हैल्लो दोस्तों, में अपनी स्टोरी आपके साथ शेयर करना चाहता हूँ। मेरा नाम ऋषि है और में आपको अपने पहले सेक्स की स्टोरी बताने जा रहा हूँ जो कि मैंने अपनी भाभी के साथ किया और यक़ीनन ये आपको पसंद आयेगी और ये मेरी रियल स्टोरी है। मेरी उम्र अभी 25 साल की है और मेरी हाईट 5 फुट 5 इंच है। में अभी दिल्ली में जॉब करता हूँ और में पहले अपनी फेमिली के साथ चंडीगढ़ में रहता था और मेरे मामा जी के बड़े बेटे और भाभी भी हमारे पास में ही रहते थे। हमारे पास 2 BHK का फ्लेट था तो वो हमारे पास वाले फ्लेट में ही रहते थे। उनके एक छोटा बेटा भी था। मेरे भाई की उम्र 30 साल की थी और मेरी भाभी की उम्र तब 26 साल थी और तब में 19 साल का था और मेरी भाभी का फिगर 34-30-34 साईज का था वो दिखने में बहुत सुंदर है
लेकिन मैं ही इस घर मैं अकेला ही था जो मुठ मारने का सहारा लेकर चलता अब तो मुझे भी चूत चाहिए
फिर में दूसरी तरफ जाकर लेट गया और भाभी मुझे चोदने के लिए खींचने लगी। मैंने भाभी को धीमी सी आवाज़ में समझाया तो उसके बाद वो मान गई और मुझे उसके बाद कब नींद आ गई मुझे पता ही नहीं चला, लेकिन जब सुबह भैया गये और भाभी ने दरवाजा लॉक किया और मेरे पास आकर मुझे जगाने लगी तो मेरी आँख खुली और उन्हें देखकर मेरा लंड फिर से खड़ा हो गया। में तो चैन की नींद सो गया था, लेकिन भाभी उसके बाद नहीं सो पाई थी। उन्हें तो बस सुबह का इंतज़ार हो रहा था कि कब वो जाए? और में उन्हें चोदूं। फिर मैंने भाभी की सलवार खोली और अपना पजामा भी निकाल दिया, लेकिन मेरे पास जब कंडोम नहीं था। मैंने भाभी से बोला कि कंडोम है क्या? तो उन्होंने जल्दी से अलमारी से कंडोम निकाला और फिर मैंने जल्दी से लंड पर कंडोम चढ़ाया तो भाभी मेरे लंड को बड़े गौर से देख रही थी। शायद मेरा लंड भैया से लंबा था और जैसे ही भाभी टाँगे चौड़ी करके लेटी तो में उनके ऊपर चढ़ गया। मैंने अपना लंड उनकी चूत में पहले आधा डाला और फिर ज़ोर से पूरा डाल दिया, तो भाभी की हल्की सी चीख निकल गई और उन्होंने मुझे ज़ोर से पीछे धकेल दिया।
फिर मैंने पूछा क्या हुआ? तो उन्होंने कहा कुछ नहीं। फिर मुझे लगा कि धीरे-धीरे करने में ही भलाई है अगर ज़ोर से चीख निकल जाती तो बाहर सभी उठ जाते। फिर मैंने उनकी धीरे-धीरे चुदाई करना चालू कर दिया और फिर ज़ोर-ज़ोर से झटके मारने शुरू कर दिए। अब भाभी भी अपनी चूत उठा उठाकर आगे पीछे होने लग गई थी। अब भाभी को भी पूरा जोश आ गया था। उसके बाद भाभी मेरे ऊपर आ गई और मेरे लंड को अपनी चूत में उछल-उछल कर लेने लगी और अब में उनके बूब्स को ज़ोर-ज़ोर से दबा रहा था। फिर एकदम से भाभी का शरीर अकड़ने लग गया और उनकी चूत एकदम गर्म हो गई। अब उस गर्मी से मेरे लंड से भी मेरा माल निकलने लगा और मेरा पानी छूट गया। अब भाभी भी एकदम शांत हो गई, फिर भाभी मेरे लंड से उठी और मुझे किस करती रही, फिर मैंने एकदम से कंडोम निकाला और उनके कचरे के डब्बे में डाला और अपनी अंडरवेयर और पजामा पहनकर सोने लगा। फिर भाभी ने भी अपने कपड़े पहने और वो भी नहाने के लिए चली गई। उसके बाद भी मैंने भाभी के साथ तीन बार सेक्स किया ।।