डालने की कोशिश की लेकिन लंड नहीं जा रहा था. तो उस लड़के ने शराब लाया और उसकी चूत और अपने लंड पर लगा कर अंदर घुसेड़ने लगा. अभी सिर्फ लंड का टोपा ही अंदर गया था और सपना तड़पने लगी.

सपना : प्लीज निकालो इसे बाहर मुझे बहुत दर्द हो रहा है. प्लीज़ छोड़ दो मुझे मैं तुम्हारे पैर पड़ती हूं.

लेकिन उस लड़के ने धीरे धीरे लंड को अंदर बाहर डालना शुरू किया. उसने अली को इशारा किया तो अली अब सपना को किस करने लगा.

फिर उस लड़के ने एक जोरदार झटका दिया और पूरा लंड चूत फाड़ कर अंदर घुस गया. सपना का पूरा बदन लाल हो गया था.

अब वह लड़का पागलों की तरह तेजी से सपना को चोदने लगा.

सपना की चूत से खून निकल रहा था और उस लड़के का लंड खून से लथपथ हो गया था.

उसने एक गंदा कपड़ा लिया और उससे चूत साफ़ की और फिर से चोदने लगा.

तकरीबन १० मिनट में लड़के ने मेरी सपना की चूत में रस छोड़ दिया.

अब अली ने अपना सात इंच का लंड सपना के अंदर डाला और चूत से खून और तेजी से बहने लगा.

सपना अब चीखने चिल्लाने लगी, लेकिन उन कुत्तों ने तो अपनी हवस की प्यास  कुछ भी करके बुजानी थी.

इस तरह २० मिनट तक अली ने चोदा और उसके बाद सपना की चूत में वीर्य छोड़ दिया.

फिर आफताब सपना को किस करने लगा और अपना लंड चूसाते हुए मुंह में ही झड़ गया.

२ मिनट रुकने के बाद उसने चूत भी चोदी सपना की. १५-२०  मिनट में वह भी झड़ गया चूत में.

अब रवि और मुकेश दोनों एक साथ सपना के साथ थ्रीसम करने लगे.

अब सपना कुछ भी विरोध किए बिना उन लोगों से चुदवा रही थी.

थ्रीसम में मुकेश सपना की चूत और रवी सपना के मुंह में चोद रहा था.

एक गैंगबैंग में सपना रंडी बन चुकी थी.

उसके थ्रीसम के दौरान आफताब भी आ गया और उसने एक बार फिर सपना की गांड में लंड घुसेड़ दिया. अब सपना की चूत, गांड और मुह तीनो की एक साथ चुदाई हो रही थी. अब तो सपना भी थोड़ा थोड़ा साथ देने लग गई थी.

फिर अब सभी के जडने के बाद समर ने आराम से सपना को चोदा और सपना ने समर का पूरा साथ भी दिया चुदाने में.

समर ने तो सपना की तीन बार चुदाई की.

सभी लोग थक गए और वॉशरूम में सपना को ले जाकर नहाए और बारी बारी सबने फिर सपना को शोवर के नीचे चोदा.

सपना से अब तो चला भी नहीं जा रहा था.

आखिर पांच लंडो से चुदाई जो हो चुकी थी.

फिर समर ने एक बैग से नए कपड़े निकालें जोकि वह अपने साथ लाया था.

वह वन पिस रेड कलर की ड्रेस समर ने उसे पहनाई.

उसमें सपना बहुत हॉट नजर आ रही थी, सभी ने सपना को एक बार फिर से किस किया और लंड चुसवाया.

सपना ने भी अब लॉलीपॉप की तरह सब का लंड प्यार से चूसा, और समर से चुदी एक बार फिर.

अब तो सपना को मानो की लत लग चुकी है चुदाने की.

कई बार समर ने सपना को गैंगबैंग करवाया है अलग अलग लड़कों से. मैं भी एक दो बार समर के साथ गया हूं उसका गेंगबेंग देखने.

अब मेरी सपना कली से एक प्यारा सा फूल बन चुकी है.
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